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आर्थिकी/व्यापार

पैंडोरा-पेपर्सः काले पन्नों के सफेद दागी

प्रमोद भार्गव टैक्स हैवन यानी कर के स्वर्ग माने जाने वाले देशों में गुप्त संपंत्ति बनाने की पड़ताल से जुड़े दस्तावेजों में 300 प्रतिष्ठित भारतीयों के नाम हैं। इनमें प्रसिद्ध व्यवसायी अनिल अंबानी, विनोद अडाणी, समीर थापर, अजीत केरकर, सतीश शर्मा, किरण मजूमदार शॉ, पीएनबी बैंक घोटाले के आरोपी नीरव मोदी की बहन पूर्वी मोदी, […]

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उगता भारत न्यूज़

माता सत्यवती आर्या  की 97 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित सामवेद परायण यज्ञ में बोले विद्वान – भारतीय संगीत के इतिहास के क्षेत्र में सामवेद का महत्वपूर्ण योगदान रहा है : महेंद्र सिंह आर्य

ग्रेटर नोएडा ( संवाददाता )  माता सत्यवती की 97 वी जयंती के अवसर पर चल रहे सामवेद परायण यज्ञ में चौथे सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए आर्य समाज के क्रांतिकारी नेता और आर्य प्रतिनिधि सभा जनपद गौतम बुद्ध नगर के प्रधान महेंद्र सिंह आर्य ने कहा कि सामवेद  चार वेदों में […]

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उगता भारत न्यूज़

माता सत्यवती आर्या की 97 वी जयंती : चल रहा है तीन दिवसीय सामवेद पारायण यज्ञ

ग्रेटर नोएडा । ( विशेष संवाददाता)  ‘उगता भारत’ समाचार पत्र परिवार की ओर से माता सत्यवती आर्या जी  की 97 वीं जयंती के अवसर पर तीन दिवसीय सामवेद पारायणयज्ञ का आयोजन किया गया है।  जिसके ब्रह्मा आर्य जगत के सुप्रसिद्ध विद्वान आचार्य विद्या देव जी और अध्यक्ष देव मुनि जी हैं।    8 अक्टूबर के […]

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आर्थिकी/व्यापार

भारत में ग्रामीण एवं शहरी अर्थव्यवस्थाओं का तेजी से औपचारीकरण हो रहा है

अभी हाल ही में अखिल भारतीय ऋण एवं निवेश सर्वे का प्रतिवेदन वर्ष 2018 के लिए जारी किया गया है। इस प्रतिवेदन के अनुसार वर्ष 2012 एवं 2018 के बीच ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में औसत ऋण की राशि में काफी सुधार देखने में आया है। ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण की राशि में 84 प्रतिशत […]

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विविधा

विश्व में कठोर कानूनों के बावजूद आर्थिक अपराधों की चरम पराकाष्ठा

ललित गर्ग समूची दुनिया में कानूनों के बावजूद आंधी धड़ल्ले से चल रही है, इसमें जिन सैंकड़ों लोगों के नाम सामने आए हैं उनमें प्रभावशाली राजनेताओं, अरबपतियों, मशहूर व्यक्तियों और धार्मिक हस्तियों ने खरबों डॉलर की संपत्ति का कर बचाने के लिये ऑफशोर विदेशी कंपनियों के खातों का उपयोग किया है। दुनिया में कठोर कानूनों […]

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मुद्दा

वैश्विक बीमारी से तो बच गए लेकिन महंगाई से कैसे बचें

डॉ. वेदप्रताप वैदिक दुकानदार हाथ मल रहे हैं कि उनके फल अब बहुत कम बिकते हैं और पड़े-पड़े सड़ जाते हैं। लोगों ने सब्जियाँ और फल खाना कम कर दिया लेकिन दालों के भाव भी दमघोटू हो गए हैं। आम आदमी की जिंदगी पहले ही दूभर थी लेकिन कोरोना ने उसे और दर्दनाक बना दिया […]

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अन्य

‘सिटिज़न जर्नलिज़्म’ की संभावना व भूमिका

डॉ. पवन सिंह मलिक हम नागरिक पत्रकार क्यों बने ? इस एक प्रश्न के सही चिंतन व विश्लेषण से ही सार्थक नागरिक पत्रकार बनने की दिशा तय होती है। तभी नागरिक पत्रकार किसी मीडिया संस्थान से न जुड़े होने के बावजूद भी निष्पक्ष भाव से समाचार सामग्री का सृजन कर पायेगा। सिटिज़न जर्नलिज़्म शब्द जिसे […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

25 सितम्बर- दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर विशेष  ———–   शासकीय तंत्र में मानवीय मंत्र की स्थापना का सिद्धांत – एकात्म मानववाद

———–  महान दार्शनिक प्लेटो के शिष्य व सिकंदर के गुरु अरस्तु ने कहा था – “विषमता का सबसे बुरा रूप है विषम चीजों को एक समान बनाने का प्रयत्न करना।”   The worst form of inequality is to try to make unequal things equal. एकात्म मानववाद, विषमता को इससे बहुत आगे के स्तर पर जाकर हमें […]

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राजनीति

कन्हैया कुमार: कांग्रेस के कंधो पर बेताल 

विक्रम और बेताल की कथा अब आधी अधूरी दोहराई जा रही है. किंतु इस कथा में अब विक्रम तो है नहीं मात्र बेताल है जो अब विपन्न और विस्थापित कांग्रेस के कंधों पर सवार है. बेताल और कोई नहीं वामपंथ है जिसने बौद्धिक, वैचारिक और सेद्धान्तिक रूप से कांग्रेस को खोखला कर दिया है. भाजपा […]

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आज का चिंतन

ओ३म् “सृष्टि एवं इतर सभी अपौरुषेय रचनायें ईश्वर के अस्तित्व का प्रमाण हैं”

ओ३म् =========== हम संसार में अनेक रचनायें देखते हैं। रचनायें दो प्रकार की होती हैं। एक पौरुषेय और दूसरी अपौरुषेय। पौरुषेय रचनायें वह होती हैं जिन्हें मनुष्य बना सकते हैं। हम भोजन में रोटी का सेवन करते हैं। यह रोटी आटे से बनती है। इसे मनुष्य अर्थात् स्त्री वा पुरुष बनाते हैं। मनुष्य द्वारा बनने […]

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