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आज का चिंतन

“नवरात्रो में मांसाहारियों का व्रत या पाखण्ड”*

श्राद्ध के अन्तिम दिनों में माँसाहारियों ने होटलों पर भीड़ बढ़ाई और डट कर मांस खाया | क्योंकि अब आगे नौ दिन मांसाहार भोजन को छोड़कर धार्मिकता का ढोंग जो करना है । बड़ी ही आश्चर्य होती है कि यह कैसी धार्मिक आस्था है, नवरात्रों में तो मांसाहार से दूरी बना कर अपनी श्रद्धा दिखाते […]

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इतिहास के पन्नों से

राममंदिर विध्वंस एवं तुलसीदास

-अरुण लवानिया आपको कुछ मुसलमान और कम्युनिस्ट यह चिल्लाते दिखेंगे कि अगर बाबर ने हिन्दू मंदिर तोडा होता तो तुलसीदास ने लिखा होता। मगर इसका कोई प्रमाण रामचरितमानस में नहीं मिलता। सत्य यह है कि तुलसीदास जी ने बाबर के हाथों राममंदिर विध्वंस का वर्णन लिखा था। यह वर्णन रामचरितमानस में नहीं अपितु दोहा शतक […]

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इतिहास के पन्नों से

नोआखाली/कोलकाता के दंगों में आर्यसमाज

आज 10 अक्टूबर का दिन है। आज के ही दिन 1946 में अविभाजित बंगाल के नोआखाली में 80% मुस्लिम बहुल जनसंख्या वाले प्रान्त में 20 % हिन्दू अल्पसंख्यक जनसंख्या पर मजहबी कहर बरपाना आरम्भ किया था। हिन्दुओं की घर संपत्ति लूट ली गई। हज़ारों की संख्या में उन्हें मार डाला गया। महिलाओं की इज्जत लूटी […]

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देश विदेश

उइगरों को मिटाने के लिए चीन का खतरनाक कदम, बॉडी पार्ट काटकर तैयार कर रहा जीन बैंक

चीन बना रहा अपना जीन बैंक काफी समय से चीन द्वारा मुस्लिम विशेषकर उइगर मुस्लिमो पर कोई न कोई अत्याचार कर रहा है, जिस पर सारे मुस्लिम देश और मानवाधिकार चुप्पी साधे हुए हैं। जितने भी मानवाधिकार है ये केवल भारत में ही सक्रीय होते हैं। उइगर मुस्लिमों के साथ अत्याचार की हर सीमा को […]

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आज का चिंतन

पितर, श्राद्ध और तर्पण के सत्य वैदिक स्वरूप*

पितर, श्राद्ध और तर्पण के सत्य वैदिक स्वरूप महर्षि दयानन्द सरस्वती जी के अनुसार, “श्रत्सत्यं दधाति यया क्रियया सा श्रद्धा, श्रध्दया यत्क्रियते तच्छ्राध्दम् |” अर्थात जिससे सत्य को ग्रहण किया जाये उसको ‘श्रद्धा’ और जो-जो श्रद्धा से सेवारूप कर्म किये जाए उनका नाम श्राद्ध है । “तृप्यन्ति तर्पयन्ति येन पितृन् तत्तर्पणम् |” अर्थात जिस-जिस कर्म […]

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मुद्दा

क्या कांग्रेस सचमुच अपने आप में बदलाव करने को तैयार है ?

जगदीश रत्तनाणी कांग्रेस ही है जिसने देश को सोवियत संघ के तरीके वाली पंचवर्षीय योजनाएं, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों को सम्मानजनक ऊंचाइयां दीं और गरीबी की समस्या से निपटना शुरू किया। यह कांग्रेस ही थी जिसने तिजोरी खाली होते हुए भी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए 1991 में ‘नव उदारवादी नीतियों’ पर चलने का मार्ग […]

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आज का चिंतन

वेदों का काव्य-अनुवाद करने वाले यशस्वी विद्वान श्री वीरेन्द्र राजपूत’

ओ३म् ============ श्री वीरेन्द्र राजपूत जी देहरादून में निवास करते हैं। वह मुरादाबाद के रहने वाले हैं। देहरादून में वह अपनी पुत्री के साथ निवास करते हैं। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी भी हैं। बहिन जी चल नहीं सकती। वह व्हीलचेयर पर रहती हैं और उस पर बैठ कर ही अपने आवश्यक कुछ कार्य कर लेती […]

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उगता भारत न्यूज़

*जाहिलों की जमात में भेड़िए बने नमाज़ी, गिद्ध बने हकीम और लोमड़ी बनी काज़ी*

🙏बुरा मानो या भला 🙏 —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने 4 अक्टूबर 2021 को तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में एक किसान संगठन की याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि “जब तीनों कृषि कानूनों पर रोक लगा दी गई है, तो किसान संगठन किसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.” […]

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उगता भारत न्यूज़

*निर्विघ्न विधिवत संपन्न हुआ सामवेद पारायण महायज्ञ* अनेकों अतिथियों ने की शिरकत : आर्य बंधु परिवार ने हृदय तल से किया सभी का स्वागत सम्मान

आर्य सागर खारी अवगत हो कि 7 अक्टूबर 2021 को मूलतः जनपद गौतम बुध नगर की दादरी तहसील के महावड़ गांव  निवासी प्रसिद्ध इतिहासकार, चिंतक ,लेखक ,अधिवक्ता एवम पत्रकार डॉ राकेश कुमार आर्य ,वरिष्ठ अधिवक्ता व चिंतक देवेंद्रसिंह आर्य , वरिष्ठ शिक्षाविद प्रोफेसर विजेन्द्रसिंह आर्य , सूबेदार मेजर वीरसिंह आर्य  की दिवंगत माता श्रीमती सत्यवती […]

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उगता भारत न्यूज़

“दुखों को बढ़ाना या घटाना, बहुत कुछ आपके अपने हाथ में है।”

<img src=”https://www.ugtabharat.com/wp-content/uploads/2021/10/IMG-20211010-WA0061-206×300.jpg” alt=”” width=”206″ height=”300″ class=”alignright size-medium wp-image-44596″ /> दुख तो जीवन में आते थे, आते हैं, और जब तक जीवन है, तब तक आते रहेंगे। इन से पूरी तरह बचने का तो केवल एक उपाय है, वह मोक्ष। “मोक्ष प्राप्त कर लेने पर फिर दुख नहीं आते। क्योंकि मोक्ष में दुख का कारण शरीर […]

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