🙏बुरा मानो या भला🙏 * —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” मीडिया स्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार अभी हाल ही में समाजवादी पार्टी, बिजनौर के एक नेताजी ने अपने एक वक्तव्य में कहा कि – “भाजपा ने बस समाज को बांटने वाली राजनीति को ही अपनाया है और उसे ही बढ़ावा दिया है। वह नफ़रत फैलाती है […]
Month: June 2021
जिन अंग्रेजों के अत्याचार की पूरी दुनिया में चर्चा होती है, भारतीय वीरों ने कई बार उनके छक्के छुड़ाए हैं। ऐसे कई प्रसंग इतिहास के पृष्ठों पर सुरक्षित हैं। ऐसा ही एक स्वर्णिम पृष्ठ कानपुर (उ.प्र.) से सम्बन्धित है। 1857 में जब देश के अनेक भागों में भारतीय वीरों ने अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष […]
अधिकतर भारतीय राजनेताओं की परिवार पोषक नीतियों के चलते उनकी प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों अर्थात पॉलीटिकल पार्टीज की स्थिति या तो उनके सामने या उनके बाद लड़खड़ा कर भूमिसात हो जाती है या उनकी विरासत पर ऐसी तकरार होती है जिससे उस राजनीतिज्ञ और राजनीतिक पार्टी की परिवार पोषक नीतियों का तो खुलासा हो ही […]
यह धर्मांतरण नहीं, धर्म का ‘कलंकीकरण’
डॉ. वेदप्रताप वैदिक मूक-बधिर आवासी स्कूल के बच्चों को फुसला कर योजनाबद्ध ढंग से उनका धर्मांतरण करवाया गया और उनकी शादी मुस्लिमों से करवा दी गई। यह काम सिर्फ दिल्ली और नोएडा में ही नहीं हुआ, महाराष्ट्र, केरल, आंध्र, हरयाणा और उत्तर प्रदेश में भी इस षड़यंत्र के तार फैले हुए हैं। उत्तर प्रदेश के […]
दीपक कुमार सिंह विश्व पर्यावरण दिवस पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने पारिस्थितिकी तंत्र पुनर्बहाली दशक की शुरुआत की है। इस वर्ष का थीम भी यही रखा गया है। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर इसकी घोषणा करते हुए एक वीडियो संदेश जारी किया। अपने संबोधन में […]
संजय पंकज जिसे साध कर जीवन चलता चल देता है रोग हमारा! साधक पुरखों का संवेदन जग का चंदन योग हमारा! जोड़ो जोड़ो का गायन है तो तोड़ो तोड़ो कारा भी; हमीं पूजते अंबर धरती चंदा सूरज ध्रुव तारा भी, शिव से चलकर मधुसूदन तक मानस का संयोग हमारा! योग नहीं बस मनुज मनुज को […]
[आँध्रप्रदेश के सोमू वीरराजु जिले में वहां की सरकार ने टीपू सुल्तान की मूर्ति स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय का विरोध स्थानीय लोग कर रहे है। इस लेख को पढ़े और जाने कि क्या टीपू की मूर्ति लगनी चाहिए?] #डॉविवेकआर्य बुद्धिजीवी समाज में सत्य और असत्य के मध्य भी एक युद्ध […]
छह जुलाई, 1901 को कोलकाता में श्री आशुतोष मुखर्जी एवं योगमाया देवी के घर में जन्मे डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी को दो कारणों से सदा याद किया जाता है। पहला तो यह कि वे योग्य पिता के योग्य पुत्र थे। श्री आशुतोष मुखर्जी कलकत्ता विश्वविद्यालय के संस्थापक उपकुलपति थे।1924 में उनके देहान्त के बाद केवल […]
आचार्य श्री विष्णुगुप्त आप लोगों ने विकास जुड़ का नाम भी नहीं सुना होगा, उसकी देशभक्ति की कहानी और देशभक्ति की लड़ाई भी नहीं सुनी होगी, उसकी देशद्रोहियों के प्रति वीरता भी नहीं सुनी होगी, यह सब सुनते जानते भी कैसे? उसकी कहानी तो भारतीय मीडिया में प्रकाशित हुई ही नहीं , क्योंकि वह […]
ओ३म् मनुष्य का निर्माण माता-पिता के पालन पोषण सहित उनके द्वारा दिये जाने वाले संस्कारों से होता है। माता-पिता हमें जो संस्कार देते हैं उन्हें वह विरासत में अपने माता-पिता व आचार्यों से प्राप्त होते हैं। हमारी यह सृष्टि 1.96 अरब वर्ष पुरानी है। इतने ही वर्ष पूर्व भारत वा आर्यावर्त के वर्तमान स्थान तिब्बत […]