केसी त्यागी आज 11 अक्टूबर (1902) जेपी का जन्मदिन है। गांधी के बाद देश की राजनीति में जितने और जिस तरह के प्रयोग जेपी ने किए, वैसे उदाहरण बहुत कम मिलते हैं। समतामूलक समाज, लोकतंत्र, नागरिक अधिकार, भ्रष्टाचार उन्मूलन और सभी प्रकार के शोषण और जुल्म-ज्यादती से मुक्त समाज का जिक्र होते ही जयप्रकाश याद […]
Month: October 2021
पुस्तक का नाम : सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के पुरोधा:भगवान श्रीराम लेखकीय निवेदन का शेष थाईलैंड का राज परिवार और श्री राम थाईलैंड के राज परिवार में आज तक भी लोग अपने नाम के साथ राम जोड़कर प्रसन्न होते हैं। वे समझते हैं कि जैसे श्रीराम ने दैवीय शक्तियों के माध्यम से शासन किया था […]
◼️आर्यावर्त क्या है?◼️*
✍🏻 लेखक – प्रो० उमाकान्त उपाध्याय, एम० ए० प्रस्तुति – 🌺 ‘अवत्सार’ जब कभी भ्रान्त विचार चल पड़ते हैं तो उनके अवश्यम्भावी अनिष्टकारी परिणामों से बचना दुष्कर हो जाता है। इसी प्रकार का एक अशुद्ध भ्रान्त विचार यह है कि आर्यावर्त की सीमा उत्तर भारत तक ही है और आर्यावर्त की दक्षिणी सीमा उत्तर प्रदेश […]
मंदिर बेचने के लिए लगाया गया पोस्टर (साभार- गुजरातवॉच) “हर गुरुवार को, जलाराम बापा मंदिर (Jalaram Bapa Temple) में शाम की आरती होती थी। फिर एक दिन शौकत अली ने मंदिर के ठीक सामने एक घर खरीदा। उसने आरती का विरोध करना शुरू किया। धीरे-धीरे सोसाइटी के 28 घरों को मुसलमानों ने खरीद लिया और […]
तथाकथित किसान आंदोलन को समर्थन दे समस्त मोदी विरोधी केंद्र में मोदी सरकार को हटाने के लिए एकजुट हुए हैं, शायद भूल गए कि यही समर्थन उनके विरुद्ध जा रहा है और 26 जनवरी को लाल किला से लेकर लखीमपुर खेरी तक हुए हंगामे से इन सबकी छवि और अधिक धूमिल ही हुई है। क्योकि […]
अजहर सिंड्रोम एक बीमारी का नाम है जो सिर्फ उन मुसलमानों में पाया जाता है जो गुनाह पकड़े जाने पर मुस्लिम होने का विक्टिम कार्ड खेलने लगते हैं। इस बीमारी का नाम अजहरुद्दीन के नाम से पड़ा था जो जब क्रिकेट फिक्सिंग के आरोप में पकड़ा गया था तो दुनिया भर मुसलमानों को सहानुभूति प्राप्त […]
क्या हनुमान जी बंदर थे ?
🌹आर्य समाज के प्रवक्ता और वेद प्रचारक स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक का उत्तर : – महाबली हमुमान जी वानर = बन्दर नहीं थे. वे वेदों के बड़े विद्वान्, बलवान, ब्रह्मचारी और तपस्वी ‘मनुष्य’ थे. इसके कुछ प्रमाण मैं यहाँ लिखता हूँ : – १- हनुमान जी की माता जी का नाम ‘अंजनी’ था. और पिता जी […]
मौत को मौका बनाकर गरीब जनता के साथ खतरनाक विश्वासघात करने, उसके साथ भद्दा सामाजिक राजनीतिक मजाक करने का कांग्रेसी इतिहास 41 बरस पुराना है। 6 अक्टूबर को अपने कांग्रेसी मातम की राजनीतिक मजलिस करने लखीमपुर गयी राहुल प्रियंका भूपेश और चन्नी की कांग्रेसी चौकड़ी समेत पूरी कांग्रेसी फौज भूल गयी है या भूलने का […]
मुकुल व्यास दुनिया में 2050 तक 9 अरब लोगों को खाद्यान्नों की आवश्यकता पड़ेगी। इसका अर्थ यह हुआ कि किसानों को सीमित कृषि भूमि पर 50 प्रतिशत अधिक अन्न उगाना पड़ेगा। इस बड़ी चुनौती से निपटने के लिए वनस्पति वैज्ञानिक पौधों में कुछ ऐसी फेरबदल करने की कोशिश कर रहे हैं जिससे उनमें प्रकाश-संश्लेषण (फोटोसिंथेसिस) […]
जनजातीय समाज में शारदीय नवरात्रि हेमेन्द्र क्षीरसागर हिन्दू धर्म से वनवासी समाज को अलग परिभाषित करने के सभी विभाजनकारी षड्यंत्र तब धवस्त हो जाते हैं, जब इनकी मान्यताएँ, पर्व, रहन-शैली, विचार मेल खाते हैं। बाघ देवी, ज्वाला देवी, गांव देवी और वन देवी की पूजा-अर्चना तथा अंचलों में मंदिर, पट, मढिया इसके ज्वलंत उदाहरण है। […]