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देश विदेश

भारत से हांगकांग तक चीन का जाल,लेकिन मोदी के आगे एक नहीं चली

अजय कुमार भारत शांति में विश्वास करता है लेकिन जब उसकी क्षेत्रीय अस्मिता की रक्षा पर संकट आएगा तो वह पूरी दृढ़ता और संकल्प से इसका जवाब देगा। भारत का यह रुख उसके द्वारा चीन से किए गए चार समझौतों में भी स्पष्ट रूप से झलकता है। जिस देश का नेतृत्व मजबूत होता है, उसको […]

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उगता भारत न्यूज़

किसानों को नहीं बल्कि कॉरपोरेट को मिलेगा कृषि सुधार अधिनियम का फायदा : डॉक्टर त्रिपाठी

★ बगैर किसान संगठनों की सलाह से आपाधापी में तैयार किया गया अध्यादेश ★ कोविड19 की वजह से किसानों को चाहिए तात्कालिक राहत ……………………………………………… राकेश छोकर / नई दिल्ली ……………………………………… कोविड 19 महामारी की वजह से देश की पूरी अर्थव्यवस्था जिस प्रकार ठप हुई ,उससे उबरने के लिए सरकार ताबड़तोड़ फैसले कर रही है। कुछ […]

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विविधा

सनकी जो दुनिया को सुखी करके चला गया

“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””आज जितने भी तकनीकी उपकरण है जिनका हम सुख सुविधा मानव कल्याण में प्रयोग करते हैं, चंद घंटों कुछ महीनों में इनका अविष्कार नहीं हो गया था| इनके अविष्कारको ने पूरी एकाग्रता से अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया| मानव जीवन को सर्वाधिक सुखी प्रभावित यदि किसी ने किया है वह है बिजली ( electricity) इससे […]

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इतिहास के पन्नों से

हल्दीघाटी का युद्ध , महाराणा प्रताप और चेतक

हल्दीघाटी के मैदान में युद्ध करने की योजना महाराणा प्रताप ने गोगुंदा के किले में ही बनाई थी। जब मेवाड़ और दिल्ली के बीच संधि न हो पाई तो मानसिंह मुगलों की एक विशाल सेना लेकर महाराणा प्रताप पर चढ़ाई करने के लिए चल पड़ा। महाराणा प्रताप ने एक रणनीति के तहत हल्दीघाटी को युद्ध […]

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आर्थिकी/व्यापार

आज के परिप्रेक्ष्य में सार्वजनिक उपक्रमों को देश के आर्थिक विकास में बढ़ानी होगी अपनी भूमिका

भारत द्वारा वर्ष 1947 में प्राप्त की गई राजनैतिक स्वतंत्रता के बाद मुख्य रूप से देश के आर्थिक विकास को गति देने के उद्देश्य से देश में कई सार्वजनिक उपक्रमों की स्थापना की गई थी। हालाँकि, उस वक़्त सार्वजनिक उपक्रमों को स्थापित करने के पीछे कई अन्य तात्कालिक कारण भी थे यथा निजी क्षेत्र, ऐसे […]

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पर्यावरण

तपस्वी , संयमी उभयचर मेंढक

__________________जरा सी समस्या जीवन में आई नहीं मनुष्य फांसी के फंदे पर झूल जाता है… जीवन में प्रतिकूलता कष्ट रोग महामारी के सामने आत्मसमर्पण कर देता……….| जगत विश्वकर्मा भगवान ने हम मनुष्य को अकेले नहीं बनाया है हमारे साथ बहुत से जीव जंतुओं की सृष्टि भी उसने की है जिनमें कुछ जलचर हैं कुछ थलचर […]

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स्वास्थ्य

कोरोना : क्या है सोशल डिस्टेंसिंग और क्यों आवश्यक है

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के मकसद से सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर एडवाइज़री जारी की है। सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब होता है एक-दूसरे से दूर रहना ताकि संक्रमण के ख़तरे को कम किया जा सके।भारत में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं,कोरोना वायरस के कुल संक्रमित मामलों के लिहाज़ […]

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मुद्दा

मुस्लिम शासक भारत के लिए धब्बा या गौरव , भाग – 2

जावेद अख्तर सुनो ! सावरकर की वाणी जिस समय बीबीसी ने अपना उपरोक्त समीक्षात्मक परन्तु भ्रमात्मक लेख प्रकाशित किया था उसी समय इन विवादों के बीच फ़िल्मकार और गीतकार जावेद अख़्तर ने कई ट्वीट किए थे । उनके ट्वीट की जानकारी देते हुए बीबीसी ने ही लिखा था कि जावेद अख़्तर ने बीजेपी पर निशाना […]

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इतिहास के पन्नों से

क्या है भारत में दास प्रथा का सत्य ?

भारत में दास का अर्थ स्पष्ट करने वाले कई प्राचीन तथा आधुनिक उदाहरण हैं। ऋग्वेद का एक मात्र उपलब्ध ब्राह्मण ऐतरेय है जिसका लेखक ऐतरेय महिदास है। यदि दास पशु की तरह खरीदे गुलाम होते तो वह न ब्राह्मण ग्रन्थ लिख पाता, न वह आज तक आदृत होता। काशी के राजा के रूप में दिवोदास […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

ऋषि दयानंद का उद्देश्य वेद तथा देशभक्ति का प्रचार था

ओ३म् ============= ऋषि दयानन्द वेदों के अपूर्व ऋषि थे। उनके जैसे ऋषि का इतिहास में वर्णन नहीं मिलता। सृष्टि के आरम्भ से देश में ऋषि परम्परा चली जो महाभारत के कुछ समय बाद तक चलकर समाप्त हो गई थी। इस दीर्घ अवधि में देश में बड़ी संख्या में ऋषि व महर्षि उत्पन्न हुए परन्तु वर्तमान […]

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