ओ३म् मनुष्य की उत्पत्ति अपनी आत्मा तथा परमात्मा सहित इस सृष्टि को जानने तथा सद्कर्म करने के लिये हुई है। क्या हम अपनी आत्मा, ईश्वर और इस सृष्टि को यथार्थरूप में जानते हैं? इसका उत्तर हमें यह मिलता है कि हम व संसार के प्रायः सभी लोग जिनमें सभी मतों के लोग व अनुयायी भी […]
Month: September 2021
हैदराबाद कश्मीर बनने चल निकला था और इसका शिल्पकार था ओवैसी की वर्तमान पार्टी का पुराना स्वरूप और उसका संस्थापक। सरदार पटेल ने हैदराबाद के निज़ाम की सारी पैंतरेबाजियों की हवा निकाल दी भारत की आज़ादी के समय कई ऐसी रियासतें, या यूँ कह लें, रजवाड़े थे, जो केवल अपना फायदा देख रहे थे। इसमें […]
स्वस्थ व दीर्घ जीवन का आधार शुद्ध पर्यावरण -राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य गाजियाबाद,बुधवार 22 सितम्बर 2021,केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में “वेदों में पर्यावरण” विषय पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कोरोना काल में 286 वां वेबिनार था। मुख्य वक्ता अनिता रेलन ने कहा कि वेदों में जल,वायु,पृथ्वी, आकाश को शुद्ध रखने […]
मृत्युंजय दीक्षित महंत नरेंद्र गिरि जी का संत समाज में बहुत सम्मान था। वह एक ऐसे संत थे जिन्होंने विश्व हिंदू परिषद के पूर्व दिवंगत नेता अशोक सिंहल जी के देहावसान के बाद देशभर के संत समाज को एक मंच पर लाने का अनुकरणीय काम किया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि […]
राकेश सैन पंजाब की राजनीति शुरू से ही कांग्रेस और अकाली दल के बीच दो ध्रुवीय रही है। कहने को यहां भाजपा, बसपा, आम आदमी पार्टी व कई स्थानीय दल हैं परन्तु इनका अस्तित्व या तो गठजोड़ पर निर्भर है या कई दल अभी संघर्षरत हैं। ठेठ ग्रामीण कहावत है- पेट वाले की आस में […]
ललित गर्ग जहां तक मुख्यमन्त्री चन्नी का सवाल है तो वह कुशल राजनीतिज्ञ हैं, छात्र जीवन से ही राजनीति में रहे हैं। 2007 से 2010 तक कांग्रेस से बाहर रहने वाले चन्नी को कांग्रेस में 2010 में पुनः कैप्टन ही लाये मगर पिछले दिनों वह कैप्टन के आलोचक भी रहे। पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी […]
निरंजन मार्जनी क्वॉड की सफलता के लिए उसे एक आधिकारिक स्वरूप देने की आवश्यकता है। हाल ही में बने ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका के गठबंधन ”एयूकेयूएस” को क्वॉड के लिए चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। क्वॉड की तरह एयूकेयूएस को भी एशियाई नेटो कहा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका […]
राजा दाहिर सेन का बलिदान महाभारत के ‘शान्ति पर्व’ के अनुसार जो राजा समस्त प्रजा को धनक्षय, प्राणनाश और दुःखों से बचाता है, लुटेरों से रक्षा करके अपने लोगों को जीवन-दान देता है, वह प्रजा के लिये धन और सुख देने वाला परमेश्वर माना गया है। वह राजा सम्पूर्ण यज्ञों द्वारा भगवान की आराधना करके […]
अनूप भटनागर देश के प्रधान न्यायाधीश एन.वी. रमण का मत है कि न्याय प्रदान करने वाली प्रणाली का भारतीयकरण समय की मांग है। लेकिन इसमें महत्वपूर्ण सवाल यह जुड़ा है कि विविधता से परिपूर्ण भारत में न्याय व्यवस्था का भारतीयकरण कैसे हो। प्रधान न्यायाधीश की यह चिंता भी उचित है कि अदालतों की कार्यवाही अंग्रेजी […]
डॉ. हनुमन्त यादव भारत की छठवीं पंचवर्षीय योजना के समाप्त होने पर भी भारत के सभी सामान्य राज्यों में इन राज्यों द्वारा निचली पायदान पर कायम रहने के कारण प्रो. राजकृष्णा ने अपने आलेख में इन राज्यों को बीमारू राज्य शब्द से इंगित किया था। बिहार, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के विभाजन के बावजूद बिहार के […]