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आओ कुछ जाने

श्राद्ध और पितृपक्ष का वैज्ञानिक महत्व

लेखक :- डॉ. ओमप्रकाश पांडे (लेखक अंतरिक्ष विज्ञानी हैं) श्राद्ध कर्म श्रद्धा का विषय है। यह पितरों के प्रति हमारी श्रद्धा प्रकट करने का माध्यम है। श्राद्ध आत्मा के गमन जिसे संस्कृत में प्रैति कहते हैं, से जुड़ा हुआ है। प्रैति ही बाद में बोलचाल में प्रेत बन गया। यह कोई भूत-प्रेत वाली बात नहीं […]

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महत्वपूर्ण लेख

कौवा और भारत पर आक्रमण करने वाले विदेशी हमलावर

आप कौवे को भी भारत पर (हिन्दुओं पर) हमलावरों के बुरे असर के उदाहरण की तरह देख सकते हैं। हिन्दुओं के लिए जो भी अच्छा होता है उसे हमलावर खराब घोषित करना जरूरी मानते हैं। हिन्दुओं की अच्छी चीज़ों का मजाक उड़ाया ही जाएगा। कागभुशुंडी जैसे हिन्दुओं में सम्मानित होते हैं, कौवे का बोलना अतिथियों […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

कलम और जमीर बेचकर चीन के ‘ग्लोबल टाइम्स’ के लिए लिखने वाला पत्रकार राजीव शर्मा गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजीव शर्मा नाम के स्वतंत्र पत्रकार को ‘ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट’ के तहत गिरफ्तार किया है। उसके पास से रक्षा सम्बन्धी गोपनीय दस्तावेज़ मिले थे। डिप्टी कमिश्नर ऑफ़ पुलिस (स्पेशल सेल) संजीव कुमार यादव ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि राजीव शर्मा के से पास रक्षा […]

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आज का चिंतन

सत्य के ग्रहण करने और अंधविश्वासों का त्याग करने में ही जीवन की सार्थकता है

ओ३म् =========== मनुष्य को मनुष्य का जन्म ज्ञान की प्राप्ति तथा उसके अनुसार आचरण करने के लिये मिला है। यदि मनुष्य सत्यज्ञान की प्राप्ति के लिये प्रयत्न नहीं करता तो उसका अज्ञान व अन्धविश्वासों में फंस जाना सम्भव होता है। अज्ञानी मनुष्य अपने जीवन में लौकिक एवं पारलौकिक उन्नति नहीं कर सकते। सत्यज्ञान को अप्राप्त […]

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भारतीय संस्कृति

देश के कर्णधार हमारे शिक्षक व शिष्य कैसे हों?

ओ३म् =========== शिक्षा देने व विद्यार्थियों को शिक्षित करने से अध्यापक को शिक्षक तथा शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को शिष्य कहा जाता है। आजकल हमारे शिक्षक बच्चों को अक्षर व संख्याओं का ज्ञान कराकर उन्हें मुख्यतः भाषा व लिपि से परिचित कराने के साथ गणना करना सिखाते हैं। आयु वृद्धि के साथ साथ बच्चा […]

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इतिहास के पन्नों से भयानक राजनीतिक षडयंत्र

इतिहास पर गांधीवाद की छाया , अध्याय – 2 , जलियांवाला बाग हत्याकांड पर गांधीजी देशवासियों के साथ नहीं थे

सन 1919 में भारतीय इतिहास में जलियांवाला बाग हत्याकाण्ड की एक बहुत ही निर्दयतापूर्ण घटना घटित हुई थी। उस समय देश के लोगों की एक स्वर से मांग थी कि नरसंहार के खलनायक जनरल डायर पर अभियोग चलाया जाए । लोगों का आक्रोश उफ़न रहा था और जिन लोगों ने इस हत्याकाण्ड में अपने बलिदान […]

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मुद्दा

कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की नीयत और नीति का मुंह बोलता प्रमाण: घोषणा पत्र में जो किया गया था वादा कृषि बिल में उसी का कर रहे हैं विरोध

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार विपक्ष का काम ही सरकार का विरोध करना है, लेकिन विरोध अथवा आलोचना आधारहीन नहीं होनी चाहिए। मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे कामों पर भिन्न-भिन्न मत आते रहते हैं। जबकि सच्चाई यह है कि कुछ बिल तो ऐसे पारित हुए हैं, जिनका मोदी विरोधी विरोध तो करते हैं, लेकिन अधिकतर कांग्रेस […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

वामपंथी इतिहासकारों के सेकुलर षड्यंत्र का शिकार चक्रवर्ती आर्य सम्राट पांडव और उनकी विरासत हस्तिनापुर : आरटीआई ने किया खुलासा

इतिहास के बारे में किया गया एक गंभीर षड्यंत्र ___________________________________________ भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद, पुरातत्व विभाग में आज भी महत्वपूर्ण कार्यकारी पदों पर तथाकथित सेकुलर वामपंथी इतिहासकार पुरातत्व वेता बैठे हुए हैं| जिनके लिए इतिहास पुरातत्व अनुसंधान केवल मुगल काल के नमूनों अकबर के हरम इबादत खाने , मजारों के उत्खनन अनुसंधान पर ही शुरू […]

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आर्थिकी/व्यापार

कोरोना के कारण से अस्तव्यस्त हो गये व्यापार, रोजगार आदि

ललित गर्ग सांसदों के वेतन में तीस प्रतिशत कटौती तो अप्रैल में ही यह सोच कर लागू कर दी गयी थी कि कोरोना-काल ज्यादा लम्बा नहीं चलेगा, लेकिन अब सितंबर में भी साफ तौर पर लगने लगा है कि यह बुरा समय आगे भी चलने वाला है। आदर्श नेतृत्व की परिभाषा है, ”सबको साथ लेकर […]

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राजनीति

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ऐसे कई काम हुए जिनसे भारत की साख पूरे विश्व में बढ़ी

मुख्तार अब्बास नकवी देखा जाये तो एक तरफ कोरोना का कहर, दूसरी तरफ सीमाओं की सुरक्षा, तीसरी तरफ भूकंप-तूफान-बाढ़ जैसी प्राकृतिक चुनौती, इसी बीच टिड्डियों द्वारा फसलों की बर्बादी और “फ़िसड्डियों” की बकवास बहादुरी भी चलती रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता के गलियारे से “परिक्रमा संस्कृति” खत्म कर “परिश्रम और परिणाम” को प्रामाणिक बनाया। […]

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