राष्ट्र-चिंतन नेहरू और अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्खता का दुष्परिणाम है चीन की गुंडई तिब्बत की आजादी को अचूक हथियार बनाओ विष्णुगुप्त तिब्बत पर नेहरू और अटल की भूलें और कूटनीतिक मूर्खता अब हमारी सीमा की सुरक्षा पर संकट कारण और हमारे जवानों की जानं गंवाने के कारण बन गयी हैं। जवाहरलाल नेहरू पर तो […]
Month: November 2020
राष्ट्र-चिंतन *अर्नब से ज्यादा जहरीला तो* *रबिस,बरखा,प्रनब राजदीप आदि हैं* *विष्णुगुप्त* आप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सरेआम चोर कह सकते हैं, आप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सरेआम दंगाई कह सकते हैं, आप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सरेआम भ्रष्ट कह सकते हैं, आप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जहरीला कह सकते हैं, आप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को […]
राजग के साथ मिलकर इन चुनावों में चार सीटें जीतने वाले हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार की कैबिनेट में शामिल होने की संभावना से इनकार कर दिया है. पटना: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) सेक्युलर के प्रमुख जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) गुरुवार को अपने चार सदस्यीय विधायक दल के नेता चुने […]
ओ३म् ========== स्वभाव से मनुष्य सुख प्राप्ति का इच्छुक रहता है। वह नहीं चाहता कि उसके जीवन में कभी किसी भी प्रकार का दुःख आये। सुख प्राप्ति के लिये सद्कर्म व धर्म के कार्य करने होेते हैं। अतः सत्कर्मों से युक्त प्राचीन वेदों पर आधारित वैदिक धर्म का पालन करते हुए मनुष्य अपने जीवन में […]
संतोष पाठक आखिरी चुनावी नतीजे के बाद यह साफ हो गया कि बिहार में फिर एक बार नीतीश सरकार। एनडीए गठबंधन को कुल मिलाकर 125 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल हुई। हालांकि यह 243 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के 122 के आंकड़े से महज 3 सीट ही ज्यादा है। बिहार में बदलाव के एग्जिट पोल […]
राष्ट्रीयहित सर्वोपरि’ – जनता जनार्दन
डॉ. कृष्णगोपाल मिश्र बिहार में सत्तासीन जेडीयू की सीटों का कम होना और आरजेडी का बढ़त लेना भी इस ओर संकेत करते हैं। कोरोना के संकटकाल में बिहार विधानसभा के पक्ष-विपक्ष की जो भूमिका बिहार की जनता ने देखी और अनुभव की उसी के अनुरूप परिणाम देकर उसने अपनी जागरूकता प्रमाणित की है। बिहार चुनाव […]
कमलेश पांडेय पीपीएफ यानी कि पब्लिक प्रॉविडेंट फंड, विभिन्न कारणों से आजकल निवेश हेतु सबसे अच्छी योजना है। यह एक 15 वर्षीय योजना है जहां आप अपने बच्चे की शिक्षा-दीक्षा के लिए एक बड़े कोष का निर्माण अल्प बचत से ही कर सकते है। अमूमन बच्चे देश के भविष्य होते हैं। जैसे-जैसे वे बड़े होते […]
धन्वन्तरि का इतिहास-धन-त्रयोदशी को धन्वन्तरि-जयन्ती भी कहा जाता है। इतिहास में कई धन्वन्तरि हुये हैं, जिनमें २ कलियुग के पूर्व थे। धनु चाप के आकार का होता है जिससे बाण छोड़ते हैं। इसी प्रकार के यन्त्र द्वारा शरीर से शल्य निकालते हैं अतः शल्य चिकित्सक को धन्वन्तरि कहा गया है। शल्य चिकित्सा तथा आयुर्वेद कई […]
दीपावली का त्यौहार जिस दिन मनाया जाता है, उसे से दो दिन पहले और दो दिन बाद तक कोई ना कोई आयोजन चल रहे होते हैं। इनकी शुरुआत धन्वन्तरि की उपासना यानी धनतेरस से शुरू हो जाती है। अगर आप स्वस्थ नहीं हैं, तो कोई सुख लेने में समर्थ ही नहीं होंगे। मिठाई जैसी चीज़ें […]
मूसेसाव की कहानी
गायब होती लोक कथाओं में से एक मूसेसाव की कहानी तब शुरू होती है जब एक जाना माना व्यापारी नगर के अन्य व्यापारियों से धन आदि लेकर समुद्री रास्ते से व्यापार के लिए निकलता है। समुद्र में भयावह तूफ़ान आता है और व्यापारी जिस जहाज पर था वो डूब जाता है। उसके जहाज के डूबने […]