सेंटा का गिफ्ट… सन 1510 गोआ के तात्कालिक मुश्लिम शासक यूसुफ आदिल शाह को पराजित कर पुर्तगालियों ने गोआ में अपनी सत्ता स्थापित की। अगले पच्चीस तीस वर्षों में गोआ पर पुर्तगाली पूरी तरह स्थापित हो गए। फिर शुरू हुआ गोआ का ईसाईकरण। कुछ लोग उनकी कथा के प्रभाव में आ कर धर्म बदल लिए […]
महीना: दिसम्बर 2021
“जो लोग जीवन का वास्तविक आनन्द लेना चाहते हैं, उन्हें तीन व्यक्तियों {माता, पिता और गुरुजनों} के साथ कभी टकराव नहीं करना चाहिए। सदा उनका सम्मान करना चाहिए।” आपने वीर शिवाजी, श्रीराम चन्द्र जी महाराज, और महर्षि दयानंद सरस्वती जी का नाम तो अवश्य ही सुना होगा। “वीर शिवाजी ने अपनी माता जीजाबाई जी के […]
गाँधी परिवार को संरक्षण देने वाले नेताओं को कांग्रेस की कितनी चिंता होती है, उस ओर किसी का ध्यान नहीं। दो मुख्यमंत्रियों की लड़ाई में पार्टी और जनता को कितना नुकसान हो रहा है, किसी नेता को परवाह नहीं। कांग्रेस की ‘स्वयंभू’ अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने ही दो मुख्यमंत्रियों की लड़ाई का तमाशा बंद आंख […]
कानपुर में एक व्यापारी हैं । नाम है पीयूष जैन । यह करते है इत्र का कारोबार । तो इन जैन साहब के घर, फैक्ट्री, ऑफिस, कोल्ड स्टोरेज व पेट्रोल पंप पर 2 दिन पूर्व छापा मारा गया था। यह छापे की कार्यवाही उसी दिन सुबह ही शुरू हो गयी थी जिस दिन दोपहर में […]
सिंहावलोकन भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की महानता इसी में निहित है कि भारत भूमि को पुण्य भूमि व पितृ भूमि बनाने में श्रीराम का महत्वपूर्ण योगदान है। उस योगदान को भारत का सांस्कृतिक राष्ट्रवाद अपनी मौलिक चेतना का एक महत्वपूर्ण और अजस्र स्रोत मानता है। श्री रामचंद्र जी के योगदान को भारत की पुण्य […]
उगता भारत ब्यूरो भारत के विभिन्न हिस्सों में १९४७ से पहले अलग अलग प्रकार की शासन व्यवस्थाएँ प्रचलित थीं । कुछ हिस्सों में , जिसे उन दिनों ब्रिटिश भारत कहा जाता था , शासन व्यवस्था भारत सरकार अधिनियम १९३५ के तहत चलती थी । उन हिस्सों में जिन्हें “भारतीय रियासतें ” कहा जाता था , […]
डॉ.चन्द्रकुमार जैन हम अपने मन में चल रहे अविवेकपूर्ण व अतार्किक विचारों से परेशान रहते हैं जिसका हमारे दैनिक जीवन और कामकाज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।ये विचार सफल व्यक्ति को असफल व्यक्ति से अलग करते हैं। ये विचार सभी क्लेशों और युद्दों की जड़ हैं क्योंकि अचेतन एवं अतार्किक विचारधारा ही सभी युद्धों को […]
——————————————— मियाँ असदुद्दीन ओवैसी हिंदुस्तानी मुसलमानों के नये जिन्ना ने पंचम स्वर में घोषणा की “मोदी जायेगा पहाड़ों में, जोगी जायेगा………..”तब तेरा क्या होगा ? मियाँ असदुद्दीन ओवैसी अपने इस बयान के बारे में चाहे जो सफाई दे लें पर सच यही है कि उनका यह संदेश हिंदुस्तान के हिन्दू समाज से है। […]
डॉ.चन्द्रकुमार जैन पानी का अपना कोई आकार नहीं होता। उसे जिस पात्र में भी डालते हैं, वह उसी का आकार ले लेता है। इसी तरह चित्त का भी अपना कोई आकार नहीं होता। उसको जिस ख्याल में आप रखेंगे, उसी के मुताबिक हो जाएगा। चिंतन का अर्थ होता है, मन का किसी एक विचार में […]
मैं- मेरे पर हो रहा, इस जग में घमासान। तू- तेरे के भाव से, खुश होते भगवान॥1635॥ व्याख्या:- विश्व के परिदृश्य पर एक समग्र दृष्टि डालें तो प्रतीत होता है संसार में लोग सुखी कम है दु:खी ज्यादा है किन्तु फिर भी लोग जीना चाहते हैं ऐसा क्यों ? ऐसा इसलिए है व्यक्ति की मूल […]