शत्-शत् नमन 5 अक्टूबर/जन्मदिवस, ज्वालारूपी रानी दुर्गावती जिनका हत्यारा था वो अकबर जिसे साजिशन बनाया गया महान* अकबर की महानता के गुण गाने वालों को आज पता भी नहीं होगा की आज किसका जन्म दिवस है। उन्हें भी नहीं पता होगा जिन्होंने आज़ादी , शौर्य , वीरता और बलिदान को केवल दो या चार परिवारों […]
महीना: अक्टूबर 2021
अशोक मधुप ऐसे में नवजोत सिंह सिद्धू ने अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देकर सभी को हैरान कर दिया। सिद्धू इस पद पर पांच हफ्ते से भी कम समय के लिए रहे। कैप्टन अमरिंदर सिंह के सीएम पद पर रहते सिद्धू और उनके बीच लंबे समय तक तकरार की स्थिति बनी रही। पंजाब कांग्रेस में चल […]
आईपीएस और आईएस अधिकारी अब यूनियनबाजी पर उतर आते हैं, अपने कर्मचारियो और अधिकारियों की गुंडई, भ्रष्टचार को संरक्षण देने के लिए सरेआम न्याय की हत्या करते हैं और पीडि़त पक्ष को डराते-धमकाते हैं, उल्टे जेल में डालने और कंगाल बनाने की धमकी भी पिलाते हैं। …… मनीष गुप्ता की हत्या के बाद जिस तरह […]
किसान खोल में गुंडे और देशद्रोहियों को हिंसा की छूट क्यों मिली है ? *विष्णुगुप्त* अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार की तथाकथित किसान आंदोलन के प्रति नरम नीति काल बन रही है, देश की सुरक्षा, मानवता की सुरक्षा, निर्दोष लोगों की जान की सुरक्षा पर आंच आ रही है, आने-जाने के अधिकार का हनन […]
हरि सिंह नलवा…. जिनके डर से पठान आज भी स्त्रियों के वस्त्र , जिसे आज पठानी सूट कहा जाता है वो दरअसल स्त्रियों द्वारा पहने जाने वाला सलवार कमीज है ! (ये लेख उन सभी के लिए उपयोगी है जो इतिहास और फैशन डिजाइनिंग में रुचि रखते हैं ) एक बार की बात है दिल्ली […]
विजय मनोहर तिवारी भालचंद्र दत्तात्रेय खेर और शैलजा राजे ने बहुत पहले सावरकर पर एक किताब लिखी थी, जो वर्ष 2007 में हिंदी में छपकर आई थी। इसका शीर्षक था-“यज्ञ”। मराठी रचनाकार खेर के 100 से ज्यादा उपन्यास हैं। लाल बहादुर शास्त्री और नेताजी सुभाषचंद्र बोस जैसे भारत माता के सच्चे सपूतों पर भी उन्होंने […]
जन्म: 4 अक्टूबर 1857, मांडवी, कच्छ, गुजरात स्वामी दयानंद सरस्वती का साहित्य पढ़ने के बाद श्यामजी कृष्ण वर्मा उनके राष्ट्रवाद और दर्शन से प्रभावित होकर पहले ही उनके अनुयायी बन चुके थे। स्वामी दयानंद सरस्वती की प्रेरणा से ही उन्होंने लन्दन में ‘इंडिया हाउस’ की स्थापना की थी जिससे मैडम कामा, वीर सावरकर, वीरेन्द्रनाथ चटोपाध्याय, […]
वेदों में एक ईश्वर के अनेक नाम बताये गए है। ईश्वर का हर नाम ईश्वर के गुण का प्रतिपादन करता हैं। ईश्वर के असंख्य गुण होने के कारण असंख्य नाम है। 1- शिव –(शिवु कल्याणे) इस धातु से ‘शिव’ शब्द सिद्ध होता है। ‘बहुलमेतन्निदर्शनम्’ इससे शिवु धातु माना जाता है, जो कल्याणस्वरूप और कल्याण का […]
ओमप्रकाश श्रीवास्तव पहले विज्ञान की बात करें। प्रकृति के नियम स्वमेव पैदा हुए हैं। प्रकृति उन्हीं नियमों से चलती है, भले ही हम उन्हें जानें या न जानें। प्रकृति के इन्हीं नियमों की खोज विज्ञान है। जब हम गुरुत्वाकर्षण नियम नहीं जानते थे तब भी पेड़ से टूटा फल जमीन पर ही गिरता था। हिन्दूधर्म […]
ललित गर्ग आंदोलन से उपजी समस्याओं से सुप्रीम कोर्ट भी अवगत है, लेकिन समझना कठिन है कि वह कोई फैसला सुनाने से क्यों बच रहा है? वह न तो किसान संगठनों की ओर से सड़कों को बाधित किए जाने का संज्ञान ले रहा है और न ही कृषि कानूनों की समीक्षा करने वाली समिति की […]