मेरे एक परिचित के यहां हवन यज्ञ का कार्यक्रम था जिसमें मुझे भी आमंत्रित किया गया था। हवन यज्ञ की पूर्णाहुति के पश्चात पंडित जी ने बोलना प्रारंभ किया “सत्य सनातन धर्म की जय हो, प्राणियों में सद्भावना हो,विश्व का कल्याण हो,गौ माता की जय हो,गौ हत्या बंद हो, यहां तक तो सामान्य था परंतु […]
Month: May 2021
यदि इतिहास के संदर्भ से देखा जाए तो हिंदू अपने अस्तित्व के लिए आज से नहीं अपितु सदियों से संघर्ष कर रहा है। यद्यपि आज का धर्मनिरपेक्ष हिंदू अपने अस्तित्व के प्रति पूर्णतया असावधान है। जब इस्लाम ने भारत में प्रवेश किया तो वह हिंदू विनाश के लिए ही भारत आया था । यह […]
सुबह मेघनाथ से लक्ष्मण का अंतिम युद्ध होने वाला था। वह मेघनाथ जो अब तक अविजित था। जिसकी भुजाओं के बल पर रावण युद्ध कर रहा था। अप्रितम योद्धा ! जिसके पास सभी दिव्यास्त्र थे। सुबह लक्ष्मण जी , भगवान राम से आशीर्वाद लेने गये। उस समय भगवान राम पूजा कर रहे थे ! […]
प्रह्लाद सबनानी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए अपना पूरा जोर लगा दिया था। देश के जिन इलाकों में ऑक्सिजन एवं दवाईयों की कमी महसूस की गई थी वहां रेल्वे एवं हवाई मार्ग से बहुत ही तेजी के साथ इन पदार्थों को उपलब्ध कराया गया था। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान […]
उगता भारत ब्यूरो नई दिल्ली। कई दिन के युद्ध के बाद इजराइल और हमास ने अंतत: संघर्षविराम की घोषणा कर दी, लेकिन इस संबंध में कोई विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है। दोनों पक्षों के बीच संघर्षविराम की खबर अच्छी है। इससे लोगों के मारे जाने का सिलसिला थमने तथा कम से कम फिलहाल के लिए […]
लाशों के व्यापारियों ने लूट लिया देश
लाशों के व्यापारी आज कल बहस चल रही है किस सरकार ने आपदा समय में क्या किया तो मुझे 2013 की बाबा केदारनाथ धाम मे भीषण बादल फटने की घटना याद आ गई। आइये जानें इस आपदा में काँग्रेस ने कैसे की लोगों की मदद। 16 जून 2013 को उत्तराखंड केदारनाथ में जलप्रलय शुरू हुआ […]
भारतीय वामपंथी के मुंह से यह शब्द आपने भी सुने होंगे। तानाशाही, फासीवाद अभिव्यक्ति की आजादी लोकतन्त्र की हत्या सर्वाहारा, समानता और मानवता भगवान श्री राम से लेकर सावरकर तक हर महापुरुष पर अंगुली उठाने वाले कम्युनिस्टों के आदर्श माओ कैसे थे? हाँ वही चीनी माओ जिसने1962 मे भारत पर आक्रमण किया था। हाँ वही […]
लेखक :- स्वामी ओमानन्द सरस्वती हरियाणा संवाद :- 10मई 1975 प्रस्तुति :- अमित सिवाहा महर्षि दयानन्द जी ने संसार का उपकार करने के लिए बम्बई में चैत्र शुक्ला प्रतिपदा विक्रमी सम्वत् १९३२ को आर्यसमाज की स्थापना की। उस समय आर्य जाति की रीति – नीति , सभ्यता , संस्कृति को पाचात्य सभ्यता का झंझावात […]
70 के दशक में इंदिरा गाँधी बहुत से चुनाव हार गयी .. लगा की देश से अब कांग्रेस खत्म हो जाएगी … खुद इंदिरा गाँधी बुरी तरह हार गयी थी ..ऐसे में इंदिरा गाँधी को वामपंथीयो की जरूरत पड़ी .. लेकिन लालू. ममता, शरद पवार. मुलायम सिंह जैसे लोग मलाईदार रेलवे, ट्रांसपोर्ट, रक्षा, गृह […]
-श्याम सुन्दर पोद्दार ——————————————— औरंगज़ेब की मृत्यु के पश्चात इस्लामिक राजसत्ता मराठों व सिखों के हमले से जर्जर होकर नही के बराबर रह गयी व १८५७ में अंग्रेजों की सफलता के चलते पूर्णतः समाप्त हो गयी। १९२० में मुसलमानो ने मुस्लिम लीग के नेतृत्व में कांग्रेस के नेता गांधी को राज़ी कर लिया कि कांग्रेस […]