हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आदि धर्म नहीं अपितु मत अथवा पंथ है । धर्म और मत में भेद है । १. धर्म ईश्वर प्रदत है | परन्तु शेष मनुष्य कृत मत-मतान्तर है । २. धर्म लोगो को जोड़ता है | परन्तु मत विशेष लोगो में अन्तर को, दूरियों को बढ़ावा देता है । ३. धर्म […]
Month: January 2022
धर्मो रक्षति रक्षितः ….
सुरेश तिवारी आइये आज सभी प्रभावित लोग ईश्वर से प्रार्थना करें कि आज का बहुसंख्यक हिन्दू कल का अल्पसंख्यक हिन्दू न हो जाय क्योंकि तब गेम के रूल बदल जायेंगे जैसा की कश्मीर में हुआ, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और संसार के अन्य मुस्लिम बहुल देशों में हो चुका है तथा केरल और बंगाल में जारी है… […]
हितेश शंकर परस्पर विरोधी विचार रखने वालों के लिए भी सम्मान और सौजन्यता, वामपंथ के अपवाद को छोड़ दें तो, भारतीय लोकतंत्र और राजनीति की विशेषता रही है। राज जाने के बाद वामपंथी/ खालिस्तानी अराजकता को पोसती कांग्रेस यह परम्परा भूल गई। क्याआपको जेएनयू में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे…’ के नारे याद हैं? क्या आप […]
🌸🌸🌸कैलाश पर्वत 🌸🌸🌸 हिंदू धर्म में कैलाश पर्वत का बहुत महत्व है, क्योंकि यह भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है। लेकिन इसमें सोचने वाली बात ये है कि दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को अभी तक 7000 से ज्यादा लोग फतह कर चुके हैं, जिसकी ऊंचाई 8848 मीटर है, लेकिन कैलाश […]
डॉ. सुरेन्द्र कुमार जैन “17 जनवरी, 1872 को 12 वर्ष के बिशन सिंह के सामने उसके सद्गुरु राम सिंह कूका को जब अंग्रेज जिलाधीश कोवन ने गाली दी तो उस बालक ने कूद कर दोनों हाथों से कोवन की दाढ़ी पकड़ ली। लाख प्रयास करने के बाद भी कोवन अपनी दाढ़ी नहीं छुड़वा सका और […]
वाराणसी – 15 अगस्त और 26 जनवरी को राष्ट्र की अस्मिता स्वरूप राष्ट्रध्वज अभिमान के साथ फहराए जाते हैं; परंतु उसी दिन यही कागदी/प्लास्टिक के छोटे राष्ट्र्र्रध्वज जो तुरंत नष्ट भी नहीं होते, वे सडकों, कचरे और नालों में पडे मिलते हैं | यह राष्ट्रध्वज का अनादर है | वर्तमान में दुकानों में तथा ‘ऑनलाइन’ […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक यदि सुभाष बाबू 1945 की हवाई दुर्घटना में बच जाते और आजादी के बाद भारत आ जाते तो नेहरु का प्रधानमंत्री बने रहना काफी मुश्किल में पड़ जाता। लेकिन नेहरु का बड़प्पन देखिए कि अब से 65 साल पहले वे सुभाष बाबू की बेटी अनिता शेंकल को लगातार 6000 रु. प्रतिवर्ष भिजवाते […]
समाजवादी पार्टी का समाजवाद अपने आप में अनोखा और निराला है। पहले दिन से ही इस पार्टी ने अपराधियों के राजनीतिकरण की सोच को उजागर करते हुए कार्य करना आरंभ किया था।जिन लोगों को जेलों की सलाखों के पीछे होना चाहिए था समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश और उनके पिता मुलायम सिंह यादव के वरदहस्त […]
विवेक सक्सेना जब यह पता चला कि 11 नवंबर को प्रथम विश्व युद्ध समाप्त होने के 100 साल पूरे हो गए तो लगा कि किसी ने यह गीत बहुत सही लिखा कि इट हैपंस इन इंडिया, यह सिर्फ भारत में ही होता है। जिस युद्ध को कभी दुनिया के तमाम युद्धो का युद्ध कहा जाता […]
‘पंजाब को भारत से तोडने का षड्यंत्र !’ विषय पर ‘ऑनलाइन’ विशेष संवाद ! पंजाब के एक न्यायालय में एक पूर्व पुलिसकर्मी के द्वारा बमविस्फोट कराया जाता है, सीमावर्ती क्षेत्र में आर.डी.एक्स. से भरी हुई बस मिलती है, पाकिस्तान से ड्रोन द्वारा पंजाब में शस्त्रास्त्र और मादक पदार्थ भेजे जा रहे हैं । इन सभी […]