प्रह्लाद सबनानी भारत में धार्मिक स्थलों को विकसित किए जाने से तेज गति से आगे बढ़ रहा है पर्यटन उद्योग अब माता वैष्णो देवी मंदिर पर पहुंच मार्ग को भी आसान बना दिया गया है। अब जम्मू-उधमपुर-कटरा रेलवे लाइन भी प्रारम्भ कर दी गई है। इस लाइन को बनाने में 1132.75 करोड़ रुपए ख़र्च हुआ […]
महीना: मार्च 2021
डॉ विवेक आर्य आपको इतिहास की किसी भी इतिहास पुस्तक में आर्यसमाज द्वारा 1939 में चलाये गये हैदराबाद आंदोलन के विषय में कोई जानकारी नहीं मिलेगी। स्वतन्त्र भारत के पहले मदरसा पठित शिक्षा मंत्री अब्दुल कलाम को यह खास हिदायत मिली थीं कि इतिहास में हिन्दुओं पर जितने भी अत्याचार हुए हैं। उनका किसी इतिहास […]
प्रस्तुति – श्रीनिवास आर्य वंदे मातरम् अर्थात हे मातृभूमि मैं तेरी वंदना करता हूं, मैं तुझे प्रणाम करता हूं। बंकिमचंद्र चटर्जी की यह अजर अमर रचना देखते ही देखते आजादी के दीवानों की जुबां पर इस तरह चढ़ी कि अंग्रेज भी इससे खौफ खाने लगे थे, एक हुंकार जिसने बरतानी हुकूमत की नींद हिला दी […]
ओ३म् =========== आजकल सामाजिक जगत तथा राजनीति जगत में धर्म के नाम की खूब चर्चा होती है परन्तु लगता है कि इसकी चर्चा करने वाले लोगों को धर्म का यथार्थस्वरूप व धर्म शब्द का अर्थ ज्ञात नहीं होता। धर्म संस्कृत का शब्द है जो यथावत् हिन्दी भाषा में भी प्रयोग किया जाता है। मनुष्य एक […]
अप्रैल 2019 में इस्लामिक आतंकवाद ने श्रीलंका को दहला दिया था। उसके बाद से ही वह इस्लामी कट्टरपंथ को लेकर लगातार सख्ती दिखा रहा है। इसी क्रम में वह अब बुर्का पर प्रतिबंध लगाने जा रहा है। साथ ही 1000 से ज्यादा इस्लामिक स्कूल (मदरसा) भी बंद किए जाएँगे। श्रीलंका के पब्लिक सिक्योरिटी मंत्री सरत […]
14 मार्च/बलिदान-दिवस पेशावर पर भगवा लहराया पेशावर पर बलपूर्वक कब्जा कर अफगानी अजीम खाँ की सेनाएँ नौशेहरा मैदान तक आ चुकी थीं। यह सुनकर महाराजा रणजीत सिंह ने हरिसिंह नलवा एवं दीवान कृपाराम के नेतृत्व में उनका मुकाबला करने को स्वराजी सैनिकों के जत्थे खैराबाद भेज दिये। महाराजा के साथ बाबा फूलासिंह अटक नदी के […]
भगवान राम से द्वेष क्यों? रामसेतु के विषय मे जब कोर्ट केस हुआ तब मनमोहन सिंह की सरकार ने श्रीराम को काल्पनिक बताया। सरकार ने कहा कि कभी कोई राम हुए ही नहीं। ममता बैनर्जी जय श्री राम के नारे से चिढ़ती है। करुणानिधि सरे आम भगवान राम को गाली देता है। मायावती और करुणानिधि […]
#डॉविवेकआर्य आधुनिक काल में हिन्दू समाज में विधर्मी हो चुके अनेक हिन्दुओं की शुद्धि अर्थात घर वापसी के प्रमाण मिलते हैं। ऐसा एक एक विस्मृत प्रमाण मराठी इतिहासकार गोविन्द सखाराम सरदेसाई द्वारा रचित मराठी इतिहास पुस्तक “ब्रिटिश रियासत” में मिलता हैं। गोवा में ईसाई मिशनरियों ने संत नामधारी फ्रांसिस ज़ेवियर के निर्देशन में पुर्तगाली राज […]
संदीपसिंह सिसोदिया फूलों ने ही तो जीवन सृजन किया है इसीलिए जब भी हमारे लगाए पौधे में फूल खिलते हैं तो हम भी खिल उठते हैं। शायद ही कोई होगा जिसे मैदानों, पर्वतों पर आच्छादित ताजी हरी घास-फूस की खुशबू भली न लगती हो। लेकिन जिस तरह से धरती से उसका हरित श्रृंगार मिट रहा […]
सरोज सिंह ‘साड़ी में लड़कियाँ, साइकिल पर सवार हो कर स्कूल जा रही हैं।’ शिक्षा के माध्यम से छात्रों का सशक्तिकरण सरकार कैसे कर रही है, इसी थीम पर 26 जनवरी 2021 की परेड में पश्चिम बंगाल की झांकी बनाई गई थी। थीम का नाम दिया गया था – ‘सौबूज साथी’। बांग्ला में ‘सौबूज’ का […]