बल्लभगढ़ नरेश राजा नाहर सिंह लेखक :- स्वामी ओमानन्द जी महाराज पुस्तक :- देश भक्तों के बलिदान 1857 में भारतीय स्वतन्त्रता प्राप्ति हेतु प्रज्वलित प्रचण्ड समर अग्नि में परवाना बनकर जलने वाले अगणित ज्ञात एवं अज्ञात नौनिहाल शहीदों में बल्लभगढ़ नरेश राजा नाहरसिंह का नाम अत्यन्त महत्वपूर्ण है । दिल्ली की जड़ में अंग्रेजों के […]
महीना: दिसम्बर 2021
◼️प्रार्थना◼️ 🔥 ओ३म् अग्निना रयिमश्नवत्पोषमेव दिवे दिवे। यशसं वीरवत्तमम्॥ (ऋग्वेद) 🌺 परमात्मा की प्रार्थना से हम [रयि] धन, शक्ति प्राप्त करें, जो पोषक हो, यश कारक हो, वीरता प्रापक हो। मनुष्य अनेक वस्तुएँ चाहता है, उनके सब का मूल धन तथा शक्ति में है। यदि मनुष्य बुद्धिबल, मनोबल तथा शारीरिक शक्ति सम्पन्न है तब वह […]
उगता भारत ब्यूरो भारत का विभाजन इस देश पर एक कलंक ही नहीं था बल्कि इस बात का प्रमाण है कि मुस्लिम आबादी के बहुसंख्यक होते ही हर बार ये इतिहास दोहराया जाएगा। हिंदुओं की सहिष्णुता और सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास जैसी अवधारणाओं ने हिंदुओं का शत्रुबोध ही खत्म कर दिया। 1947 […]
मारिया वर्थ स्वामी विवेकानंद ने कहा था, कि हिंदू धर्म छोडने वाला हर व्यक्ति ना सिर्फ हिंदू की संख्या एक से कम करता है, बल्कि दुश्मनों की संख्या एक से बढ़ाता है। हठधर्मी क्रिश्चियनिटी के दम घुटनेवाले माहौल में पली हुई एक महिला के विचार, जो हिंदू धर्म की लचीली स्वतंत्रता और ताजापन को सहारती […]
डॉ. वेद प्रताप वैदिक ‘भारत-रत्न’ सम्मान को देश का सबसे ऊंचा सम्मान कहा जाता है, लेकिन इस बार जिन तीन लोगों को यह सम्मान दिया गया है, उन्हें देकर ऐसा लगता है कि मोदी सरकार अपना अपमान करवा रही है। कई अखबारों और टीवी चैनलों ने इन सम्मानों के पीछे कई दुराशय खोज निकाले हैं। […]
उगता भारत ब्यूरो एक पौष्टिक और अच्छी सेहत के लिए कैसा भोजना होना चाहिए। हमारे भोजन में 35 फीसदी हिस्सा अनाज और कंद-मूल, 500 ग्राम फल एवं सब्जियां और पौधों से मिलने वाली प्रोटीन होनी चाहिए। लेकिन मांस से प्राप्त प्रोटीन की मात्रा 14 ग्राम से अधिक नहीं होनी चाहिए। भोजन, ग्रह, स्वास्थ्य पर ईएटी-लांसेट […]
डॉ. प्रभात कुमार सिंघल धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सप्तपुरी के शहर सांस्कृतिक और भाषाई विविधता के बावजूद भारत की एकता को दर्शाते हैं। ये शहर हमारे देवताओं और अवतारों की जन्म भूमि रही हैं। इन शहरों में धर्म और आध्यात्म की सरिता बहती हैं और श्रद्धालु इनकी यात्रा कर पुण्य लाभ प्राप्त करते हैं। सप्तपुरी […]
लेखक: सहदेव समर्पित, संपादक शांतिधर्मी मासिक, जींद 9416253826 स्वराज्य तभी संभव हो सकता है जब हिन्दू इतने अद्दिक संगठित और शक्तिशाली हो जाएँ कि नौकरशाही तथा मुस्लिम धर्मोन्माद का मुकाबला कर सकें। -स्वामी श्रद्धानन्द मृतप्रायः हिन्दू जाति की रगों मेें नये रक्त का संचार करने वाले, अपनी सिंह-गर्जना से देश और धर्म के दुश्मनों को […]
उगता भारत ब्यूरो जिस आदमी ने श्रीमदभगवद गीता का पहला उर्दू अनुवाद किया वो था मोहम्मद मेहरुल्लाह! बाद में उसने सनातन धर्म अपना लिया! पहला व्यक्ति जिसने श्रीमदभागवद गीता का अरबी अनुवाद किया वो एक फिलिस्तीनी था अल फतेह कमांडो नाम का! जिसने बाद में जर्मनी में इस्कॉन में शामिल हुआ और अब हिन्दू है! […]
गोविन्द शर्मा यह कहानी है अहिल्या बाई होल्कर और श्रीकाशी विश्वनाथ की….. इसी कहानी में मोदी और श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के विरोध का रहस्य छिपा है…….. विरोध केवल मोदी का ही नहीं हो रहा है और विरोध पहली बार ही हो रहा है ऐसा भी नहीं है।विरोध तो श्रीमंत मल्हार राव होल्कर और मातोश्री अहिल्याबाई […]