*आप किसे अपना मानते हैं, और कौन आपको अपना मानता है? इस बात की पहचान अवश्य करें। अन्यथा बाद में आपको पश्चाताप होगा।* जीवन में सुख दुख दोनों आते रहते हैं। सब के जीवन में आते हैं। जब आपके जीवन में सुख की परिस्थिति है, समृद्धि है संपत्ति है सब कुछ है, उस समय तो […]
Month: October 2020
★ केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक की उपस्थिति रहीं महत्वपूर्ण ★ वरिष्ठ पत्रकार राकेश छोकर ने भी की सहभागिता, मिला सम्मान पत्र ……………………………….. नई दिल्ली …………….. ” थॉट ऑफ जगत गुरु नानक देव जी इन रेफरेन्स ऑफ इंडियन फिलॉसफी ” नामक विषय पर संयुक्त रूप से इंटरनेशनल वेबीनार का आयोजन किया गया।जिसमें प्रतिष्ठित […]
आक्रमणों से त्रस्त भारत के एक बड़े वर्ग को रीढ़-विहीन केंचुओं की तरह रेंग-रेंग कर जीने की आदत भी पड़ गयी थी। उनका भक्ति काल भी आँख मूँद कर किसी अवतार के आने की प्रतीक्षा से ज्यादा नहीं बचा था। उनके भक्त शबरी के बर्ताव की नक़ल करते। वो हनुमान या सुग्रीव जैसे नहीं थे […]
देश में जब भी चुनावी मौसम आता है तो हमारे नेताओं की जुबान फिसलने में देर नहीं लगती । वह एक दूसरे पर हमला करते हुए कितने असंवैधानिक और निम्न स्तर पर उतर आते हैं ,इसका कोई अनुमान नहीं लगा सकता । इतना ही नहीं ,महिलाओं को लेकर भी इनकी जुबान इस स्तर तक […]
चीन की गोदी में खेलकर भारत को आंखें दिखाने वाले नेपाल की अब लगता है आंखें खुल गई हैं। उसे यह अहसास हो गया है कि चीन किसी का सगा नहीं हो सकता ,उसके यहां से केवल दगा मिल सकती है । यही कारण है कि चीन के प्रधानमंत्री होली ने अब चीन को करारा […]
कर्नाटक में फिल्मी शख्सियतों से जुड़े ड्रग्स के एक मामले और बेंगलुरु दंगों की सुनवाई कर रहे एक एनडीपीएस विशेष न्यायाधीश को बेंगलुरु में सोमवार (अक्टूबर 19, 2020) को दो धमकी भरे पत्रों के साथ एक विस्फोटक सामग्री वाला पार्सल मिला। इस पार्सल के साथ आए पत्रों में सैंडलवुड ड्रग केस की आरोपित रागिनी द्विवेदी और संजना […]
ओ३म ========= स्वामी श्रद्धानन्द ऋषि दयानन्द के शिष्यों में एक प्रमुख शिष्य हैं जिनका जीवन एवं कार्य सभी आर्यजनों व देशवासियों के लिये अभिनन्दनीय एवं अनुकरणीय हैं। स्वामी श्रद्धानन्द जी का निजी जीवन ऋषि दयानन्द एवं आर्यसमाज के सम्पर्क में आने से पूर्व अनेक प्रकार के दुर्व्यसनों से ग्रस्त था। इन दुव्यर्सनों के त्याग में […]
ओ३म् ============ परमात्मा इस संसार का स्वामी है। उसी ने इस संसार को बनाया और वही संसार का पालन कर रहा है। इस संसार को बनाने का उद्देश्य परमात्मा द्वारा अनादि तथा नित्य जीवों को उनके पूर्वजन्मों के अनुसार उनके योग्य प्राणी योनियों में जन्म देना, उनके कर्मों के अनुसार उन्हें सुख व दुःख देना, […]
यह कैसा विकास है ?
उगता भारत (ब्यूरो) वैश्विक भूख सूचकांक में शामिल 107 देशों में 94वें स्थान पर पहुंचकर भारत का गंभीर श्रेणी में दर्ज होना, हमारे विकास के थोथे दावों की हकीकत बयां करता है। नीति-नियंताओं के लिए यह शर्म की बात हो सकती है कि इसी सूची में श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल और पाक हमसे बेहतर स्थिति […]
दीपक आहूजा धारा 370 का हटना यकीनन बहुत खुशी की बात है, मगर लङाई अभी खत्म नहीं हुई है, बल्कि इसके साथ ही एक अंतहीन संघर्ष की शुरूआत भी हुई है, जिसे आम आदमी नहीं देख पा रहा है। देश का अधिकाँश मुसलमान गुस्से से उबल रहा है और बदले व खून खराबे की फिराक […]