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आओ कुछ जाने

हिंदू परंपराओं में महीनों के आरंभ करने का तरीका

प्राचीन काल में मास का आरम्भ अमा के उपरान्त प्रथम चन्द्रदर्शन से किया जाता था। चन्द्रदर्शन की प्रथम रात्रि ही शुक्ल प्रतिपदा कहलाती थी। शुक्ल पक्ष १४ रात्रियों का होता था जिसकी अन्तिम १४वीं रात्रि पूर्णिमा कहलाती थी। कृष्ण पक्ष १५-१६ रात्रियों का होता था और चन्द्रप्रकाश से रहित इसकी अन्तिम तीनों रात्रियों का समुच्चय […]

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इतिहास के पन्नों से

देश के बंटवारे को स्वीकार कर राष्ट्र की हत्या के दोषी हैं गांधी, फिर राष्ट्रपिता कैसे ? – इंजीनियर श्यामसुंदर पोद्दार ( महामन्त्री,वीर सावरकर फ़ाउंडेशन )           

गाँधी देश के बंटवारे के दोषी रहे हैं। उन पर इस आरोप के चलते कालीचरण ने जो कुछ भी कहा है वह कुछ भी नहीं कहा। गाँधी ने बंटवारे को स्वीकार करके देश को बर्बाद कर दिया था। कांग्रेस के नेतृत्व ने उन्हें राष्ट्रपिता का फर्जी प्रमाण पत्र दे दिया। जिसके वह पात्र नहीं थे। […]

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इतिहास के पन्नों से

आपातकाल के वे काले दिन और उनके काले किस्से

भूपेंद्र भंडारी पत्रकार कूमी कपूर ने अपनी किताब ‘द इमर्जेंसी, अ पर्सनल हिस्ट्री’ में संजय गांधी की कार परियोजना के बारे में बहुत गहरी जानकारी दी है। आपातकाल की भयावहता को दोहराते वक्त अधिकांश टीकाकारों ने देश के इतिहास में विकृत पूंजीवाद और भ्रष्टाचार की सबसे निर्लज्ज मानी जा सकने वाली एक दास्तान की अनदेखी […]

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धर्म-अध्यात्म

भारतीय स्थापत्य कला का एक बेजोड़ नमूना है आंध्र प्रदेश का लेपाक्षी मंदिर

उगता भारत ब्यूरो आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले का लेपाक्षी मंदिर हैंगिंग पिलर्स (हवा में झूलते पिलर्स) के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। इस मंदिर के 70 से ज्यादा पिलर बिना किसी सहारे के खड़े हैं और मंदिर को संभाले हुए हैं। मंदिर के ये अनोखे पिलर हर साल यहां आने वाले लाखों टूरिस्टों […]

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आओ कुछ जाने

56 भोग बनाने वाले भारत को क्या खाना भी मुगलों ने बनाना सिखाया ?

राजकमल गोस्वामी एक बड़ा भारी प्रचार यह भी ख़ूब चला है कि इस्लाम ने भारतीयों को व्यंजन बनाना और ख़ाने का सलीका सिखाया । बिरयानी पुलाव और हलवा के साथ साथ जलेबी गुलाब जामुन और तरह तरह के मुग़लई व्यंजन गोया वह अपने साथ लाये थे । सबसे पहले तो यह समझ लेना ज़रूरी है […]

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मुद्दा

ईसा मसीह का जन्म और 25 दिसंबर

उगता भारत ब्यूरो अभी यूरोप, अमरीका और ईसाई जगत में इस समय क्रिसमस डे की धूम है। क्या आप जानते है कि बाइबिल के न्यू टेस्टमेंट्स के किसी भी गॉस्पेल में जीसस की जन्म तिथि अथवा ऋतु की चर्चा नही लिखी हुई है । चर्च के लोग विभिन्न मतभेदों के साथ गोस्पेल ऑफ़ ल्यूक और […]

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संपादकीय

मुल्तानी की गिरफ्तारी और भारत की विदेश नीति

जब प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में पहली बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी तो उस समय उनके विरोधी और विशेष रूप से कांग्रेस के नेता यह कहते नहीं थक रहे थे कि उन्हें ना तो देश चलाने का ज्ञान है और ना ही देश की विदेश नीति का कुछ ज्ञान है। उनका […]

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आओ कुछ जाने महत्वपूर्ण लेख

राम मंदिर के निर्माण को कौन रोकता रहा था ? पूर्व मुख्य न्यायाधीश ने बताया सच्चा किस्सा

आर.के सिन्हा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मसले पर सदियों से विवाद चला आ रहा था। यह तो सब जानते ही हैं। लेकिन यह बात तो कम ही लोग जानते हैं कि राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मसले पर सुप्रीम कोर्ट में जब सुनवाई शुरू हुई तो प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से कोशिशें होती रहीं कि […]

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आओ कुछ जाने

कोहिनूर की कहानी

उगता भारत ब्यूरो भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद कीथ वाज ने अपनी सरकार से कोहिनूर हीरे को भारत को लौटाने का आग्रह करके ब्रिटेन की महारानी के मुकुट में सुशोभित अनमोल हीरे को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया था। भारत के कई लोग चाहते हैं कि कोहिनूर को वापस भारत में लाया जाए, […]

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पुस्तक समीक्षा

पुस्तक समीक्षा :  क्या कहती हो….

क्या कहती हो ….. नामक पुस्तक के लेखक डॉ दिलीप कुमार पारीक हैं । लेखक की यह पुस्तक काव्यमय है । पद्यात्मक शैली में उनकी यह दूसरी पुस्तक है । जो कि उनकी आजाद नज्मों का संग्रह कही जा सकती है। जब भी कोई कवि कविता लिखता है तो चिड़िया की भांति कविता का घोंसला […]

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