ओ३म् =================== हम मनुष्य इस कारण से हैं कि हम अपने मन व बुद्धि से चिन्तन व मनन कर सत्यासत्य का निर्णय करने सहित सत्य का ग्रहण एवं असत्य का त्याग करते हैं। यह कार्य पशु व पक्षी योनि के जीवात्मा नहीं कर सकते। इसका कारण यह है कि पशु व पक्षियों आदि के पास […]
Month: October 2020
प्रहलाद सबनानी लघु एवं सीमांत किसानों के लिए खेती के साथ-साथ पशुपालन भी एक महत्वपूर्ण कार्य है। अतः केंद्र सरकार ने देश में डेयरी उत्पादन को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। नीली अर्थव्यवस्था (मछली पालन) एवं बाग़वानी पर भी विशेष ज़ोर दिया जा रहा है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा वर्ष 2014 के […]
ललित गर्ग हाथरस प्रकरण से एक बार फिर अनेक सवाल खड़े हुए हैं कि आखिर कितनी बालिकाएं, कब तक ऐसे जुल्मों का शिकार होती रहेंगी। कब तक अपनी मजबूरी का फायदा उठाने देती रहेंगी। दिन-प्रतिदिन देश के चेहरे पर लगती इस कालिख को कौन पोछेगा? दरिन्दों एवं वहशियों के चलते एक और निर्भया ने दम […]
४९. १८५७ का संग्राम वस्तुतः भारत के राजाओं के दो समूहों का आपसी संग्राम था जिसमे एक पक्ष ने अंग्रेजों का साथ लिया और दिया . ध्यान रहे लिया भी ,केवल दिया नहीं .(थोड़ी भी स्वतंत्र बुद्धि हो तो राजस्थान के राजाओं को विक्तोरिया से हाथ मिलाते चित्र देख लो जो संग्रहालयों में हैं :२ […]
नई दिल्ली ( उगता भारत ब्यूरो ) भारत ने शनिवार को सतह से सतह पर मार करने वाली परमाणु क्षमता वाली बैलिस्टिक ‘शौर्य मिसाइल’ के नए संस्करण का सफल परीक्षण ओडिशा तट पर किया, जो लगभग 800 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को मार सकती है। यह मिसाइल एक टन तक के पेलोड के साथ […]
आचार्य धर्मेंद्र खंडेलवाल जयपुर कहहु तात अस मोर प्रनामा सब प्रकार कर पूर्ण कामा हमारी भारतीय संस्कृति के अनुसार जब हम किसी अपने बड़े व्यक्ति से मिलते हैं तो उसके चरण छूते और प्रणाम करते हैं अपने से बड़ों का अभिवादन करने के लिए चरण छूने की परंपरा सदियों से रही है. सनातन धर्म में […]
कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष और गांधीजी 1938 में हरिपुरा अधिवेशन के वार्षिक अधिवेशन के लिए सुभाष चंद्र बोस को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था । वास्तव में कांग्रेस के द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस को अध्यक्ष पद पर बैठाए जाने की यह घटना अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण थी ,क्योंकि इसके पश्चात तथाकथित ‘गांधी युग’ […]
आप का वक्त खराब हो सकता है। दुनिया भर की नजर में आप गिर चुके होते हो। आप के साथी घर वाले तक सोचने लगते हैं कि बोझ हो आप। लगता है कुछ नहीं बचा आप के पास ! यही वो समय होता है जब आप दिखा सकते हो कि आप हीरो हो, आप में […]
वाजपेयी जी ने कहा था कि सर्वोच्च न्यायलय ने कहा है कि आप भजन कर सकते हैं, कीर्तन कर सकते हैं। अब भजन एक व्यक्ति नहीं करता। भजन होता है तो सामूहिक होता है और कीर्तन के लिए तो और भी लोगों की आवश्यकता होती है। भजन और कीर्तन खड़े-खड़े तो नहीं हो सकता। कब […]
——————————————- इलाहाबाद उच्च न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले ने विवादित स्थल पर मंदिर होने के शोधपूर्ण वैज्ञानिक निष्कर्षों की पुष्टि तो की ही थी, साथ ही साथ मस्जिद-कमिटी की ओर से गवाह के तौर पर वामपंथी इतिहासकार इरफ़ान हबीब की अगुवाई में पेश हुए देश के तमाम वामपंथी इतिहासकारों के फरेब को भी न्यायालय ने उजागर […]