हमारे वेद,दर्शनशास्त्र, स्मृतियां, महाकाव्य, उपनिषद आदि सब ‘माँ’ की अपार महिमा के गुणगान से भरे पड़े हैं। असंख्य ऋषियों, मुनियों, तपस्वियों, पंडितों, महात्माओं, विद्वानों, दर्शनशास्त्रियों, साहित्यकारों और कलमकारों ने भी ‘माँ’ के प्रति पैदा होने वाली अनुभूतियों को कलमबद्ध करने का भरसक प्रयास किया है। इन सबके बावजूद ‘माँ’ शब्द की समग्र परिभाषा और […]
Month: May 2021
मावां ठंडीयां छावां -प्रवीण आर्य गाजियाबाद,। ( संवाददाता ) रविवार 9 मई 2021,केन्द्रीय आर्य युवक परिषद ने “विश्व मातृ दिवस” पर माँ को नमन कर उसके गुणों का बखान किया। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि माँ ईश्वर की अनुपम कृति है,माँ ममता की मूरत है,वह सारे कष्ट […]
बंगाल जल रहा है परंतु कुछ लोग तमाशा देख रहे हैं। दिल्ली दंगों मे भी इनहोने इसी तरह मजा लिया था। सफूरा जरगर को जमानत मिलने पर कुछ लोग सोशियल मीडिया पर इस तरह नाच रहे थे कि उसके सामने सावन मे मोर का नाच भी फीका पड़ गया। उनमे एक अल्ट्रा सेक्यूलर लेखक […]
★ डॉ सौरभ पाण्डेय,राकेश छोकर,सत्यप्रकाश सिंह, डॉ करिश्मा, डॉ संजीव कुमारी,साहिल खान सहित कई विदेशी दिग्गजों को होगी भूमिका …………………………………………… नई दिल्ली …………………. गोरखपुर धराधाम इंटरनेशनल के बोर्ड की वर्चुअल मीटिंग में निर्णय लिया गया कि धराधाम इंटरनेशनल समाज की ज्वलंत समस्यायों पर आधारित फिल्म बनाएगी । जिसमे देश विदेश के कईं कलाकार अभिनय करेंगे।इसी […]
1857 की क्रांति हमारे आक्रोश और विदेशी सत्ता के प्रति पनप रहे विद्रोह के भाव का प्रतीक थी। जिसमें दलन, दमन और अत्याचार के विरुद्ध खुली बगावत के स्पष्ट संकेत दिखाई दे रहे थे । चारों ओर लोग ‘मारो फिरंगियों को’ का नारा देकर देश को अंग्रेजों से मुक्त कर देना चाहते थे। अब वह […]
(आज राष्ट्रगान के रचियता, नोबेल पुरस्कार विजेता रविंद्रनाथ टैगोर का जन्मदिवस है। इस अवसर पर गुरुदेव के द्वारा महर्षि दयानन्द की स्मृति में दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि को प्रस्तुत कर रहे है। ) महर्षि दयानन्द ने वेद प्रचार की अपनी यात्राओं में बंगाल वा कोलकत्ता को भी सम्मिलित किया था। वह राष्ट्रकवि श्री रवीन्द्रनाथ […]
ओ३म् गुरुकुल पौंधा उत्तराखण्ड की राजधानी में स्थित वैदिक अध्ययन अध्यापन का एक मुख्य केन्द्र है। यह महर्षि दयानन्द प्रणीत पद्धति पर चल रहा है। जून सन् 2000 में इसकी स्थापना स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती जी ने की थी। विगत 21 वर्षों में गुरुकुल ने कई क्षेत्रों में अनेक उपलब्धियां अर्जित की हैं। अनेक बड़े बड़े […]
डॉ आनंद पाटील हंसराज रहबर के ग्रंथ ‘नेहरू बेनकाब’ (भगतसिंह विचार मंच, दिल्ली 2005) के आमुख में लिखित वृतांत– “शारीरिक स्वास्थ्य के लिए कड़वी दवा का सेवन और मानसिक स्वास्थ्य के लिए कड़वे सत्य का सेवन आवश्यक है।” (पृ. 5) पर सबका ध्यानाकर्षण अनिवार्यतः आमंत्रित है। आगे इसी ग्रंथ में उनका परामर्श प्रकारांतर से […]
10 मई 1857 की प्रातः कालीन बेला। स्थान मेरठ । जिस वीर नायक ने इस पूरे स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण एवं क्रांतिकारी भूमिका निभाई थी वह अमर शहीद धन सिंह कोतवाल चपराना निवासी ग्राम पाचली मेरठ थे। क्रांति का प्रथम नायक धनसिंह गुर्जर कोतवाल। नारा था – ‘मारो फिरंगियों को।’ मेरठ में ईस्ट इंडिया कंपनी […]
प्रस्तुति श्रीनिवास आर्य गुजरात प्रांत के काठियावाड़ क्षेत्र में समुद्र के किनारे सोमनाथ नामक विश्वप्रसिद्ध मंदिर में 12 ज्योतिर्लिंगों से एक स्थापित है। पावन प्रभास क्षेत्र में स्थित इस सोमनाथ-ज्योतिर्लिंग की महिमा महाभारत, श्रीमद्भागवत तथा स्कंद पुराणादि में विस्तार से बताई गई है। कहते हैं कि सोमनाथ के मंदिर में शिवलिंग हवा में स्थित था। […]