* संजय पंकज सूर्य चंद्र की किरणें आओ! आओ गगन धरा पर आओ! आओ नवरस नवलय आओ! आओ दिग्दिगंत पर आओ! जगमग जग को कर जाओ! आलोक देवता आओ !! हर आंगन में मन प्रांगण में उजड़े उजड़े वन कानन में, बहुरंगे फूल खिलाओ! आलोक देवता आओ! तम गहरा है गम ठहरा है कदम-कदम निर्मम […]
महीना: अक्टूबर 2021
* संजय पंकज रात अंधेरी दिया जलाए साथी तुम चलते रहना! दूर गगन में सूरज डूबा दिन का संबल टूट गया पनघट से घट लेकर लौटा जल में ही जल छूट गया दिल में अपने दर्द दबाए यादों में ढलते रहना! नहीं धरा से बढ़कर कोई जो थामे आधार बने लहर लहर से अपने चूमे […]
आज हम अपने इतिहास के महानायक सरदार बल्लभ भाई पटेल जी की जयंती मना रहे हैं । 1875 में आज के दिन जन्मे सरदार वल्लभभाई पटेल भारतीय इतिहास की एक ऐसी महान विरासत हैं जिन पर आने वाली पीढ़ी गर्व करेंगी। क्योंकि उन्होंने देश की एकता और अखंडता के लिए जो महान कार्य किया, वह […]
शंकर शरण। बांग्लादेश में दुर्गापूजा पंडालों का विध्वंस, मंदिरों पर हमले और हिंदुओं की हत्याओं पर दुनिया के अधिकांश लोग इसके बावजूद अनभिज्ञ हैं कि यह सब पहली बार नहीं हुआ। बांग्लादेश में हिंदू संहार गत कई दशकों से सतत जारी विश्व की सबसे बड़ी घटना है। इसे नरसंहार कहना अतिरंजना नहीं। संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन, […]
#डॉविवेकआर्य आर्यन खान को जमानत मिल गई। बॉलीवुड की दीवाली एक हफ़्ता पहले ही आ गई। चाटुकार मीडिया अब आर्यन खान को एक पीड़ित के रूप में पेश करे तो समझना कि शाहरुख़ खान की मार्केटिंग एजेंसी ने अपना होमवर्क करना शुरू कर दिया है। करे भी क्यों नहीं? आखिर आर्यन को भी फिल्मी सितारा […]
ओ३म् वैदिक धर्म एवं संस्कृति के उन्नयन में स्वामी श्रद्धानन्द जी का महान योगदान है। उन्होंने अपना सारा जीवन इस कार्य के लिए समर्पित किया था। वैदिक धर्म के सभी सिद्धान्तों को उन्होंने अपने जीवन में धारण किया था। देश भक्ति से सराबोर वह विश्व की प्रथम धर्म-संस्कृति के मूल आधार ईश्वरीय ज्ञान ‘‘वेद” के […]
<img src=”https://www.ugtabharat.com/wp-content/uploads/2021/10/IMG-20211030-WA0015-300×198.jpg” alt=”” width=”300″ height=”198″ class=”alignright size-medium wp-image-45881″ /> * संजय पंकज एक दीप द्वार पर एक दीप देहरी! दीप दीप जल गए रौशनी हरी हरी! दूर – दूर भूमि यह दीखती कि झूमती कि केंद्र की कील पर मंद – मंद घूमती तान – तान मधुरिमा ज्योति-लय विभावरी! आंख आंख नूर से कोहिनूर बन […]
-जब पाकिस्तान जीता तो हिंदुस्तान में रहने वाले मुसलमानों ने कल जमकर पटाखे फोड़े और आतिशबाजी की… कल दिल्ली में उन इलाकों से पटाखों की आवाजें आती रहीं जहां शाहीनबाग आंदोलन का सबसे ज्यादा जोर था और ऐसा लगा कि ये कोई पटाखों की आवाज नहीं है… ये उन अदृश्य जूतों की आवाज थी जो […]
———————————————हिंदुस्तान में रहने वाले मुसलमानो के दिल में एक भयंकर टीस है। मुसलमानो के ६०० वर्ष के हिंदुस्तान के शासन के बावजूद सिर्फ़ २३ प्रतिशत हिन्दू ही मुसलमान बन सके ७७ प्रतिशत काफिर हिन्दू हिन्दू ही रहे। जबकि मात्र १०० वर्षों के इस्लामी शासन में ही मिश्र,ईरान, इराक़, आदि का पुराना धर्म, संस्कृति […]
परिवर्तन प्रकृति का अनिवार्य नियम है। उदाहरण के तौर पर बिहार में “एल्युमीनियम का कटोरा थमा देना” का मजाक चलता है। हमेशा से ऐसा नहीं था। जब 1807 में सर हम्फ्री डेवी ने एल्युमीनियम की वैज्ञानिक नियमों के आधार पर परिकल्पना की तब तक एलेक्ट्रोलायसिस नाम की विधि का किसी को पता ही नहीं था। […]