ओ३म् ============ मनुष्य स्वयं को मनुष्य कहता है परन्तु मनुष्य किसे कहते हैं, इस पर वह कभी विचार नहीं करता। हमारे वैदिक विद्वान बताते हैं कि मनुष्य को मनुष्य विचारशील तथा सत्य व असत्य का मनन करने के कारण से कहते हैं। मनुष्य के पास बुद्धि होती है जिससे वह उचित-अनुचित, सत्य-असत्य, कर्तव्य-अकर्तव्य, धर्म-अधर्म, न्याय-अन्याय, […]
Month: June 2020

ललित गर्ग स्वार्थी और सुविधा भोगी मनुष्य प्रकृति से दूर होता जा रहा है। उसकी लोभ की वृत्ति ने प्रकृति एवं पृथ्वी को बेरहमी से लूटा है। इसीलिए पर्यावरण की समस्या दिनोंदिन विकराल होती जा रही है। न हवा स्वच्छ है, न पानी। तेज शोर आदमी को मानसिक दृष्टि से विकलांग बना रहा है। विश्व […]
पर्यावरण प्रकृति का हिस्सा है|प्रकृति व पर्यावरण एक दूसरे के पूरक हैं |प्रकृति के बिना पर्यावरण की परिकल्पना नहीं की जा सकती|प्रकृति दो शब्दों से मिलकर बनी है – प्र और कृति|प्र अर्थात प्रकृष्टि (श्रेष्ठ/उत्तम) और कृति का अर्थ है रचना |ईश्वर की श्रेष्ठ रचना अर्थात सृष्टि|प्रकृति से सृष्टि का बोध होता है |प्रकृति अर्थात […]
हमारे इतिहास को इन वामपंथीयो ने मिलकर इन 70 सालों में भारत के इतिहास के असली पन्ने कैसे फाड़े ओर क्या क्या जोड़ा देखिये..!! 1) भारत का इतिहास सिंधु घाटी सभ्यता से शुरू नही होता बल्कि सरयू तट से शुरू होता है जहाँ महर्षि मनु को अपने मनुष्य होने का ज्ञान हुआ और मानव सभ्यता […]
एक पत्थर की कीमत
एक जंगल की राह से एक जौहरी गुजर रहा था। देखा उसने राह में एक कुम्हार अपने गधे के गले में एक बड़ा हीरा बांधकर चला आ रहा है। ये देख कर चकित हुआ कि ये कितना मूर्ख है। क्या इसे पता नहीं है कि ये लाखों का हीरा है। और गधे के गले […]
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेस (NIMHANS) के डॉक्टर और स्वास्थ्य विशेषज्ञ की माने तो आने वाले समय में देश में कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार दुगुनी तेज़ी से बढ़ेगा और महामारी का कम्युनिटी ट्रांसमिशन भी देखने को मिलेगा। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेस (NIMHANS) में न्यूरोवायरोलॉजी के साथ ही कोविड-19 के […]
…………………….. राकेश छोकर / नई दिल्ली ………………… राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वाधान में संत कबीर जयंती एवं विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्तर का साहित्य महोत्सव का आयोजन वेबीनार मीटिंग द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें देश के दिग्गज साहित्यकारों की सहभागिता रही। इस अवसर पर प्रसिद्ध कवियों ने अपनी रचनाओं का भी काव्य […]
मनुष्य जीवन में यज्ञ का महत्व
मनुष्य के द्वारा भिन्न भिन्न प्रकार के जाप और तप किए जाते हैं , जिनमें यज्ञ भी एक प्रकार का साधन है। यज्ञ सृष्टि के आदि काल से अर्थात स्वाम्भुवमनु के काल से प्रचलन में है। हमारे पूर्वज ऋषि – महर्षियों ने यज्ञ को पूजा की सर्वाधिक प्राचीन पद्धति बताया है । वेदों में अग्नि […]
विजय कुमार बड़े देशों में लोग सप्ताहांत में मॉल या बिग बाजार से पूरे सप्ताह के लिए पैक की हुई खाद्य सामग्री ले आते हैं या फिर ऑनलाइन मंगा लेते हैं। फिर वे उसे फ्रिज में भर देते हैं। उन्हें ऐसा बासी और रसायनयुक्त भोजन करने की ही आदत पड़ गयी है। कबीर, तुलसी, रहीम, […]
ललित गर्ग योगी ने आर्थिक पैकेज की घोषणा करके प्रदेश के लिए रोजगार, उद्योग, आर्थिक गति की संभावनाएं तलाशने में देरी नहीं की। उन्होंने नरेन्द्र मोदी और अमित शाह का गुरु मंत्र अपना लिया है कि चुनौती को अवसर में बदलो और उसके लिए विद्युत गति से युद्ध स्तर पर जुटो। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री […]