ओ३म् “ ============ हम मनुष्य के रूप में जन्मे व जीवन जी रहे हैं परन्तु हमें यह पता नही होता कि हमारा जन्म क्यों हुआ तथा हमें करना क्या है? संसार के अधिकांश व प्रायः सभी मनुष्यों की यही स्थिति है। इस प्रश्न का उत्तर केवल वेद व वैदिक साहित्य से ही प्राप्त होता है […]
Month: February 2021
बगदादी और भारतीय मुसलमान
विजय मनोहर तिवारी अबू बक्र अल बगदादी ने अमेरिकी फौज से घिरकर मरने के पहले एक अंधेरी सुरंग में बचने की उम्मीद में पनाह ली थी। लेकिन फौज के साथ आए खूंखार कुत्तों ने उसका पीछा किया और तब वह बचने के लिए भागा। खूब चीखा-चिल्लाया। मुमकिन है रहम की भीख मांग रहा हो, लेकिन […]
वैदिक धर्म की विषेशताएं :– १) वैदिक धर्म संसार के सभी मतों और सम्प्रदायों का आधार है, जो सृष्टि के प्रारम्भ से अर्थात् १,९६,०८,५३,११७ वर्ष से अभी तक अस्तित्व में है। संसार भर के अन्य मत, पन्थ किसी पीर-पैगम्बर, मसीहा, गुरु, महात्मा आदि द्वारा चलाये गये हैं, किन्तु चारों वेदों के अपौरुषेय होने से वैदिक […]
सुख की इच्छा पर दार्शनिक विचार
सुख की इच्छा (दार्शनिक विचार) संसार में हर व्यक्ति सुख का अभिलाषी है। कोई भी व्यक्ति दुःखी नहीं होना चाहता एवं सदा सुख में वास करना चाहता है। दुःख त्रिविध आधिदैविक (मन, इन्द्रियों के विकार , अशुद्धि, चंचलता आदि से उत्पन्न दुःख), अधिभौतिक (अन्य व्यक्तियों द्वारा अथवा शीत, ताप,वर्षा, भूकम्प, बाढ़ आदि प्राकृतिक दैवी घटना […]
———————– – डॉ. भवानीलाल भारतीय अम्बाला निवासी दीवान अलखधारी नामक एक सज्जन ने मेरठ कॉलेज मेरठ की पत्रिका में 1963 में एक लेख प्रकाशित कराया जिसका शीर्षक था – Dayanand : Political Genius. इसमें उन्होंने महर्षि दयानन्द के 1873 के कलकत्ता प्रवास के समय की एक घटना का उल्लेख किया जिसके अनुसार महर्षि ने भारत […]
केंद्र सरकार द्वारा बनायी गयी सरकारी नीतियों के चलते ही स्टार्ट-अप कम्पनियों को भारत में अपना व्यवसाय प्रारम्भ करने में आसानी हो रही है। ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस के विभिन्न मदों में हुए सुधार के चलते भी स्टार्ट-अप कम्पनियों की बहुत मदद हो रही है। भारत के लिए यह दशक भारतीय स्टार्ट-अप कम्पनियों को बहुराष्ट्रीय […]
राकेश सैन पंजाब में कांग्रेस सरकार द्वारा विशुद्ध रूप से राजनीतिक दृष्टि से लिए गए इस फैसले की वैधानिकता पर सवाल उठने शुरू हो चुके हैं। विधि विशेषज्ञों का मानना है कि संवैधानिक रूप से चुनी हुई सरकार अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह का कदम नहीं उठा सकती। पंजाब सरकार ने दिल्ली में […]
6 फरवरी/जन्म-दिवस फिल्म जगत में अनेक गीतकार हुए हैं। कुछ ने दुःख और दर्द को अपने गीतों में उतारा, तो कुछ ने मस्ती और शृंगार को। कुछ ने बच्चों के लिए गीत लिखे, तो कुछ ने बड़ों के लिए; पर कवि प्रदीप के लिखे और गाये अधिकांश गीत देश, धर्म और ईश्वर के प्रति भक्ति […]
हिंदुत्व की चेतना के स्वर
प्राचीन काल में हम जिसे आर्यत्व की उच्चतम साधना के नाम से जानते थे वही आधुनिक सन्दर्भ में हिन्दुत्व है। हिन्दू की जीवन शैली का नाम हिंदुत्व है, और भारत की प्राचीन जीवन शैली का नाम आर्यत्व है। हिंदुत्व को वर्तमान समय में हमारे न्यायालय और अनेकों विद्वानों ने भारत की चेतना के सबसे अधिक […]
#संस्कृत – *संस्कृत में 1700 धातुएं, 70 प्रत्यय और 80 उपसर्ग हैं, इनके योग से जो शब्द बनते हैं, उनकी संख्या 27 लाख 20 हजार होती है। यदि दो शब्दों से बने सामासिक शब्दों को जोड़ते हैं तो उनकी संख्या लगभग 769 करोड़ हो जाती है।* संस्कृत इंडो-यूरोपियन लैंग्वेज की सबसे प्राचीन भाषा है और […]