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विविधा

भारत में कोरोना काल में महिलाओं ने लिखी अपनी नई कहानी

प्रज्ञा पाण्डेय पिछले साल भारत में शुरू हुई कोरोना महामारी के भय ने लोगों को घरों में बंद कर दिया। सामान्य गतिविधियों में कमी आने के कारण लोगों में अवसाद बढ़ गया। लेकिन कोरोना पहली महामारी नहीं है जिसने दुनिया में तबाही मचायी है बल्कि इससे पहले भी विश्व ने कई घातक बीमारियों का सामना […]

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आज का चिंतन हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

यदि ऋषि दयानन्द ना होते तो आज आर्य हिंदू जाति बहुत ही दुर्दशा को प्राप्त होती

ओ३म् ============= मनुष्य की पहचान व उसका महत्व उसके ज्ञान, गुणों, आचरण एवं व्यवहार आदि से होता है। संसार में 7 अरब से अधिक लोग रहते हैं। सब एक समान नहीं है। सबकी आकृतियां व प्रकृतियां अलग हैं तथा सबके स्वभाव व ज्ञान का स्तर भी अलग है। बहुत से लोग अपने ज्ञान के अनुरूप […]

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राजनीति

इस समय तमिलनाडु की राजनीति ढूंढ रही है कोई करिश्माई नेता

संदीपसिंह सिसोदिया तमिलनाडु की राजनीति इस समय एक तरह से ‘अनाथ’ हो गई है। पहले अम्मा (जयललिता) और फिर उडनपिराप्पे (करुणानिधि को लाखों डीएमके कार्यकर्ता उडनपिराप्पे याने बड़ा भाई पुकारते थे) नहीं रहे। दक्षिण भारत के बड़े राज्य की राजनीति में बने शून्य ने कई सवालों को जन्म दिया है। सबसे बड़ी बात है कि […]

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आतंकवाद

क्या कश्मीर के बाद पश्चिम बंगाल में होने वाला है गृह युद्ध शुरू ?

अमेरिकी पत्रकार जेनेट लेवी ने अपने ताजा लेख में दावा किया है कि कश्मीर के बाद बंगाल में जल्द ही गृहयुद्ध शुरू होने वाला है, जिसमे बड़े पैमाने पर हिन्दुओं का कत्लेआम करके मुगलिस्तान नाम से एक अलग देश की मांग की जायेगी। यानी भारत का एक और विभाजन होगा और वो भी तलवार के […]

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महत्वपूर्ण लेख

कला , संस्कृति और अध्यात्म की भूमि रहा है पश्चिम बंगाल

अनिरुद्ध जोशी भारतीय धर्म, कला, संस्कृति, अध्यात्म, दर्शन, तंत्र मार्ग और काला जादू की भूमि बंगाल क्रांतिकारियों की भी जन्मभूमि रही है। बंगाल के बारे में जितना कहा और लिखा जाए उतना कम है, परंतु बंगाल का विभाजित हो जाना भारत का सबसे बड़ा नुकसान रहा। मुगल और अंग्रेज काल में सबसे ज्यादा आंदोलन और […]

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धर्म-अध्यात्म

जीवात्मा के संबंध में विशेष ज्ञान

🚩 || ओ३म् ||🚩 🔥जीवात्मा !!! १) जीवात्मा किसे कहते है ? उत्तर = एक ऐसी वस्तु जो अत्यंत सूक्ष्म है, अत्यंत छोटी है , एक जगह रहने वाली है, जिसमें ज्ञान अर्थात् अनुभूति का गुण है, जिस में रंग रूप गंध भार (वजन) नहीं है, कभी नाश नहीं होता, जो सदा से है और […]

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राजनीति

कांग्रेस के बगावती गुट ने किया कांग्रेस को पंखविहीन

-ः ललित गर्ग:- कांग्रेस की राजनीति की सोच एवं संस्कृति सिद्धान्तों, आदर्शों और निस्वार्थ को ताक पर रखकर सिर्फ सत्ता, पु़त्र-मोह, राजनीतिक स्वार्थ, परिवारवाद एवं सम्पदा के पीछे दौड़ी, इसलिये आज वह हर प्रतिस्पर्धा में पिछड़ती जा रही है। कांग्रेस आज उस मोड़ पर खड़ी है जहां एक समस्या समाप्त नहीं होती, उससे पहले अनेक […]

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इतिहास के पन्नों से

अंतिम हिंदू सम्राट गुर्जर राज मरु गुर्जर राज पृथ्वीराज चौहान राय पिथौरा

लेखक अशोक चौधरी मेरठ। भारत के इतिहास में अपने पूर्वजों के महान कार्यों को समझने के लिए विद्वानों ने इसे कई कालखंडों में विभाजित किया है।इन कालखंडों में एक काल हिन्दू काल भी है,जो सिंधु के राजा दाहिर से प्रारंभ होकर पृथ्वीराज चौहान की मृत्यु तक या इस्लामिक हमलावर मुहम्मद बिन कासिम (सन् 712) से […]

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मुद्दा

फारुख अब्दुल्ला को देशद्रोही मानना कितना उचित ?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक सर्वोच्च न्यायालय ने डॉ. फारुक अब्दुल्ला के मामले में जो फैसला दिया है, वह देश में बोलने की आजादी को बुलंद करेगा। यदि किसी व्यक्ति को किसी नेता या साधारण आदमी की किसी बात पर आपत्ति हो तो वह दंड संहिता की धारा 124ए का सहारा लेकर उस पर देशद्रोह का मुकदमा […]

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इतिहास के पन्नों से

ऋषि महात्माओं के प्रति बहुत ही श्रद्धालु थे मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम

अनिरुद्ध जोशी मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने देश के सभी संतों के आश्रमों को बर्बर लोगों के आतंक से बचाया। इसका उदाहरण सिर्फ ‘रामायण’ में ही नहीं, देशभर में बिखरे पड़े साक्ष्यों में आसानी से मिल जाएगा। विश्वामित्र को ताड़का और सुबाहु के आतंक से मुक्ति दिलाई। सुंदरवन में ऋषि रहते थे। सुंदरवन को पहले ताड़का […]

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