ओ३म् =========== हम मनुष्य कहलाते हैं। मनुष्य कहलाने का कारण परमात्मा द्वारा हमें बुद्धि व ज्ञान का दिया जाना तथा हमें उस ज्ञान को प्राप्त होकर मननपूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्धारणकर उन्हें करना होता है। सभी मनुष्य ऐसा नहीं करते। देश व विश्व की अधिकांश जनता को यही नही पता कि मनुष्य, मनुष्य क्यों कहलाता […]
Month: August 2020
* शरीर विज्ञान के संबंध में विशेष और महत्वपूर्ण जानकारी ____________________________________________ आधुनिक सूक्ष्मदर्शी यंत्र, इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप आदि के अविष्कार से हजारों वर्ष पूर्व वैदिक ऋषि महर्षि पतंजलि ,कपिल ,कणाद ने समाधिजन्य प्रत्यक्ष के आधार पर मानव शरीर को विकारी , मलिन , अशुद्ध, परिणामशील (दिन प्रतिदिन नष्ट होने वाला) घोषित कर दिया था| शरीर अणु […]
*गधी का दूध* लेख शीर्षक देख पढ़कर ही अधिकांश महानुभावों के मन में विनोद जागृत हो जाएगा| साधारण घास फूस खाकर अपने मालिक के लिए हाड़ तोड़ मेहनत करने वाला स्वामी भक्त जंतु गधा इंसानों में मूर्खता व्यंग का ही प्रतीक बना हुआ है….. हम उसे सबसे बड़ा मूर्ख मानते हैं जो गधे जैसे बुद्धिमान […]
मधुकर उपाध्याय सच्चाई और ज़मीनी माहौल इन दोनों में कितना फ़ासला है, इसे समझने के लिए कालयात्री होने की आवश्यकता नहीं है।कई बार चीज़ें एकदम सामने होती हैं लेकिन हम उसे जानते-समझते और स्वीकार नहीं कर पाते। जिसने अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का भूमि पूजन समारोह देखा, उसने यह भी देखा होगा […]
इस समय अयोध्या के ‘श्री रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास’ के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेवगिरी महाराज भी उपस्थित थे । उन्होंने कहा, ‘‘भारत स्वयंभू हिन्दू राष्ट्र है । छत्रपति शिवाजी महाराज ने भी हिन्दू साम्राज्य की स्थापना की । परंतु स्वतंत्रता के उपरांत सत्ताधारियों ने हिन्दूविरोधी विचारधारा अपनाई; अब आगे हिन्दू राष्ट्र अबाधित रखना, प्रत्येक हिन्दू का दायित्व […]
अगस्त 5 को अयोध्या में शिलान्यास होने के बाद से जो उपद्रवियों द्वारा कुछ नेताओं और पार्टियों के इशारे पर देश में अराजकता फैलाकर सौहार्द ख़राब करने का प्रयास कर रहे हैं, इसका इतिहास जानने के लिए ज्यादा दूर नहीं केवल 1947 में हुए बंटवारे के समय पाकिस्तान जाते मुसलमानों द्वारा लगाए जा रहे नारों […]
कमलेश पांडेय ज्यादातर लोग अपनी बड़ी-बड़ी जरूरतें, जैसे घर या कार खरीदने जैसी चीजों के लिए कर्ज यानी लोन का सहारा लेते हैं। इसके अलावा, कई लोग पैसों की अचानक जरूरत आ पड़ने पर पर्सनल लोन भी लेते हैं। यदि आप कोरोना काल में पैदा हुई वित्तीय परेशानियों से घिर कर लोन यानी कर्ज लेने […]
योगेश कुमार गोयल कुछ स्वयंसेवी संगठनों के मुताबिक देश में मानव तस्करी के पीडि़तों की संख्या अस्सी लाख से ज्यादा हो सकती है, जिसका बड़ा हिस्सा बंधुआ मजदूरों का है। कोरोना संक्रमण काल में तो मानव तस्करी को लेकर स्थिति और बदतर हुई है। पिछले दिनों भारत में मानव तस्करी को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्रालय […]
डॉ. अजय खेमरिया सवाल यह है भी है कि क्या बहुसंख्यकवाद भारत के संसदीय मॉडल को हिन्दू राष्ट्र की ओर ले जाएगा? जैसा कि डर खड़ा करते रहे हैं लिबरल्स और सेक्युलरिस्ट। प्रधानमंत्री मोदी के 5 अगस्त के भाषण में इसका सटीक और तार्किक जवाब निहित हैं। भारत की संसदीय राजनीति में हिंदुत्व का अधिष्ठान […]
हमारे देश में ऐसे लोग आपको बहुत मिल जाएंगे जो बड़ी सहजता से यह कह देते हैं कि हमारा देश एक हजार वर्ष तक विदेशी जातियों का गुलाम रहा। इतिहास के तथ्यों की पड़ताल किए बिना ऐसा कहना निश्चय ही राष्ट्र के गौरव और शौर्य के प्रति किया जाने वाला एक अक्षम्य अपराध है । […]