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इतिहास के पन्नों से

बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर आजादी से पहले ही भाँप गए थे वहाबियों के खतरे को , कांग्रेसियों ने दबा दी थी उनकी आवाज

भीमराव, अंबेडकर, बाबासाहब विश्व के साथ भारत भी कोरोना महामारी से जूझ रहा है और पूरा देश लॉकडाउन में है। इसी बीच आज भारत के महान सपूत बाबासाहब डॉ भीमराव रामजी अंबेडकर की जयंती भी है। महामारी के दौरान कुछ समुदायों के प्रतिनिधियों की गैरजिम्मेदारी और सुनियोजित लापरवाही के कारण बिगड़ी स्थिति और इससे उठते […]

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स्वास्थ्य

शारीरिक मोटापे के कारण और निवारण

मुरारी शरण शुक्ल यदि आपका वजन बढ़ रहा है तो इसका कोई वाह्य कारण नहीं है। इसके कारण आपके अंदर व्याप्त है। आपकी आदतों में ही इसके कारण विद्यमान हैं। आपकी दिनचर्या में ही इसके कारण छुपे हुए हैं। आपके खानपान की आदतों में ही इसके लक्षण विद्यमान हैं। आपके मन के भाव और व्यवहार, […]

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पर्यावरण

पर्यावर्णानुकूल परंपराओं और व्यवस्थाओं को अपनाने का प्रयास प्रारंभ करना होगा

ममता रानी आज विश्व की सबसे बड़ी समस्या है कूड़े का प्रबंधन यानी जो कचरा आज हम इस्तेमाल कर के फेंक रहे हैं उसका निस्तारण कैसे किया जाये। जी हां, ये कचरों के ढेर चारों तरफ दिखाई दे रहे हैं। गांव हो या शहर हर जगह कचरों का ढेर है। हम अपने घर से कचरा […]

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विश्वगुरू के रूप में भारत

आधुनिक चिकित्सा विज्ञान का जनक है ‘आयुर्वेद’

प्रो. राकेश उपाध्याय ईसा पूर्व 800-900 साल पहले की बात है। यानी आज से करीब 2900 साल पहले की यह प्रमाणिक गाथा है। आज का चिकित्सा विज्ञान तब यूरोप और संसार के अन्य हिस्सों में किस रूप में थी, यह शोध का विषय है, किन्तु भारत में आयुर्वेद की चिकित्सा प्रणाली किस रूप में मौजूद […]

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शिक्षा/रोजगार

भारतवर्ष की सनातन सांस्कृतिक परंपरा में ‘शिक्षा’ स्वयं में बहुअर्थगर्भित शब्द है

डॉ. कृष्णगोपाल मिश्रा हमें समझना होगा कि साक्षरता एवं पुस्तकीय ज्ञान शिक्षा का एक अंग भर हैं, शिक्षा का पूरा संसार नहीं। शिक्षा के इस अंग का उपयोग नैतिक एवं मानवीय मूल्यों के संरक्षण-संवर्धन के लिए किया जाना चाहिए। साक्षरता जनित पुस्तकीय ज्ञान विज्ञान की तरह ही दुधारी तलवार है। भारतवर्ष की सनातन सांस्कृतिक परंपरा […]

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भारतीय क्षत्रिय धर्म और अहिंसा स्वर्णिम इतिहास

भारतीय क्षत्रिय धर्म और अहिंसा (है बलिदान इतिहास हमारा) अध्याय -17 (ख ) 18 57 की क्रांति अर्थात हमारा पहला अंग्रेजों ! भारत छोड़ो आंदोलन

1857 में चला था पहला ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ 1857 की क्रांति के इस प्रकार के विस्तृत योजनाबद्ध विवरण से पता चलता है कि उस समय भारत में पहला ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ प्रारम्भ हुआ था ।यह तभी सम्भव हुआ था जब हमारे भीतर आजादी की ललक काम कर रही थी। कुछ लोगों ने 1857 की क्रान्ति […]

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आतंकवाद

टर्की में बढ़ता इस्लामिक कट्टरवाद बनता जा रहा है दुनिया के लिए एक खतरा

नई दिल्ली: हालांकि तुर्की(Turkey) की 98 फीसदी जनता मुसलमान(Muslim) है. इसके बावजूद यह देश आधुनिक और प्रगतिशील माना जाता था. लेकिन अब तुर्की पर इस्लामी दुनिया का प्रमुख बनने की धुन सवार हो गई है. वह सऊदी अरब को उसके स्थान से बेदखल करना चाहता है. इसकी वजह से दुनिया में रक्तपात के एक नए […]

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इतिहास के पन्नों से

प्राचीन भारत में कैसी थी सैन्य परंपरा

लेखक – राजबहादुर शर्मा, लेखक से.नि. ब्रिगेडियर और रक्षा मामलों के विशेषज्ञ हैं। भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे पुरानी सामाजिक संस्कृति है। वायुपुराण में भरत की कहानी आती है जो कि आधुनिक इतिहासकारों की समझ से परे है। पिछले हजारों वर्षों में स्थानीय और विदेशियों द्वारा बड़ी संख्या में रचे गए साहित्य, पुरातात्विक प्रमाणों और […]

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मुद्दा

हिंदुओं को अपने पूर्वजों की व्यूह रचनाएं भी पढ़नी चाहिए

महाभारत के युद्ध में तीसरे दिन कौरवों की सेना गरुड़ व्यूह में सजती है। भीष्म इसके सबसे आगे के हिस्से में होते हैं और सबसे पीछे होता है दुर्योधन। इस तरह सेनानायक को सबसे पहले और बिलकुल खुलकर हमला करने का मौका मिलता है, लेकिन राजा सबसे पीछे होने के कारण सबसे सुरक्षित होता। इसका […]

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आओ कुछ जाने

क्या है इतिहास की सही परिभाषा

क्या है इतिहास की सही परिभाषा इतिहास की भारतीय विद्वानों के अनुसार परिभाषा कुछ इस प्रकार स्थापित की जा सकती है :— ” इतिहास धर्म का रक्षक है , संस्कृति का पोषक है , मानवता का उद्धारक है, समाज का मार्गदर्शक है , राष्ट्र का उन्नायक है और अतीत में हुई दुर्घटनाओं से शिक्षा लेकर […]

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