कई सालों तक हम मानते रहे की रज़िया सुलतान से पहले भारत में कोई रानी राज पाट नहीं चलाती थी | क्या है की इतिहास की जो क़िताबें स्कूल में पढाई जाती थी उसमे कई कई साल गायब थे भारत के इतिहास से | सिर्फ साल गायब होते तो कोई बहुत अंतर पड़ता ऐसा नहीं […]
Month: January 2021
आज लाहिड़ी पर्व है। इस पर उसे हमारे इतिहास के एक अमर नायक का विशेष संबंध है। आइए विचार करें इतिहास के उस अभिनंदनीय व्यक्तित्व के जीवन वृत्त पर जिसने अपने सत्कार्यों के अपने काल में यश प्राप्त किया और लोगों ने उसके सत्कृत्यों का वंदन करते हुए उसे अपना पूजनीय चरित्र बना लिया। […]
वामपंथ के इतिहास में रज़िया सुल्तान को छोड़कर और कोई रानी हुई ही नहीं भारतवर्ष में कुल 35,000 ऐसी रानियाँ हैं जिन्होंने मंगोल , मुग़ल , अश्शूर , तुर्क , यवन , हून इत्यादि क्रूर आक्रमणकारियों को परास्त की थी एवं ऐसे और रानी हुए जिन्होंने भारत से लेकर यूरोप , एशिया , इत्यादि अन्य […]
नई दिल्ली ।(अजय आर्य ) सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय में राज्यमंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा है कि हिंदू हमारी राष्ट्रीयता का प्रतीक है और हिंदुत्व हमारी जीवन शैली का प्रतीक शब्द है। जिनमें सांप्रदायिकता लेश मात्र भी नहीं है । इसीलिए ये दोनों शब्द हमारे लिए गर्व और गौरव का विषय […]
ओ३म् ============== मनुष्य चेतन एवं अल्पज्ञ सत्ता है। इसका शरीर जड़ पंच-भौतिक पदार्थों से परमात्मा द्वारा बनाया व प्रदान किया हुआ है। परमात्मा को ही मनुष्य शरीर व उसके सभी अवयव बनाने का ज्ञान है। उसी के विधान व नियमों के अन्तर्गत मनुष्य का जन्म होता तथा मनुष्य के शरीर में वृद्धि व ह्रास का […]
राजाओं के राज भवन कैसे हों ? उसकी अपनी वेशभूषा कैसी हो? और उसकी राज्यसभा, धर्मसभा, न्याय सभा आदि कैसी हों? इस विषय में हमारे प्राचीन कालीन राजनीतिशास्त्र के मनीषियों ने बड़ा स्पष्ट लिखा है कि इन सब में वैभव और देश का गौरव स्पष्ट दिखाई देना चाहिए। राजा दीन ,- हीन, फटे हाल […]
गाााजियाबा। (संवाददाता) सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभास पार्टी) ने अपने कार्यालय एफ..10, पटेल नगर, जगदीश नगर, गाजियाबाद पर स्वामी विवेकानंद जी की 159 वी जयंती बड़ी धूम-धाम से मनाई। जयंती समारोह के इस अवसर पर कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव द्वारा विवेकानंद जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया इस अवसर पर […]
आंध्र प्रदेश के मंदिरों पर आघातों का षड्यंत्र ?’ विषय पर विशेष संवाद ! नई दिल्ली। (संवाददाता) वर्ष 2020 में आंध्र प्रदेश में मंदिरों में तोडफोड की 228 घटनाएं हुईं, ऐसा राज्य के पुलिस महासंचालक ने कहा है । इन हिन्दूविरोधी घटनाओ के पीछे एक नियोजित षड्यंत्र है । वास्तव में सरकार को सर्व धर्मियों को सुरक्षा देनी चाहिए; परंतु सरकार का एक विशिष्ट […]
:::::::::::::::::::::::::::::::::::::::; बीजिंग, एपी। चीनी अधिकारी ने सोमवार को इस बात से इनकार किया कि बीजिंग ने शिंजियांग में मुस्लिम महिलाओं को जबरन बर्थ कंट्रोल के लिए मजबूर किया है। दरअसल, चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी देश में मुस्लिम आबादी पर अंकुश लगाने के लिए अब कठोरता पर उतर आई है। इस क्रम में उइगर और […]
यदि भीड़ और सभा में अंतर किया जाए तो पता चलता है कि भीड़ भावना प्रधान होती है ,जबकि सभा व्यवस्था प्रधान होती है ? व्यवस्था में सब कुछ सिस्टमैटिक होता है, जबकि भीड़ में सब कुछ अव्यवस्थित होता है । यदि एक तरफ दो-चार आदमी भागना आरंभ कर दें तो सारी भीड़ बिना […]