Categories
उगता भारत न्यूज़

सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए डॉक्टर देवेंद्र नागर को किया गया सम्मानित

‘उगता भारत’ विशेष संवाददाता ग्रेटर नोएडा। समाज में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अपनी पारिवारिक जिम्मेदारी निभाने के साथ – साथ सामाजिक जिम्मेदारी भी बहुत खूबी से निभाते हैं। ऐसे ही दुजाना निवासी डॉक्टर देवेंद्र कुमार नागर जो की पेशे से शिक्षक है। जब लोग साप्ताहिक अवकाश को मौज मस्ती में खत्म कर देते […]

Categories
पर्व – त्यौहार

होली का त्योहार समस्त गिले-शिकवे को दूर कर भुला देने का त्यौहार है

  ललित गर्ग होली का त्योहार समस्त गिले-शिकवों एवं द्वंद्वों को भूलकर मानवीय रिश्तों में नयी ऊर्जा का संचार करने का अवसर है, यह क्षमा देने एवं क्षमा लेने का भी अवसर है, जिन रिश्तों में कड़वाहट आ गयी है, उसे क्षमा के जल से अभिस्नात कराने का मौका है। वस्तुतः होली आनंदोल्लास का पर्व […]

Categories
धर्म-अध्यात्म

जीवन में कर्म की प्रधानता

-पण्डित गंगाप्रसाद उपाध्याय कुर्वन्नेवेह कर्माणि जिजीविषेच्छतँ समा:। एवं त्वयि नान्यथेतोऽस्ति न कर्म लिप्यते नरे।। (यजुर्वेद अध्याय ४०, मन्त्र २) अन्वय :- इह कर्माणि कुर्वन् एव शतं समा: जिजीविषेत्। एवं त्वयिनरे न कर्म लिप्यते। इत: अन्यथा न अस्ति। अर्थ- (इह) इस संसार में (कर्माणि) कर्मो को (कुर्वन् एव) करते हुए ही मनुष्य (शतं समा:) सौ वर्ष […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

महर्षि दयानंद ने वेदों का प्रचार और खंडन मंडन क्यों किया?

ओ३म् महर्षि दयानन्द ने अपने वैदिक, योग एवं उपासना ज्ञान सहित तदनुरूप कार्यों से विश्व के धार्मिक व सामाजिक जगत में अपना सर्वोपरि स्थान बनाया है। उन्होंने सप्रमाण सिद्ध किया है कि ज्ञान-विज्ञान का स्रोत ईश्वर व वेद हैं। आर्यसमाज के दस नियमों में उन्होंने पहला ही नियम बनाया है कि सब सत्य विद्या और […]

Categories
आओ कुछ जाने

क्या विभीषण ने अपने भाई के साथ गद्दारी की थी ?

कहते हैं, विभीषण अपने अग्रज रावण व देश के स्थान पर राम का साथ दिया | यदि इसमें धर्म-अधर्म, न्याय-अन्याय, सत्य-असत्य की दृष्टि मिला दिया जाये तभी विभीषण की दृष्टि व मानसिकता को समझा जा सकता है | क्या राम से मिलने से पूर्व विभीषण ने अग्रज भाई को समझाने का पुरजोर प्रयास नहीं किया […]

Categories
पुस्तक समीक्षा

पुस्तक समीक्षा : स्वप्नलोक

  स्वप्नलोक पुस्तक के लेखक प्रदीप भारद्वाज दीप हैं । यह पुस्तक विभिन्न विषयों को लेकर लिखी गई कविताओं का संग्रह है । जिसमें कवि ने अपने साहित्य के चितेरेपन को बड़ी कुशलता से प्रकट किया है। वास्तव में कविता के माध्यम से कवि को अपनी जिस व्यापक सोच और विशाल हृदयता के साथ-साथ कल्पना […]

Categories
मुद्दा

दम तोड़ता दिखाई दे रहा है राकेश टिकैत का किसान आंदोलन

अजय कुमार किसानों के हितों के नाम पर नये कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान नेता जब देशद्रोह के आरोप में बंद शरजील इमाम और उमर खालिद सहित कई लोगों की रिहाई की मांग करने लगे तो आंदोलन की हकीकत समझी जा सकती है। क्या किसान नेता कोरोना की आड़ में लगातार […]

Categories
व्यक्तित्व

दत्तात्रेय होसबोले का भविष्य हिंदुत्व केअभ्युदय का उजला पक्ष

  ललित गर्ग आजादी के 75वें वर्ष में वसुधैव कुटुम्बकम यानि दुनिया एक परिवार है, के भारतीय दर्शन को और मजबूत करने की जरूरत है। यह काम राष्ट्रीय स्वयं संघ का रहा है। राष्ट्र प्रेम, स्व-धर्म एवं स्व-संस्कृति की अवधारणा भी हिन्दुत्व की ही देन है। आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए भारतीयता को मजबूती […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

भारत में जनसंख्या कानून की क्यों है दरकार

  सतीष भारतीय विश्व में जनसंख्या की दृष्टि से द्वितीय स्थान रखने वाले हमारे इस मुल्क में जिस गति से जनसंख्या वृद्धि में इजाफा हो रहा है वह कुतूहलजनक है क्योंकि जनसंख्या वृद्धि प्रथक-प्रथक समस्याओं को प्रजनित कर रही है जिससे आवाम को उपयुक्त जरूरतों की पूर्ति के साथ जीवन जीना इस कल्प में मुहाल […]

Categories
आओ कुछ जाने

जंगे आजादी के दौरान कठपुतलियों की कसक

  चंद्र प्रकाश कृषि कानून, मुसलमानों का उत्पीड़न और नागरिक स्वतंत्रता जैसे विषयों पर दुनिया में भारत की छवि बिगाड़ने के प्रयास हो रहे हैं। देश में असहमति और सरकार की नीतियों के विरोध के बहाने देश विरोधी ताकतों के इशारे पर कुछ कठपुतलियां उनके मंसूबों को अंजाम तक पहुंचाने में जुटी हैं। हर बार […]

Exit mobile version