आनंद कुमार सन 1920 के दौर में जब बंदूकों की सलामी वाले राजवाड़े होते थे तब झाला वंश के राजपूत तेरह बंदूकों की सलामी वाले धांगध्रा पर शासन करते थे। वो ग्यारह बंदूकों की सलामी वाले वांकानेर और नौ बंदूकों की सलामी वाले लिम्बडी और वढवाण पर भी शासन करते थे। कुछ बिना सलामी वाले […]
महीना: दिसम्बर 2021
ममता बनर्जी ने विधान सभा का चुनाव जीतने के लिये हर तरह के हथकंडे अपनाये। अपनी टांग तोड़ने का नाटक किया,अजय मुखर्जी की बँगला कांग्रेस की तरह अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस से बंगाल तृणमूल कांग्रेस बना दिया। बंगाल की बेटी बनाम बहिरागत एजेंडा बनाया । मुस्लिम वोट कांग्रेस से छीनने के लिये ‘मोदी गुजराती गुंडा […]
क्या रावण भी आर्य था ?
डॉ. विवेक आर्य पंजाब में स्वयं को वाल्मीकि कहने वाले कुछ लोगों ने रावण की पूजा करना आरम्भ किया है। ये लोग अपने आपको अब द्रविड़ और अनार्य कहना पसंद करते है। इन्होंने अपने नाम के आगे दैत्य, दानव, अछूत और राक्षस जैसे उपनाम भी लगाना आरम्भ किया हैं। ये लोग स्वयं को हिन्दू नहीं […]
क्या कम सोना रोगों को न्योता देना है ?
डॉ. दीप नारायण पाण्डेय गंगा नदी के तट पर प्रात: घूमकर थोड़ा घाट के सौन्दर्य का आनंद लेने के लिये बैठे ही थे कि सब की तरह हमने भी मोबाइल में सोशल मीडिया को खंगाला। मित्र-मंडली में जुडऩे का आग्रह था। जुड़ गये। भूल भी गये। बहुत दिन बाद लम्बी बातचीत के बाद उनसे गहरी […]
राजेंद्र सिंह यह उल्लेखनीय है कि सिक्ख इतिहास के मूल स्रोतों में यही बताया गया है कि श्री हरिमन्दिर की नींव स्वयं श्रीगुरु अर्जुनदेव ने अपने कर-कमलों से रक्खी थी। बहुत बाद में यह बात उड़ा दी गई कि यह नींव श्री पंचम गुरु जी ने नहीं बल्कि मुसलमान पीर-फ़क़ीर या दरवेश शेख मुहम्मद मियां […]
कोरोना महामारी के दूसरे दौर के बीच, वित्तीय वर्ष 2021-22 की द्वितीय तिमाही के दौरान, भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी का दौर जारी रहा है। भारत के सकल घरेलू उत्पाद में जुलाई-सितम्बर 2021 तिमाही में 8.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जो विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों में सबसे अधिक है। हालांकि […]
जवाहरलाल कौल आधुनिकता का चोला ओढ़े हमारे इतिहासकार और बुद्धिजीवी अकसर यह कहते फिरते हैं कि भारतीय समाज आरम्भ से ही धर्म और शास्त्रों के बनाए नियमों कायदों में जकड़ा रहा है और आज भी इन्हीं में फंसा हुआ है। हमारे शास्त्रों का सही मायने में मूल्यांकन तो हुआ ही नही, समाज में उनकी साधारण […]
इतिहास संकलन के लिए कुछ सुझाव
प्रतिष्ठा में माननीय नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री, भारत सरकार – नई दिल्ली महोदय हिंदी, हिंदू, हिंदुस्तान अर्थात भारतीयता के प्रति आपकी सेवा, लगन, परिश्रम और निष्ठा सचमुच वंदनीय है। आपके महान सेवा कार्यों को करते हुए ‘उगता भारत’ समाचार पत्र की ओर से हम आपसे अनुरोध करते हैं कि हमें सामूहिक रूप से […]
पूनम नेगी एक रोचक पौराणिक कथानक है। कहा जाता है कि सृष्टि के प्रारंभ में जब ब्रह्मा जी ने मनुष्य की रचना की तो धरती पर उसे अनेक अभाव, अशक्ति और कष्ट की अनुभूति हुई। पीडि़त मनुष्य पितामह ब्रह्मा के पास गये और अपनी व्यथा कही। इस पर ब्रह्माजी ने उन्हें यज्ञ करने का सुझाव […]
पूनम नेगी भारत की संस्कृति राममय है। हर सच्चे भारतीय के दिल में बसते हैं मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और उनके जीवन आदर्श। हमारे देश में ऐसे अनेक प्राचीन स्थल हैं जो श्रीराम के जीवन से निकटता से जुड़े हैं। यंी तो श्रीराम की जन्मभूमि के रूप में उत्तर प्रदेश में पावन सरयू के तट पर […]