प्रस्तुति – देवेंद्र सिंह आर्य [चेयरमैन ‘उगता भारत’ समाचार पत्र] करवा चौथ की मनघड़ंत कहानी- एक धोबी की पत्नी थी दोनों पति पत्नी कपड़े धोने का काम करते और नदी में जाकर कपड़े धोते और वही सुखा के बाद में जिसके भी कपड़े होते वो घर पहुंचा देते उससे उनकी आजीविका चलती थी इस प्रकार […]
Month: October 2021
बलबीर पुंज सेक्युलरिज्म के नाम पर तथाकथित सेक्युलर राजनीतिक दल देश में इस्लामी कट्टरवाद को कब तक बढ़ाते रहेंगे? वोट बैंक से प्रेरित इस कुत्सित सांप्रदायिकता के विष का देश के शरीर और आत्मा पर क्या प्रभाव होगा? हाल के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, सपा और बसपा के बीच इस्लामी वोट बैंक को […]
ओ३म् हमारा यह संसार लाखों व करोड़ो वर्ष पूर्व बना है। यह अपने आप नहीं बना और न ही स्वमेव बिना किसी कर्ता के बन ही सकता है। इसका बनाने वाला अवश्य कोई है। जो भी चीज बनती है उसका बनने से पहले अस्तित्व नहीं होता। इस संसार का भी बनने से पहले इस दृश्यरूप […]
हितेश शंकर आजाद हिन्द सरकार ने एक ऐसा भारत बनाने का वादा किया था, जिसमें सभी के पास समान अधिकार हों, सभी के पास समान अवसर हों। आजाद हिन्द सरकार ने एक ऐसा भारत बनाने का वादा किया था जो अपनी प्राचीन परम्पराओं से प्रेरणा लेगा और गौरवपूर्ण बनाने वाले सुखी और समृद्ध भारत का […]
दिल में ही प्रभु जब रहते हैं
आज का वैदिक भजन दिल में ही प्रभु जब रहते हैं मन्दिर की जरूरत क्या होगी निराकार बताया वेदों ने फिर उसकी मूरत क्या होगी नादान हैं जमाने वाले भी जो भोग लगाते ईश्वर को दुनिया को खिलाता है उसको भिक्षा की जरूरत क्या होगी जो पहले से ही पास तेरे फिर उसको बुलाना कैसा […]
राम माधव संयुक्त राज्य अमेरिका की अफगानिस्तान से वापसी और तालिबान का तेजी से उदय एक स्थानीय घटना मात्र नहीं है। वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में इसके दूरगामी परिणाम होंगे। रूस और चीन अमेरिका की खाली की हुई जमीन को भर रहे हैं। यह वैश्विक मंच पर नए उभरते भू-राजनीतिक समीकरणों का संकेत है। ऐसे वातावरण […]
प्रस्तुति – श्रीनिवास आर्य वेदों और पुराणों को कलमबद्ध करने का काम यहां के नैमिषारण्य में हुआ था। अवध क्षेत्र में ही अयोध्या जैसा तीर्थ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के कुशीनगर को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सौगात दी। इस मौके पर उन्होंने एक बार फिर उत्तर प्रदेश के गौरव को रेखांकित […]
किसी शायर ने क्या खूब कहा है :- कमजोर लोग ही शिकवा और शिकायत करते है। महान लोग तो हमेशा कर्म की वकालत करते है।। हमारे राष्ट्रनायक रामचंद्र जी महाराज के यहां शिकवा- शिकायत की कोई गुंजाइश नहीं थी। क्योंकि वह इतिहास निर्माण करने की किसी भी चुनौती से बचकर निकलने वाले नहीं थे। वह […]
राकेश सैन श्री हरिमन्दिर साहिब की बेअदबी करने वाले मुगल सरदार मस्सा रंघड़ का सिर नेजे पर टांग कर लाने वाले भाई सुक्खा व सरदार मेहताब सिंह भंगू के मुखारविन्द से अकसर यह निकलता था कि ‘आपि न डरउ न अवर डरावउ’ अर्थात न तो आप डरो और न ही किसी और को डराएं। पंजाब […]
वेद रूपी गंगा
वेद रूपी गंगा इंग्लैंड प्रदेश से एक विदेशी जिज्ञासु युवक गंगा नदी की महिमा सुनकर कोलकाता आया। मगर हावड़ा पुल से गंदे गंगा जल को देखकर वह हैरान हो गया। उसके मन में शंका हुई कि क्या यही गंगा नदी है जिसके जल को अमृत समान माना जाता है? एक पंडित जी से उन्होंने अपनी […]