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महत्वपूर्ण लेख

किसान आंदोलन के सामने जैसे कभी शास्त्री जी नहीं झुके थे वैसे ही अब मोदी भी पीछे हटने वाले नहीं हैं

वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक सख्त प्रशासक कहा जाता है, जबकि इससे पूर्व भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी को “Iron Lady” की उपाधि देने के अलावा चापलूसों द्वारा “India is Indira and Indira is India” तक कहा जाता था। अगर इंदिरा गाँधी “Iron Lady” थी, फिर पाकिस्तान के दो टुकड़े करने पर मुस्लिम वोट को […]

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राजनीति

योग से परेशान कम्युनिस्ट

योग भारत की सॉफ्ट पावर है। दुनिया के कम्युनिस्ट भारत की इस योग वाली छवि को नष्ट करना चाहते हैं। परंतु दुनिया मे कम्युनिस्ट योग से बहुत डरते हैं और योग से अंतिम सीमा तक नफरत करते हैं। 21 जून को विश्व योग दिवस का भी कम्युनिस्टों ने कभी स्वागत नहीं किया। नमाज पढ़ने वाले […]

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आओ कुछ जाने

वास्तु प्रमाण से सिद्ध होता है की लोथल एक वैदिक शहर था

माईकल ए क्रेमो मेरी मुख्य रूचि मनुष्य के प्राचीनकालीन निवास के पुरातात्विक प्रमाणों को जानने की रही है किन्तु मैं अन्य बातों को भी जानना चाहता हूं। उनमें से एक है भारत की वैदिक संस्कृति का इतिहास। वैदिक संस्कृति से मेरा अभिप्राय उस सभ्यता से है जो वेदों पर आधारित है। जिनमें संस्कृत की मूल […]

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आर्थिकी/व्यापार

राजकोषीय एवं मौद्रिक नीतियों में तालमेल से तेज़ होगी विकास की दर

वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए संसद में दिनांक 1 फ़रवरी 2021 को प्रस्तुत किए गए बजट के बाद भारतीय रिज़र्व बैंक ने दिनांक 5 फ़रवरी 2021 को मौद्रिक नीति की घोषणा की है। इस वर्ष राजकोषीय नीति को विस्तारवादी बनाया गया है ताकि आर्थिक विकास को गति दी जा सके। केंद्र सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष […]

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इतिहास के पन्नों से महत्वपूर्ण लेख हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

भारत की ही नही विश्व की धरोहर है ‘रामायण’और ‘महाभारत’

अपने देश में राम को राष्ट्रीय महापुरुष कहने में राजनीतिज्ञों को हीनता का बोध होता है और उनको राम तथा रामायण में साम्प्रदायिकता दिखाई पड़ती है। किन्तु दक्षिण-पूर्व एशिया-स्थित थाईलैण्ड (Thailand) में न केवल राम को एक सुप्रतिष्ठित स्थान दिया गया है, अपितु थाई-रामायण को थाईलैण्ड के राष्ट्रीय ग्रंथ का सम्मान दिया गया है। उल्लेखनीय […]

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भारतीय संस्कृति भाषा शिक्षा/रोजगार

संस्कृत पढऩे से भी है अर्थार्जन की अपार संभावनाऐं

श्रीश देवपुजारी समाज में एक भ्रम फैलाया गया है कि संस्कृत पढऩे से छात्र अर्थार्जन नहीं कर सकता। उसे केवल शिक्षक बनना पड़ता है या पुरोहित। इस प्रकार की धारणा रखनेवालों से मेरा प्रश्न है कि जो संस्कृतेतर छात्र बीए, बीकॉम और बीएससी होते है उनके लिए कौन-सी नौकरी बाट जोह रही है? हमारे देश […]

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भाषा

ख्यातिलब्ध लेखिका डॉ संजीव कुमारी की पुस्तक ‘तिसाया जोहड़’ का शिक्षा मंत्री ने किया विमोचन

★ राष्ट्रीय, अंतराष्ट्रीय स्तर से मिली बधाइयाँ, गणमान्यों ने उनकी बौद्धिकता को किया सैल्यूट …………… ……………………………… अजय आर्य / नई दिल्ली …………………………………. वरिष्ठ लेखिका औऱ अंतराष्ट्रीय पर्यावरण चिंतक डॉ संजीव कुमारी, गांव वजीरपुर टीटाणा पानीपत द्वारा लिखी पुस्तक ‘ तिसाया जोहड़’ का विमोचन आज श्री कंवर पाल गुर्जर, शिक्षामंत्री हरियाणा सरकार द्वारा चंड़ीगढ़ में किया […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

मजहब ही तो सिखाता है आपस में बैर रखना, अध्याय – 4 ( 2 ) मोहम्मद बिन कासिम का आक्रमण और हिंदू

मोहम्मद बिन कासिम का आक्रमण और हिन्दू यूँ तो अरब वालों के आक्रमण भारत पर 638 ईसवी से ही प्रारम्भ हो गए थे, परन्तु प्रमुख आक्रमणकारी के रूप में मोहम्मद बिन कासिम 712 ईस्वी में भारत भारत आया । जिसने सिंध के तत्कालीन हिन्दू राजा दाहिर से युद्ध किया। राजा दाहिर ने अपने देश की […]

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धर्म-अध्यात्म

हमारा यह जन्म हमारे पूर्व एवं पुनर्जन्म के सिद्धांत को बताता है

हमारा यह मनुष्य जन्म सत्य एव यथार्थ है। किसी भी मनुष्य को अपने अस्तित्व के होने में कोई सन्देह नहीं होता। हम हैं यह भाव हमारे अस्तित्व व उपस्थिति को स्वयंसिद्ध कर रहा है। हम अतीत में थेया नहीं, यह भी विचार कर माना व जाना जा सकता है। यदि हम न होते तो फिर […]

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इतिहास के पन्नों से महत्वपूर्ण लेख

इतिहास शोध की ऑक्सफोर्ड विधि

इतिहास शोध की ऑक्सफोर्ड विधि – इसकी प्रशंसा के लिए आजकल हिटिरिओग्राफी के नाम से पढ़ाया जा रहा है। इस विधि को देख कर पता चलता है कि मूर्ख को बैल (ऑक्स) क्यों कहने लगे। पहले प्रशंसा के लिए वृषभ कहते थे, जैसे गीता में अर्जुन को कहा गया है। भारतीय इतिहास नष्ट करने का […]

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