, माधवी मुखर्जी द्वारा लिखी गई ‘बंगभूमि का वैभव’ नामक पुस्तक बंगाल की गौरवमयी संस्कृति को सहेजकर प्रस्तुत करने का एक सराहनीय प्रयास है। बंगाल का भारत की संस्कृति के निर्माण और रखरखाव में विशेष योगदान रहा है। बौद्धिक संपदा में तो बंगाल ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। सबसे पहले अंग्रेजों ने बंगाल में […]
महीना: दिसम्बर 2021
विवेक दर्शन पत्रिका अभी हाल ही में अरब द्वारा तबलीगी जमात को आतंकवादी मानते हुए अरब में ही प्रतिबंधित कर दिया। और यह जब भारत में उनके इन सभी कुकर्मी का हमे साली से पता था तो भी माननीय विपक्ष और तथाकथित सेकुलर इनके बेन को तो छोड़िए किसी भी प्रकार से किसी भी सुविधा […]
तनवीर जाफ़री इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना अर्थात् मोहर्रम शुरु होते ही पूरे विश्व में क़रबला की वह दास्तां दोहाराई जाती है जो लगभग 1450 वर्ष पूर्व इराक के करबला नामक स्थान में पेश आई थी। यानी हज़रत मोहम्मद के नाती हज़रत इमाम हुसैन व उनके परिवार के सदस्यों का तत्कालीन मुस्लिम सीरियाई शासक की […]
उगता भारत ब्यूरो शल्य चिकित्सा (सर्जरी) के पितामह और सुश्रुतसंहिता के प्रणेता आचार्य सुश्रुत का जन्म छठी शताब्दी ईसा पूर्व काशी में हुआ था। सुश्रुत का जन्म विश्वामित्र के वंश में हुआ था। इन्होंने धन्वन्तरि से शिक्षा प्राप्त की थी। सुश्रुतसंहिता को भारतीय चिकित्सा पद्धति में विशेष स्थान प्राप्त है। इसमें शल्य चिकित्सा के विभिन्न […]
अखंड ज्योति यज्ञ का सूक्ष्म विज्ञान किसी भी अणु, परमाणु और विराट के रहस्यों से कम आश्चर्यजनक नहीं है। आधुनिक चिकित्सा पद्धति में यद्यपि दवा की टिकिया देकर रोग निदान का प्रतिशत सर्वाधिक है, तथापि रक्त में सीधी औषधि पहुँचाने की इंजेक्शन प्रणाली को ज्यादा प्रभावशाली माना जाता है। यह एक विलक्षण सत्य है कि […]
अशोक आर्य रात्रि के अंतिम प्रहर को ब्रह्म मुहूर्त कहते हैं। हमारे ऋषि मुनियों ने इस मुहूर्त का विशेष महत्व बताया है। उनके अनुसार यह समय निद्रा त्याग के लिए सर्वोत्तम है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने से सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। सूर्योदय से चार घड़ी (लगभग डेढ़ घण्टे) पूर्व […]
डॉक्टर सीताराम मीना द्वारा लिखित ‘ढोला-मारू’ पुस्तक राजस्थान की वीरों के शौर्य और बलिदान से भरी मिट्टी की महत्ता को बखान करने वाली पुस्तक है। यह सच भी है कि यदि वीरता, शौर्य, साहस, पराक्रम और देशभक्ति की बातें हो रही हों तो उनमें राजस्थान का जिक्र आना बहुत ही स्वाभाविक है। क्योंकि राजस्थान ने […]
जब कभी भी देशहित में कोई निर्णय लिया जाता है, मुस्लिम समाज में सबसे ज्यादा बेचैनी होती है। मोदी सरकार द्वारा लड़कियों की विवाह उम्र बढ़ाने से इस समाज में बेचैनी स्वाभाविक है। फिर कहते हैं कि भारतवासी हैं, भारत के साथ हैं, लेकिन देशहित निर्णय का विरोध करना भी अपना अधिकार समझते हैं। सरकार […]
लोकतंत्र में विपक्ष की बहुत ही उपयोगिता और महत्व है। वर्तमान भारतीय राजनीति का यह दुर्भाग्य है कि देश के विधानमंडलों और विशेष रूप से संसद में विपक्ष कमजोर होता जा रहा है। विपक्ष की कमजोरी और सरकार के विधाई कार्यों में अड़ंगे डालने की प्रवृत्ति के चलते अभी हाल ही में चले संसद के […]
#डॉविवेकआर्य कुछ काल से श्री राम और सीता की विवाह के समय आयु पर एक शंका उठाई जाती रही हैं की क्या विवाह के समय श्री राम चन्द्र जी की आयु 15 वर्ष और सीता जी की आयु 6 वर्ष थी? इस शंका को उठाने वालों में मुख्य रूप से वो लोग हैं जो मुहम्मद […]