‘भारतीय ऐतिहासिक कालानुक्रम’ (क्रोनोलॉज़ी) मेरे सर्वाधिक प्रिय विषयों में से है और विगत डेढ़ दशक से मैं इस विषय पर अन्वेषण और लेखन-कार्य कर रहा हूँ। इस सन्दर्भ में सन् 2009 में मेरी पुस्तक ‘भगवान् बुद्ध और उनकी इतिहाससम्मत तिथि’ इलाहाबाद से प्रकाशित हुई थी, जिसका विद्वज्जगत् में समादर हुआ था। इसके अतिरिक्त कालगणना […]
महीना: मई 2021
बिना पूछे या बिना माँगे किसी को सलाह न दें। आपत्ति काल में या जिज्ञासु को सलाह दे सकते हैं। एक बार कुछ बुद्धिमानों ने बैठकर मीटिंग की। चर्चा में यह विषय निकल आया, “यह पता लगाया जाए, कि संसार में अक्ल कितनी है?” खूब तर्क वितर्क हुआ। परंतु कोई निर्णय नहीं हो पाया, कि […]
आओ दर्द बांटे… दुख के बादल छांटे.. मदद कीजिए या न कीजिये, पर किसी के आत्मसम्मान को ठेस न पहुंचाइए। फोटो ना खींचिए और ना फोटो खिंचवाईये यकीन रखिए कि ईश्वर आप पर अधिक नजर रखता है आप जानते है इस समय सबसे ज्यादा परेशान मध्यम वर्ग (मिडिल क्लास) के लोग है, जो न अनाज […]
रोमिला थापर vs. सीताराम गोयल: भारत के मार्क्सवादी इतिहासकार दो हथियारों (तकनिकों) से हंमेशा लैस रहते है: उनका पहला हथियार होता है अपने इतिहास लेखन पर प्रश्न उठाने वालों या असहमत होने वालों पर तुरंत “साम्प्रदायिक – communal” होने का लांछन लगा देना, ताकि सामने वाला शुरु से ही बचाव मुद्रा में आ जाए, […]
मानव शरीर में किसी रोग के प्रवेश कर जाने और उसके बढ़ने पर उसका पता रोग के कुछ लक्षणों से ही पता चलता है। उनमें मुख्य हैं पीड़ा होना और ज्वर होना। पीड़ा चाहे फिर गले में हो, पेट में हो, या शरीर के अन्य अंगों में जैसे कि जोड़ों आदि में, इसका कारण […]
कोरोना की इस लड़ाई में हम न जाने कितने ही अपनों को खोते जा रहे हैं। जैसे-जैसे इसका प्रभाव बढ़ रहा है वैसे-वैसे ही हम देख रहे हैं कि डॉक्टरों की कोरोना के उपचार में उग्रता भी बढ़ती जा रही है। आरंभ से ही यह विश्व की सभी औषधि एवं उपचार से जुड़ी संस्थाओं […]
नरेंद्र मोदी जब गुजरात में साबरमती के किनारे रिवरफ्रंट बनवा रहे थे तब महीनों तक कांग्रेसियों ने इस पर छाती कुटा था। गुजरात हाईकोर्ट में तमाम याचिका ने लगाई गई .. झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों को लेकर मेघा पाटकर से लेकर अरुंधति राय ने यहां तक कि फिल्म अभिनेता राहुल बोस ने […]
“मनुष्य के जन्म व मृत्यु पर विचार” यह समस्त जड़ चेतन रूपी संसार सादि व सान्त अर्थात् उत्पत्ति धर्मा और प्रलय को प्राप्त होने वाला है। सभी जड़ पदार्थ सत, रज व तम गुणों वाली मूल प्रकृति के विकार हैं। मनुष्य व प्राणियों के शरीरों पर विचार करें तो हम पाते हैं कि इसमें हमारे […]
चतुर्थ क्रूश युद्ध (1202-1204) अभी तक पोप की शक्ति में पर्याप्त वृद्धि हो चुकी थी । जिस प्रकार मुसलमानों के यहाँ खलीफा मजहब का मुखिया होता था, उसी प्रकार ईसाइयों के यहाँ पर पोप की स्थिति थी । मजहब के तथाकथित ठेकेदारों ने लोगों के भीतर मजहबी उन्माद पैदा करके अपनी सत्ता को मजबूत […]
योगेश कुमार गोयल माना जा रहा है कि डीआरडीओ की प्रतिष्ठित प्रयोगशाला नाभिकीय औषधि तथा संबद्ध विज्ञान संस्थान (आईएनएमएएस) द्वारा विकसित और डॉ. रेड्डी लैबोरेट्रीज द्वारा तैयार की गई 2-डीजी नामक दवा कोरोना के इलाज में गेमचेंजर साबित हो सकती है। कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार से पूरा देश त्राहिमाम्-त्राहिमाम् कर रहा है और ऐसे […]