भारत में साम्प्रदायिकता ,अंग्रेज और कॉंग्रेस भारत में प्राचीन काल में शासन की नीति का आधार पंथनिरपेक्ष विचारधारा होती थी । जिसमें शासन का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति को स्वतन्त्रता की स्वतन्त्र अनुभूति कराना होता था। किसी पर भी किसी प्रकार का बन्धन न हो, प्रतिबन्ध न हो और अपने जीवन को सब सुरक्षित […]
Month: May 2021
मांसाहार पर वैज्ञानिकों की शोध
धीरज दुबे प्राकृतिक आपदाओं पर हुई नई खोजों के नतीजें मानें तो इन दिनों बढ़ती मांसाहार की प्रवृत्ति भूकंप और बाढ़ के लिए जिम्मेदार है। आइंस्टीन पेन वेव्ज के मुताबिक मनुष्य की स्वाद की चाहत खासतौर पर मांसाहार की आदत के कारण प्रतिदिन मारे जाने वाले पशुओं की संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है। सूजडल (रूस) […]
उगता भारत ब्यूरो नोएडा । वायरस लगातार अपना रूप परिवर्तित करते रहते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आनुवंशिक सामग्री की प्रति बनाने के वक्त कई बार कुछ त्रुटियां रह जाती हैं। कुछ त्रुटियों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। कुछ वायरस को कम टिकाऊ बनाती हैं। कुछ इसे और अधिक सुसाध्य बनाती हैं जिसका मतलब […]
यह किसान आंदोलन नहीं सियासी आंदोलन है जनाब
अजय कुमार आंदोलनकारी सरकार के पास बातचीत का प्रस्ताव भेजकर सिर्फ अपने आंदोलन को जिंदा रखने और इसे टूट से बचाने की कोशिश में लगे हैं। क्योंकि तमाम किसान अपने नेताओं से पूछ भी रहे हैं कि यदि सरकार से बातचीत नहीं होगी तो रास्ता कैसे निकलेगा। नये कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर […]
मार्क्सवाद के प्रणेता कार्ल माक्र्स की समग्र रचनाओं में “राष्ट्र” नामक इकाई के लिए कोई स्थान नहीं है। मार्क्सवादी तो केवल सर्वहारा को जानता है, जिसे मार्क्स ने “प्रोलेतेरियत” कहकर पुकारा है और जो उसके अनुसार भौतिक द्वंद्ववाद के आधार पर हो रहे ऐतिहासिक विकास-क्रम में पूंजीवाद की अन्तर्निहित कमजोरियों अथवा विरोधाभास के परिणामस्वरूप अस्तित्व […]
जीव को होने वाले दु:खों के कारण क्या हैं ? जीवन में दुख कोई नहीं चाहता। सब सुख को तरसते हैं। यह अलग बात है कि सुख की चाह रखने वाला मानव दुख प्राप्ति के ही कार्यों में लगा रहता है। यह एक अबूझ पहेली बनी हुई है कि दुखों के मार्ग पर चलने वाला […]
आयुर्वेद में वायरस की चिकित्सा
आयुर्वेद में वायरस चिकित्सा- (विभिन्न स्रोतों से संकलित) १. चिकित्सा के प्रकार-(डॉ कपिलदेव द्विवेदी की पुस्तक वेदों में आयुर्वेद से) अथर्व वेद में ४ प्रकार की चिकित्सा का उल्लेख है- आथर्वणी-राङ्गिरसी-र्दैवी-र्मनुष्यजा उत। ओषधयः प्र जायन्ते यदा त्वं प्राण जिन्वसि॥ (अथर्व, ११/४/१६)। (१) आथर्वणी चिकित्सा-एक मत के अनुसार यह अथर्वण् ऋषि की विधि है। अथर्व का […]
महात्मा बुद्ध V/S भीमराव अम्बेडकर (बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर प्रकाशित) जिस प्रकार कोई सैनिक की वर्दी पहनकर सैनिक नहीं बन जाता जब तक कि वो नियमानुसार सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त नहीं कर लेता | ठीक उसी प्रकार यह कह देने मात्र से कोई बौद्ध नहीं हो जाता कि ‘मैं अब हिन्दू नहीं बौद्ध हूँ’ | […]
क्या मदर टेरेसा सचमुच महान थीं? क्या वो वैसी थीं, जैसा उन्हें दिखाया जाता है? असल में ऐसी बात नहीं है। मिशनरी अक्सर ऐसे ही लोगों की मदद कर के उनका धर्मांतरण कराते हैं, या फिर उनसे ईसाई मजहब और जीसस में विश्वास जगाने का कार्य करते हैं। ‘The Turning: The Sisters Who Left’ नामक […]
आई एम ए और बाबा रामदेव
IMA और बाबा रामदेव जिन्हें लगता है कि #बाबारामदेव और #IMA के बीच चल रहा संघर्ष केवल आयुर्वेद बनाम एलोपैथ का संघर्ष है, उन्हें प्रोफेसर पीटर सी गोत्जसे की किताब Deadly Medicine and Organized Crime एक बार जरूर पढ़नी चाहिए। 2013 में प्रोफेसर गोत्जसे की किताब ने #फार्माउद्योग के ऐसे स्याह पक्षों को सामने रखा […]