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आज का चिंतन

आत्मा अनादि अविनाशी व जन्म मरणधर्मा है तथा मोक्ष की कामना से युक्त है

ओ३म् =============== संसार में तीन अनादि तथा नित्य पदार्थ हैं। यह पदार्थ हैं ईश्वर, जीवात्मा तथा प्रकृति। ईश्वर सत्य चित्त आनन्दस्वरूप एवं सर्वज्ञ है। आत्मा सत्य, चेतन एवं अल्पज्ञ है। प्रकृति सत्य एवं जड़ सत्ता है। अनादि पदार्थ वह होते हैं जिनका अस्तित्व सदा से है और सदा रहेगा। इन्हें किसी अन्य सत्ता ने उत्पन्न […]

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भारतीय संस्कृति

मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम और थाईलैंड की अयोध्या

डॉ. जितेन्द्रकुमार सिंह संजय अयोध्या का नाम लेते ही स्मृति-पटल पर सरयू के किनारे अवस्थित सूर्यवंश के चक्रवर्ती सम्राटों की उस राजधानी का भव्य चित्र मुखरित होता है, जिसकी स्थापना वैवस्वत मनु ने की है। वस्तुत: सरयू के किनारे बसी अयोध्या केवल सूर्यवंशी सम्राटों की राजधानी ही नहीं है, अपितु प्रत्येक हिन्दू के हृदय में […]

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मुद्दा

अखंड भारत एक अव्यहारिक कल्पना

  भारतीय जनता पार्टी के महासचिव राम माधव ने 26 तारीख को अल जजीरा टीवी चैनल पर एक इंटरव्यू दिया था. वैसे तो इससे जुड़ी कई बातों पर विवाद हुए लेकिन सबसे कम संभावना इस बात पर विवाद की थी कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की धारणा के अनुसार भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान को मिलकर एक […]

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इतिहास के पन्नों से

‘पाकिस्तान’ की नींव बंगाल में ही पड़ी थी

शुशोभित 16 अगस्त, 1946 यानी भारत की स्वतंत्रता से ठीक एक साल पहले कलकत्ते में पहला दंगा भड़का और बंगाल के गांवों तक फैल गया. दंगों को मुस्लिम लीग द्वारा जानबूझकर भड़काया गया था. भारत के मजहबी बंटवारे की चर्चा के बीच मैं आपको बंगाल की ‘कलंक-कथा’ सुनाता हूं. वर्ष 1927 में मुस्लिम लीग के […]

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आर्थिकी/व्यापार

आत्मनिर्भर बनने के लिए स्वदेशी उत्पाद ख़रीदने ही नहीं बल्कि उनका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गर्व से प्रचार प्रसार करना भी आवश्यक

प्रहलाद सबनानी जब हम इतिहास पर नज़र डालते हैं तो पता चलता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था का गौरवशाली इतिहास रहा है एवं जो भारतीय संस्कृति हज़ारों सालों से सम्पन्न रही है, उसका पालन करते हुए ही उस समय पर अर्थव्यवस्था चलाई जाती थी। 21वीं सदी में यदि भारत को पुनः एक वैश्विक शक्ति बनाना है […]

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राजनीति व्यक्तित्व

जनसेवा की उत्कृष्ट भावना से ही राजनीति में अपना स्थान बना पाए हैं औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह

जब राजनीति विश्वास के संकट से गुजर रही हो तब कुछ ऐसे हसीन चेहरे दिखाई देना सचमुच आश्चर्य पैदा करता है जो अपनी विश्वसनीयता के कारण पहचाने जाते हैं । राजनीति में विश्वसनीयता ही वह पायदान है जिस पर चढ़कर कोई भी प्रतिनिधि लोकप्रियता प्राप्त करता है । यदि आपकी कार्यशैली जनहित के विरुद्ध है […]

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महत्वपूर्ण लेख

भारत को अटल टनल के मिलेंगे दूरगामी लाभ

– योगेश कुमार गोयल रोहतांग में समुद्र तल से करीब 10 हजार फीट की ऊंचाई पर बनाई गई ‘अटल टनल’ आखिरकार 10 वर्षों के भीतर बनकर तैयार हो गई है। गत वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के पश्चात् उनके सम्मान में केन्द्र सरकार द्वारा दिसम्बर 2019 में सुरंग का नाम ‘अटल सुरंग’ […]

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धर्म-अध्यात्म

हम सब कुछ नहीं कर सकते

  हर व्यक्ति के अंदर एक मजबूत पक्ष होता है उसे अपने उस पक्ष को ढूंढनें की कोशिश करनी चाहिए। कई क्षेत्रों मे हाथ बटाने से अच्छा है कि अपने पंसद व लगाव के क्षेत्र के बारे में पता करें, अपनी पूरी ऊर्जा उस तरफ झोक दें। कई सारे लक्ष्य बनाना या फिर करने की […]

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भारतीय संस्कृति भाषा

देववाणी संस्कृत सचमुच एक वैज्ञानिक और अतुलनीय भाषा है

ये पोस्ट अद्भुत एवं अतुलनीय है…. क्या आप जानते है विश्व की सबसे ज्यादा समृद्ध भाषा कौन सी है….. अंग्रेजी में ‘THE QUICK BROWN FOX JUMPS OVER A LAZY DOG’ एक प्रसिद्ध वाक्य है। जिसमें अंग्रेजी वर्णमाला के सभी अक्षर समाहित कर लिए गए, मज़ेदार बात यह है की अंग्रेज़ी वर्णमाला में कुल 26 अक्षर […]

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आज का चिंतन

क्या है पुनर्जन्म के बारे में भारतीय वैदिक दृष्टिकोण ?

आज का चिंतन पुनर्जन्म सिद्धान्त समीक्षा :- प्रश्न :- पुनर्जन्म किसे कहते हैं ? उत्तर :- आत्मा और इन्द्रियों का शरीर के साथ बार बार सम्बन्ध टूटने और बनने को पुनर्जन्म या प्रेत्याभाव कहते हैं । प्रश्न :- प्रेत किसे कहते हैं ? उत्तर :- जब आत्मा और इन्द्रियों का शरीर से सम्बन्ध टूट जाता […]

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