(6 जून 1674 को वीर छत्रपति शिवाजी का राज्याभिषेक हुआ था। शिवाजी के सिंघासन आरोहण का प्रभाव अगली एक शताब्दी तक हम पूरे भारत में देखते है जब मराठा शक्ति पूरे भारत पर छा गई। आज शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के उपलक्ष में यह ऐतिहासिक लेख प्रकाशित किया जा रहा हैं। -डॉ विवेक आर्य) […]
Month: June 2021
… अपने जन्म के कुछ ही वर्षों के भीतर फारस सहित भारत पर ज़िहादी आक्रमण करने वाला इस्लाम 500 वर्षों से भी अधिक पुराना हो चला है किन्तु उसमें सहिष्णुता के चिह्न लेश भर नहीं हैं। भारत को दारुल इस्लाम बनाने के लिये एक ओर असि अत्याचार है तो दूसरी ओर आक्रान्ता ग़ोरी के […]
योग, प्राणायाम और शरीर के आठ चक्र
योग संसार के लिए भारत की अप्रतिम देन है। महर्षि पतंजलि ने योग की परिभाषा करते हुए कहा कि – ”योगश्चित्त वृत्ति निरोध:” चित्त की वृत्तियों का रोकना ही योग है। चित्त को यदि एक सरोवर मानें तो सरोवर में उठी हुई लहरों को चित्त की वृत्तियां मानना पड़ेगा । इस चित्त के सरोवर का एक किनारा […]
दिनेश चमोला ‘शैलेश’ उपदेश देना जितना सरल है, आचरण करना उतना ही कठिन है। कोई भी बात कहने व सुनने में जितनी सहज दिखाई व सुनाई देती है, वह भी व्यवहार के धरातल पर उतनी सहज नहीं होती। प्रायः बड़े-बुजुर्ग तथा तथाकथित श्रेष्ठजन को, अपने से छोटों को, यह कहते हुए सुना जाता है कि […]
*संसार स्वार्थी हैं। यदि कोई आज आपको आपकी किसी विशेषता के कारण चाहता है, तो यह न समझें, कि आज से 10 वर्ष बाद भी या हमेशा ही वह आपको ऐसे ही चाहेगा। * संसार में अपवाद रूप कुछ ही लोग ऐसे होते हैं, जो अपने लौकिक स्वार्थ को छोड़कर, अपने अविद्या राग द्वेष आदि […]
हर्षदेव मरीजों के इलाज, दवा और अस्पतालों के प्रबंधन तथा संक्रमण की जांच के साथ ही हर दिन हज़ारों टन ज़हरीले मेडिकल कचरे के निपटारे की चुनौती से भी शासन-प्रशासन को जूझना पड़ रहा है। हमारी धरती तो पहले ही भयंकर प्रदूषण के बोझ से कराह रही थी कि कोरोना की बीमारी का उगला हुआ […]
शमीम शर्मा चीन के धर्मगुरु कन्फ्यूशियस ने अपने शिष्यों से पूछा कि ऐसा कौन-सा काम है जो एक क्षण में किया जा सकता है। शिष्यों ने खूब सोचा कि एक पल में क्या हो सकता है पर सभी निरुत्तर रहे। आखिर धर्मगुरु ने ही जवाब दिया कि एक पल में गिरा जा सकता है। कोरोना […]
हमें किस दिशा में सिर करके सोना चाहिए
अनिरुद्ध जोशी धर्म शास्त्रों और ज्योतिष के मुताबिक, दक्षिण या पूर्व दिशा सिर करने सोने की हिदायत दी गई है। इस दिशा में पैर करने सोने से शारीरिक और मानसिक क्षरण होने की बात कई जाती है। आओ जानते हैं कि दक्षिण या पूर्व दिशा में सिर करके क्यों सोते हैं? दक्षिण दिशा में सिर […]
डॉ राकेश कुमार आर्य 1674 तक छत्रपति शिवाजी महाराज अपने लिए पर्याप्त क्षेत्र को जीत चुके थे । जिसके आधार पर वह अपने आप को राजा घोषित कर सकते थे ,और अब उन्होंने इसी दिशा में सोचना आरंभ भी कर दिया था । उधर मुगल सत्ता उन्हें राजा मानने को तैयार नहीं थी। अतः […]
दिसंबर 2013 में प्रकाशित लेख जो आज भी हमें बहुत कुछ सीखने समझने की प्रेरणा देता है यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल के आखिरी दो संसद सत्र इसके लिए काफी महत्वपूर्ण और विवादित रहे हैं. विवादों के कई कारण हो सकते हैं लेकिन इनके केंद्र में चुनाव और इसी चुनावी धुरी पर घूमते विधेयक को […]