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आज का चिंतन

वैदिक कर्म-फल सिद्धान्त सत्य नियमों पर आधारित यथार्थ दर्शन है”

ओ३म् ======= वैदिक धर्म सृष्टि का सबसे पुराना धर्म है। यह धर्म न केवल इस सृष्टि के आरम्भ से प्रचलित हुआ है अपितु इससे पूर्व जितनी बार भी प्रलय व सृष्टि हुई हैं, उन सब सृष्टि कालों में भी एकमात्र वैदिक धर्म ही पूरे विश्व में प्रवर्तित रहा है। इसका कारण यह है कि ईश्वर, […]

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इतिहास के पन्नों से

पानीपत में हुए युद्ध में मराठों की ऐसी उपेक्षा क्यों

राजीव कुमार मूवी का ट्रेलर रिलीज हो चुका है ,साथ ही #लिबरलगैंग , “अहमद शाह अब्दाली” की शान मे कसीदे पढने की चिर परिचित #गद्दारी वाली हरकतो पर उतर आया है । सदाशिव राव भाऊ का रोल , गोल मटोल बेडौल सा “अर्जुन कपूर ” निभा रहा है , जबकि अब्दाली के रोल मे दमदार […]

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भारतीय संस्कृति

‘वैदिक संपत्ति’ में भारत की छुपी है पूरी गौरव गाथा

देवेंद्र सिंह आर्य चेयरमैन ‘उगता भारत’ भारत पर सभ्यतागत आक्रमणों में एक बडा आक्रमण यहां की ज्ञान परंपरा पर किया गया था। भारतीय ज्ञान परंपरा का सबसे बडा आधार थे वेद और इसलिए अंग्रेजों सहित समस्त यूरोपीय बौद्धिक जगत ने वेदों को निरर्थक साबित करने के लिए एडी-चोटी एक कर दिया था। सबसे पहले कहा […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं

पुलकित भारद्वाज 15 मार्च 1854 गोधूलि बेला में झांसी का सफेद शाही हाथी घुड़सवार दस्तों के साथ राजमहल की तरफ बढ़ रहा था। आमतौर पर झांसी के शाही मेहमानों की अगवानी इसी तरह की जाती थी। लेकिन उस दिन हाथी के ऊपर लगे और लाल मखमल से सजे चांदी के हौद में जो शख्स सवार […]

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महत्वपूर्ण लेख

सनातन धर्म में रिजवी की वापसी एक शुभ संकेत

सनातन मार्ग पर वसीम की वापसी #vijaymanohartiwari मैं लंबे समय से वसीम रिजवी को सुन और पढ़ रहा था। उनका लिखा भी और उनके बारे में लिखा गया भी। मुख्य धारा के मीडिया यानी अखबार और टीवी चैनलों से ज्यादा सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वे छाए हुए थे। यूट्यूब चैनलों में उन्हें अपनी बात खुलकर […]

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आओ कुछ जाने

*इस्‍लामी मान्‍यताओं को छोड़कर हिंदूू धर्म अपनाने वालों की बढ़ रही संख्‍या… ये बदलती हवा का दौर है…*

बीते दिनों वसीम रिजवी ने सनातन धर्म ग्रहण कर लिया। इसके पहले इंडोनेशिया के संस्थापक और प्रथम राष्ट्रपति की पुत्री सुकमावती सुकर्णोपुत्री ने इस्लाम छोड़ विधिवत हिंदू धर्म स्वीकार किया था। मुस्लिम देशों में इस्लाम छोड़ने, उस पर विश्वास न रखने और इस्लामी मान्यताएं ठुकराने वाले मुसलमानों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सुकर्णोपुत्री […]

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महत्वपूर्ण लेख

भोपाल की वो हजारों लाशें आज भी नेताओं से हिसाब से माँग रही है

आनंद जोनवार 3 दिसम्बर 1984 आधुनिक युग की दुनिया के इतिहास में काली परेड के यूनियन कार्बाइड कारखाने द्वारा कीड़े मकोड़ों को मारने वाले रसायन मिथाइल आइसोसायनाइड के खौफनाक रिसन से भोपाल गैस त्रासदी काले पन्नों में दर्ज हुई है । दुर्घटना गैर जिम्मेदारी, लापरवाही, लोभ,लालच और अनदेखी का परिणाम था। जिसका खामियाजा निर्दोष नागरिकों […]

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इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के पुरोधा श्रीराम, अध्याय – 11( ख) राम हमारी श्रद्धा के केन्द्र क्यों ?

      संसार के इतिहास में ऐसे अवसर ढूंढने बड़े कठिन हैं – जब राज्य गेंद बनकर उछल रहा हो। कोई सा भाई भी राज्य पर अपना अधिकार बनाना उचित नहीं मान रहा था। दोनों धर्म और मर्यादा की डोर से बंधे गए थे और एक दूसरे से कहे जा रहे थे कि राज सिंहासन पर […]

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इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के पुरोधा श्रीराम, अध्याय – 11( क) राम हमारी श्रद्धा के केन्द्र क्यों ?

रामचंद्र जी को भारत के लोगों ने अपनी श्रद्धा और आस्था का केंद्र बनाकर पूजा है।  पिछले अध्यायों में हमने इस बात पर प्रकाश डालने का प्रयास किया है कि वह हमारी श्रद्धा और आस्था के केंद्र क्यों बन गए ? निश्चित रूप से उनका महान व्यक्तित्व ही इसके लिए उत्तरदायीहै । अब इस अध्याय […]

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महत्वपूर्ण लेख

मुस्लिम समाज का दीर्घकालिक लक्ष्य उसे कभी हासिल नहीं होगा———-श्याम सुन्दर पोद्दार  

———————————————१९२० में मुसलमानों ने कांग्रेस के अन्दर प्रवेश करके खिलाफ़त आन्दोलन किया था। जनता की निगाह में तो वह अकेला पतन अंग्रेजो के खिलाफ चलाया गया आंदोलन था। जिसका लक्ष्य देश को आजाद कराना था परंतु सच कुछ और था। सच यह था कि अंग्रेजों ने टर्की के शासक मुसलमानों के धर्मगुरु खलीफा को उसके […]

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