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मुद्दा विधि-कानून

राजद्रोह के मुकदमे दर्ज कराने में हुई अप्रत्याशित बढ़ोतरी

पिछले कुछ समय से राजद्रोह के मुकदमे दर्ज करने में असाधारण तेजी देखी जा रही है। दिशा रवि और निकिता जैकब जैसे युवा सामाजिक कार्यकर्ताओं का मामला तो है ही, कांग्रेस नेता शशि थरूर और छह जाने-माने पत्रकारों के खिलाफ दर्ज हुए मामले भी पुराने नहीं पड़े हैं। आजकल हर किसी के अंदर हर किसी […]

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राजनीति

प्रशांत किशोर भी फेल हो गए राहुल को जमाने में

आपको प्रशांत किशोर नाम याद हैं!! जरा दिमाग पर जोर डालिये और मात्र छह साल पहले 2014 अगस्त याद कीजिये जब काँग्रेस ने प्रशांत किशोर को ठेका दिया था राहुल गाँधी को राजनीति में चमकाने का! प्रशांत ने 350 करोड़ में राहुल गाँधी को राजनीति का सूरज बना देने का कॉन्ट्रेक्ट साइन किया था। अगस्त […]

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आर्थिकी/व्यापार इतिहास के पन्नों से

हम क्या थे, क्या हो गए और क्या होंगे अभी

इतिहास की अगर हम बात करें तो जब भारत में औद्योगिकरण शुरू हुआ तो लगभग 1860-70 में सबसे पहले मारवाड़ के सिंघानिया परिवार इसी ओर अग्रसर हुए। सन् 1921 से लेकर 1937 तक उनके द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उद्योगों का लोकार्पण किया। इसके अतिरिक्त देश के विभिन्न भागों मे मारवाडियों द्वारा सभी बड़े-बड़े उद्योग स्थापित […]

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आज का चिंतन धर्म-अध्यात्म

ऋषि दयानंद के सत्यार्थ प्रकाश से वेदों के सत्य स्वरूप का प्रचार हुआ

ऋषि दयानन्द के आगमन से पूर्व विश्व में लोगों को वेदों तथा ईश्वर सहित आत्मा एवं प्रकृति के सत्यस्वरूप का स्पष्ट ज्ञान विदित नहीं था। वेदों, उपनिषद एवं दर्शन आदि ग्रन्थों से वेदों एवं ईश्वर का कुछ कुछ सत्यस्वरूप विदित होता था परन्तु इन ग्रन्थों के संस्कृत में होने और संस्कृत का अध्ययन-अध्यापन उचित रीति […]

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कविता

सदा सुगंध बसंती भाती रहे

…. सदा सुगन्ध वसन्ती भाती रहे सत्यम शिवम सुंदरम को जो समाहित करे। वसंत होता वही जो सर्वस्व निज परहित धरे।। वसंत ऋतुराज है और जीवन का सुंदर गीत है। वसंत अमृत तुल्य है और जीवन का मेरे मीत है।। विधाता के संविधान का उत्कृष्ट जो विधान है। वसंत कहते उसे जो करे पीर का […]

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आतंकवाद महत्वपूर्ण लेख

देश चाहता है – ‘आपातकाल स्ट्राइक’

जब आंदोलनकारी आन्दोलनजीवी बन जाये तो शासन क्या करें? राष्ट्रीय व सामाजिक व्यवस्थाएं ठप्प होती रहें। नागरिकों के मौलिक व संविधानिक अधिकारों का हनन होता रहे। दैनिक दिनचर्याओं को बाधक बना दिया जाता रहे।फिर भी शासन-प्रशासन उदासीन बना रहे,क्यों?आज जब राष्ट्र में अराजकता का भीषण वातावरण बनाने के लिए भारतविरोधी तत्वों का दुःसाहस चरम पर […]

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आतंकवाद

टूलकिट: बदनाम और देशद्रोही चेहरे आए सामने

प्रभुनाथ शुक्ल किसान आंदोलन की आड़ में क्या भारत में हिंसा फैलाने की साजिश रची गई। क्या कनाडा स्थित खालिस्तानी संगठन से जुड़े लोग पंजाब में पुन: अपना अस्तित्व कायम करना चाहते हैं? दिल्ली के लाल किले पर 26 जनवरी को जो कुछ हुआ वास्तव में इस साजिश में विदेशी तागतों का हाथ था? किसान […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत की उत्कृष्ट वास्तुकला का उदाहरण है बृहदेश्वर मंदिर

सुरेश चिपलूनकर क्या आप पीसा की झुकी हुई मीनार के बारे में जानते हैं? जरूर जानते होंगे। बच्चों की पाठ्य-पुस्तकों से लेकर जवानी तक आप सभी ने पीसा की इस मीनार के बारे में काफी कुछ पढ़ा-लिखा होगा। कई पैसे वाले भारतीय सैलानी तो वहाँ होकर भी आए होंगे। पीसा की मीनार के बारे में, […]

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विविधा

आजादी के बाद पहली महिला को फांसी की सजा

रेनू तिवारी स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार, अपने परिवार के सात सदस्यों को मौत के घाट उतारने के लिए एक दोषी महिला को मथुरा जेल में फांसी दी जाएगी। हालांकि, फांसी की तारीख अभी तय नहीं है, क्योंकि अभी तक कोई डेथ वारंट जारी नहीं किया गया है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में […]

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धर्म-अध्यात्म

“ऋषि दयानन्द ने न्याय को दृष्टिगत कर सामाजिक सुधार कार्य किए”

दयानन्द (1825-1883) ने अपना जीवन ईश्वर के सत्यस्वरूप तथा मृत्यु पर विजय प्राप्ति के उपायों की खोज में लगाया था। इसी कार्य के लिए वह अपनी आयु के बाइसवें वर्ष में अपने पितृ गृह का त्याग कर अपने उद्देश्य को सिद्ध करने के लिए निकले थे। अपनी आयु के 38वे वर्ष में वह अपने उद्देश्य […]

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