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आओ कुछ जाने

नवरात्रों में देवी पूजा और पौराणिक परंपरा

आम तौर पर आयातित विचारधारा के लोग आपको सिखायेंगे कि धार्मिक पाबंदियां सभी की सभी स्त्रियों पर ही लागू होती हैं | लेकिन अगर आप आजीवन बड़े शहरों में नहीं रहे हैं, कस्बों-गावों में आना जाना है तो आपको पता होगा कि असलियत इसकी उल्टी है | ज्यादातर लोक परम्पराओं में पुरुषों पर निषेध लागू […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

बॉलीवुड और दाऊद इब्राहिम

70 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब पूरा बॉलीवुड एकजुट होकर सामने आया है…कल पूरे बॉलीवुड की तरफ से #सुप्रीम_कोर्ट में 2 मीडिया चैनलों के खिलाफ शिकायत डाली गई…शिकायत डालने वालों में ना सिर्फ खान गैंग शामिल था…बल्कि उनके साथ अजय देवगन…अक्षय कुमार जैसे तथाकथित राष्ट्रवादी हीरो भी हैं…और वो 2 […]

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इतिहास के पन्नों से

नेहरू और हरि सिंह का वह पत्राचार जो बताता है कि कश्मीर मसले को संयुक्त राष्ट्र में ले जाने के पीछे क्या थी रणनीति

पीयूष बबेले 1958 में जवाहर लाल नेहरू । ‘हम यह मामला संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा समिति के सामने प्रस्तुत करेंगे. उसके बाद सुरक्षा समिति शायद अपना एक कमीशन भारत भेजेगी. अलबत्ता, इस बीच हम आज की तरह (कश्मीर में) अपनी सैन्य कार्रवाई को जारी ही रखेंगे. बेशक इन कार्रवाइयों को हम अधिक जोरों से […]

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मुद्दा

सभी चैनलों पर 1994 के ‘केबल टेलिविजन नेटवर्क रुल्स’ सख्ती से लागू किए जाने की आवश्यकता

डॉ. वेदप्रताप वैदिक सभी चैनलों को अभिव्यक्ति की पूरी आजादी रहे लेकिन यह देखना भी सरकार की जिम्मेदारी है कि कोई चैनल लक्ष्मण-रेखा का उल्लंघन न कर पाए और करे तो वह उसकी सजा भुगते। देश के 34 फिल्म-निर्माता संगठनों ने दो टीवी चैनलों और बेलगाम सोशल मीडिया के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में मुकदमा […]

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राजनीति

एनडीए को नवंबर में होने वाले राज्यसभा चुनावों में आठ से नो सीट मिलने की संभावना

संजय सक्सेना उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की दस सीटों के लिए होने वाले चुनाव में मतदान की संभावना काफी कम नजर आ रही है। बिखरा विपक्ष और इनमें एकजुटता की कमी से किसी एक दल के पास पर्याप्त विधायक न होने के कारण शायद ही शक्ति प्रदर्शन जैसी स्थिति उत्पन्न हो। चुनाव आयोग ने उत्तर […]

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भारतीय संस्कृति

भारतीय संस्कृति का आधार- धर्म, समन्वय और आचार

सुशील कुमार शर्मा संस्कृति जीवन की विधि है। संस्कृति हमारे जीने और सोचने की विधि में हमारी अंत:स्थ प्रकृति की अभिव्यक्त है। सभ्यता और संस्कृति को समानार्थी समझ लिया जाता है, जबकि ये दोनों अवधारणाएं अलग-अलग हैं। संसार के सभी विद्वानों ने ‘संस्कृति’ शब्द की विभिन्न परिभाषाएं, व्याख्याएं की हैं। कोई सर्वमान्य परिभाषा नहीं मिल […]

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संपादकीय

वर्तमान में भारत की विदेश नीति और चीन

  चीन के विषय में हम पहले से ही यह मानते आ रहे हैं कि इस देश की कथनी व करनी में बहुत भारी अन्तर है । चीन एक ऐसा देश है जो सोया हुआ दानव है । मानवता नाम की कोई चीज इसकी राजनीति या विदेशनीति में नहीं मिलती । यह किस स्थिति में […]

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इतिहास के पन्नों से

जब महात्मा गांधी ने अपने बेटे मणिलाल से पूछा था : फातिमा से भी वह अधर्म है, तुम्हारे बच्चों का धर्म क्या होगा?

  तनिष्क के विवादित वीडियो ने लव-जिहाद, हिन्दू-मुस्लिम विवाह, इनके पीछे छुपे नैरेटिव आदि विषयों को बहस का विषय बना दिया। ऐसा शायद ही कभी हुआ हो कि देश के विचारकों ने किसी भी बहस के बीच महात्मा गाँधी का जिक्र न किया हो। इसी कड़ी में सेक्स और टीनएज कॉलेज रोमांस की फिक्शन कथाएँ लिखने वाले चेतन भगत […]

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इतिहास के पन्नों से

जब मनाया गया था बंग भंग के विरोध में अद्भुत रक्षाबंधन

16 अक्तूबर/इतिहास-स्मृति   भारतीय स्वतन्त्रता के इतिहास में बंग भंग विरोधी आन्दोलन का बहुत महत्व है। इसमें न केवल बंगाल, अपितु पूरे भारत के देशभक्त नागरिकों ने एकजुट होकर अंग्रेजों को झुकने पर मजबूर कर दिया था। उन दिनों देश के मुसलमान भी हिन्दुओं के साथ मिलकर स्वतन्त्रता के लिए संघर्ष कर रहे थे। अंग्रेज […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

आर्य समाज की महान धरोहर थे महात्मा आनंद स्वामी

  …………………………………. 15 अक्तूबर/जन्म-दिवस   आर्य समाज के वरिष्ठ नेता महात्मा आनन्द स्वामी का जन्म 15 अक्तूबर, 1883 को हुआ था। उनके पिता मुंशी गणेश दास हिन्दू समाज की कुरीतियों से दुखी होकर ईसाई बनने जा रहे थे; पर तभी उनकी भेंट महर्षि दयानन्द सरस्वती से हो गयी। उन्होंने मुंशी जी को बताया कि ये […]

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