लेखक गजेंद्र आर्य राष्ट्रीय वैदिक प्रवक्ता जलालपुर अनूप शहर +91-9783897511 7 मार्च महाप्रयाण दिवस पर विशेष : “पंडित गोविंद बल्लभ पंत प्रथम मुख्यमंत्री (संयुक्त प्रांत) पूर्व गृह मंत्री भारत सरकार” राष्ट्र के स्वाधीनता आंदोलन में अनेकानेक महामनाओं ने राष्ट्र की पराधीनता की बेड़ियां काटने में अपनी हवि दी है, जिन्हें हम समय-समय पर अपनी […]
महीना: मार्च 2021
ललित गर्ग महिलाओं ने सार्वजनिक जीवन में भागीदारी से लेकर अर्थव्यवस्था के मोर्चे तक पर जो अनूठी सफलताएं एवं आत्मनिर्भर होने के मुकाम हासिल किये थे, उसमें कोरोना काल में तेज गिरावट आई है, जो परेशान कर रही है। देश की आधी आबादी का आर्थिक रूप से सशक्त होना बहुत जरूरी है। कोरोना महामारी […]
ओ३म् ========== हमें कल वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में दिनांक 7-3-2021 से चल रहे चतुर्वेद पारायण यज्ञ में जाने व भाग लेने का अवसर मिला। यह वेद पारायण यज्ञ आश्रम की पर्वतीय ईकाई जो मुख्य आश्रम से तीन किलोमीटर पर्वतों की एक चोटी पर स्थित है तथा वन व वृक्षों से आच्छादित है, जहां […]
अनिरुद्ध जोशी 15 अगस्त 1947 को भारतवर्ष हिन्दुस्तान तथा पाकिस्तान दो हिस्सों में बंटकर स्वतंत्र हो गया। भारत की आजादी के साथ जुड़ी देश-विभाजन की कथा बड़ी व्यथा-भरी है। कुछ लोग भारत विभाजन के खिलाफ थे, कुछ पक्ष में थे और कुछ ऐसे लोग थे, जो भारत के धर्म आधारित विभाजन के खिलाफ थे। […]
, आयकर विभाग (Income Tax Department) ने ईसाई मजहब के प्रचारक पॉल दिनाकरन के कई ठिकानों पर छापेमारी की, जिसके बाद उसकी 118 करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है। तमिलनाडु के ईसाई प्रचारक और उसकी कई संस्थाओं के खिलाफ बड़ी रकम की धोखाधड़ी और अवैध रूप से संपत्ति अर्जित करने और कर चोरी […]
लेखमाला भाग 1 प्रेषक- #डॉविवेकआर्य जोगिन्दर नाथ मंडल के नाम से आप सभी परिचित है जो 1947 के समय पाकिस्तान में रुक कर वहां के मंत्री बने। जिन्होंने दलितों को भारत आने के स्थान पर बंगलादेश में रुकने की प्रेरणा दी थी। बाद में वहां के बहुसंख्यकों ने उन्हें इतना परेशान किया कि उन्हें […]
“गाय , गोला और गादी” भारतीय देसी गाय का गर्भकाल 9 महीने 9 दिन के लगभग होता है जो 283 दिन के आसपास बैठता है | प्रसव के आखिरी महीने में गाय के अडर अर्थात गादी या जड़ कहीं-कहीं इसे लेवटी कह देते हैं उसका तेजी से विकास होता है गाय की गादी जितनी बड़ी […]
ओ३म् ========== ऋषि दयानन्द ने सत्यार्थप्रकाश के ग्यारहवें समुल्लास में खण्डन-मण्डन की आवश्यकता एवं महत्व पर प्रकाश डाला है। हम यहां उनके विचारों को अपने शब्दों में कुछ अन्तर के साथ प्रस्तुत कर रहे हैं। स्वामी जी कहते हैं कि हमारे देश के संन्यासी लोग ऐसा समझते हैं कि हम को खण्डन-मण्डन से क्या प्रयोजन? […]
लेखक:- रामेश्वर प्रसाद मिश्र पंकज सुशासन पर विचार करने से पूर्व इसके आधार और स्वरूप के विषय में भारतीय ज्ञानपरंपरा, राजनीति की परंपरा को तथा इतिहास के तथ्यों को जान लेना चाहिए। इसमें यह भी स्मरण रखना चाहिए कि विश्व में केवल भारत ही एकमात्र ऐसा राष्ट्र है, जहां प्राचीन काल से ही राजनीतिशास्त्र […]
ललित गर्ग पुस्तक में संघ के प्रति जन दृष्टिकोण एवं संघ का राष्ट्र निर्माण में योगदान का समन्वित प्रस्तुतीकरण है। भारत के राजनीतिक भविष्य के संदर्भ में संघ अनुभव करता है कि यहां बहुत से राजनीतिक दल होंगे किंतु वे सब प्राचीन भारतीय परंपरा एवं आध्यात्मिक धरोहर का सम्मान करेंगे। आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने […]