वैदिक राष्ट्र और अहिंसा यजुर्वेद में एक सुन्दर ऋचा आयी है :– ओ३म आ ब्रह्मन् ब्राह्मणो ब्रह्मवर्चसी जायताम आ राष्ट्रे राजन्य: शूरऽइषव्योऽतिव्याधी महारथो जायतां दोग्ध्री धेनुर्वोढानड्वानाशु: सप्ति: पुरन्धिर्योषा जिष्णू रथेष्ठा: सभेयो युवास्य यजमानस्य वीरो जायतां निकामे निकामे न: पर्जन्यो वर्षतु फलवत्यो नऽओषधय: पच्यन्तां योगक्षेमो न: कल्पताम्।। -यजु० २२/२२ अर्थात हे सर्वाधार सर्वेश्वर सर्वव्यापक प्रभो […]
महीना: जुलाई 2020
राकेश सैन भविष्य में पार्यवरण हितैषी ईद मनाने के संबंध में एक सार्थक चर्चा तो शुरू हो ही गई है और इसको आगे बढ़ाने की जरूरत है। बात सिर्फ ईद तक ही सीमित नहीं है, दरअसल हरित दिवाली, गणेशोत्सव और होली मनाई भी जाने लगी है, हालांकि इनको और गति देने की जरूरत है। अच्छे […]
घोषणा की जा चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार (अगस्त 5, 2020) को सुबह 11 बजे अयोध्या पहुँचेंगे और फिर राम मंदिर भूमि-पूजन में हिस्सा लेंगे। अब खबर आई है कि इस कार्यक्रम में कुल 200 लोग शिरकत करेंगे। कोरोना वायरस संक्रमण आपदा के बीच हो रहे इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में सोशल डिस्टेन्सिंग और […]
ओ३म् -आज 23 जुलाई को हरियाली तीज पर्व पर- ======== अनेक शताब्दियों से भारत मे महिलाओं द्वारा हरियाली तीज का पर्व को मनाने की परम्परा है। प्रत्येक श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को यह पर्व मनाया जाता है। इसे हरि तृतीया भी करते हैं। हरि का अर्थ हरियाली से है और तृतीया श्रावण […]
नई दिल्ली । ( सत्यजीत कुमार ) अखिल भारत हिंदू महासभा की एक वेद मीटिंग के माध्यम से पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री संदीप कालिया को इस बात के लिए अधिकृत किया गया कि वह प्रधानमंत्री श्री मोदी से पत्राचार कर श्री राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट में हिंदू महासभा के त्याग और बलिदानों के […]
‘पीके’ समान फिल्में अथवा ‘पाताललोक’ जैसी वेबसीरिज के माध्यम से हिन्दू धर्म पर सुनियोजित ढंग से आघात करने का ‘बॉलीवुड’ का षड्यंत्र है । अभिव्यक्ति स्वतंत्रता के नाम पर हिन्दू धर्म, देवी-देवता और हिन्दुआें की धार्मिक परंपराआें की धज्जियां उडायी जाती हैं । हिन्दू समाज इस विषय में आवाज नहीं उठाता, इसलिए ‘बॉलीवुड’ में हिन्दू […]
– मुरली मनोहर श्रीवास्तव जिंदगी एक सफर है, सफर करते करते एक दिन राहगीर भी थक जाता है मगर राहें कभी नहीं थकती। इस जहां में इंसानरुपी मुसाफिर आते हैं अपने जीवन के किरदार को दुनिया के रंगमंच पर निभाकर कूच कर जाते हैं। रह जाती हैं तो बस उनकी यादें और उनकी कृतियां। उन्हीं […]
सहकारी क्षेत्र में बैंकिंग पहिले मुख्यतः ग्रामीण इलाक़ों एवं कृषि क्षेत्र में ही प्रचिलित हुआ करती थी। परंतु 1990 के दशक में जब उदारीकरण की नीतियों को देश में लागू किया गया तब शहरी क्षेत्रों में भी सहकारी बैंकों की संख्या काफ़ी बढ़ गई। इन्हें शुरू से ही काफ़ी उदारीकृत माहौल में स्थापित किया गया। […]
कोरोना वायरस महामारी के चलते लॉकडाउन के बाद, अनलॉक के दूसरे चरण को प्रारम्भ हुए भी एक अर्सा बीत चुका है। अतः देश में आजकल यह चर्चा ज़ोरों पर है कि क्या हम आर्थिक क्षेत्र में कोरोना वायरस की महामारी के पूर्व की स्थिति में पहुँच गए हैं अथवा नहीं। इस सम्बंध में सरकार की […]
यहाँ हम पश्चिमी इतिहासवेताओं के इस कथन की परीक्षा करनी है कि “प्राचीन आर्य ऐतिहासिक विद्या से अनभिज्ञ थे” । वास्तव में यदि यह लांछन ठीक हो तो हमें मानना पड़ेगा कि हमारे पुरुष अर्ध सभ्य थे क्योंकि केवल दो ही अवस्थाओं में कोई नेशन या जाति ऐतिहासिक ज्ञान से शून्य हो सकती है :- […]