#डॉविवेकआर्य इतिहास की छठी कक्षा की पुस्तक को उठा कर देखे तो उसमें लिखा मिलेगा की आर्य लोग बाहर से इस देश में आये और उन्होंने इस देश में रह रहे मूल निवासियों जैसे द्रविड़, कोल, संथाल जिन्हें दस्यु या दास कहा जाता था उन्हें युद्ध में हरा दिया ,उनकी बस्तियों का विध्वंस कर दिया […]
महीना: दिसम्बर 2021
-अमित सिवाहा वर्ष 1938-39 में हैदराबाद निजाम के विरुद्ध आर्य समाज के सत्याग्रह में भजनोपदेशकों का योगदान चिरस्मरणीय रहेगा। हमारे भजनोपदेशकों ने हरियाणा प्रदेश में फिल्ड मार्शल की भुमिका निभाई। आज कुछ भजनोपदेशकों द्वारा भोगी यातनाओं का विवरण प्रस्तुत कर रहे है। हमारे भजनीकों ने आर्य समाज का प्रचार बेहद विकट परिस्थितियों में करके मिशाल […]
पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इस फेहरिस्त में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सबसे आगे हैं। दोनों पार्टियाँ एक-दूसरे पर निशाना साध रही हैं। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली में कितनी महिलाओं को एक हजार रुपए महीना दिया […]
ओ३म हम इस ब्रह्माण्ड के असंख्य व अनन्त गृहों में से एक पृथिवी नामी ग्रह पर रहते हैं। इस ब्रह्माण्ड को सच्चिदानन्दस्वरूप, सर्वव्यापक, सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ, अनादि, नित्य तथा सृष्टिकर्ता परमेश्वर ने बनाया है और वही इसका संचालन वा पालन कर रहा है। ईश्वर के समान व उससे बड़ी उस जैसी कोई सत्ता नहीं है। उसका […]
श्रीकृष्ण की दिनचर्या आजकल कथावाचक श्रीकृष्ण जी के बारे मे काल्पनिक कहानियाँ सुनाते हैं। महाभारत मे क्या कहा गया है उनके विषय मे – श्रीकृष्ण जी की प्रातःकालीन दिनचर्या क्या रहती थी, यह महाभारत में वैशम्पायनजी ने जनमेजय से प्रकट की है― ततः शयनमाविश्य प्रसुप्तो मधुसूदनः । याममात्रार्धशेषायां यामिन्यां प्रत्यबुद्ध्यत ।। ‘श्रीकृष्ण आधा प्रहर रात […]
श्रीराम के विशेषण और विशेषता हमें ध्यान रखना चाहिए कि देश भक्ति के गीत गाते – गाते जो वीर क्रांतिकारी फांसी पर झूल गए वे श्री राम के शत्रुहन्ता स्वरूप के उपासक थे । राम प्रसाद बिस्मिल जैसे अनेकों क्रांतिकारियों ने श्रीराम की इस आदर्श परंपरा का निर्वाह किया। राम प्रसाद बिस्मिल जी की […]
साभार: ANIकांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर निराशाजनक […]
अफ़्रीका, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया में इतिहास के पुनर्लेखन की मांग का पश्चिमी वामपंथी समर्थन करते हैं, ताकि विदेशी विजेताओं, मिशनरियों के लिखे इतिहास में सुधार कर देसी और सताए गए लोगों की दृष्टि से इतिहास लिखा जाए। लेकिन भारत में सदियों से सताए गए हिंदुओं की दृष्टि से इतिहास लिखने के प्रयास को ‘भगवाकरण’ कहकर वामपंथी […]
नई दिल्ली 30 नवंबर । एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए नृवैज्ञानिक – लेखक पद्मश्री डॉ श्याम सिंह शशि ने कहा कि रामराज्य में शेर और बकरी एक घाट पर पानी पीते थे । इस कथन का उन्होंने अपनी नई पुस्तक ‘भारतीय संविधान, संस्कृति एवं रामराज्य’ […]
प्रस्तुत है एक ताज़ा ग़ज़ल- कह रहे वो देख लो सब आज की उपलब्धियाँ। भूख के इंडेक्स की भी दिख रहीं गहराइयाँ। झूठ के सूरज के आगे गुम हुए किरदार सब, अब नज़र बस आज रही हैं घूरतीं परछाइयाँ। आमजन को पंथ की कुछ दी गई इतनी अफीम, टूटती उनकी नहीं हैं आजकल मदहोशियाँ। गुल […]