ओ३म् ============ मनुष्य दुःख से घबराता है तथा सुख की प्राप्ति के लिये ही कर्मों में प्रवृत्त होता है। वह जो भी कर्म करता है उसके पीछे उसकी सुख प्राप्ति की इच्छा व भावना निहित होती है। मनुष्यों को दुःख प्राप्त न हो तथा अपनी क्षमता के अनुरूप सुख प्राप्त हो, इसके लिये उसे क्या […]
महीना: जून 2020
भारत के इतिहास लेखन में जानबूझकर सबसे बड़ी चूक यह की गई है कि यहाँ के शासकों को विदेशी आक्रमणकारियों के विरुद्ध या तो पूर्णतया असावधान दिखाया गया है या फिर इस प्रकार प्रदर्शित करने का प्रयास किया गया है कि जैसे उन्हें राष्ट्र और राष्ट्रधर्म की कोई चिंता नहीं थी । इसी धारणा […]
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार राजधानी दिल्ली में कोरोना का विस्फोट हो रहा है। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से 1000 से 1200 के करीब नए केस आ रहे थे । लेकिन पिछले 24 घंटों में राजधानी दिल्ली में रिकॉर्ड 1366 केस आए हैं जिससे दिल्ली में कोरोना संक्रमित लोगों की कुल संख्या 31,309 हो गई है।दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य […]
प्रस्तुति : आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक ***** “यज्ञ नमश्च। यज्ञ और नमस्कार” – यज्ञ में या यज्ञसमाप्ति पर नमस्कार की क्रिया करनी चाहिए। यज्ञ के साथ नमस्कार क्रिया का सम्बन्ध उक्त वेदवाक्य प्रकट कर रहा है। प्रायः ऐसी विचारधारा लोगों में व्याप्त हो गई है कि यदि यज्ञ में हाथ जोड़कर नमस्कार की क्रिया की […]
★ समाज के दिग्गजों सहित प्रतिष्ठित महिलाओं और बॉलीवुड जगत की हस्तियों ने वेबीनार में किया प्रतिभाग …………………………………………………… राकेश छोकर / नई दिल्ली ………………………… … .. ………………… अखंड भारत गुर्जर महासभा के तत्वाधान में आज समाज में महिलाओं की वर्तमान स्थिति पर वेबीनार में गहन चिंतन मंथन हुआ। जिसमें समाज की प्रतिष्ठित महिलाओं , दिगगज […]
हम प्रतिक्षण अपने चारों ओर सृष्टि में परिवर्तन होते देखते हैं ।हम अपने जीवन में भी बचपन से युवावस्था युवावस्था से वृद्धावस्था में पहुंचते हुए परिवर्तन को देखते हैं तो हमको अनुभव होता है यह संसार क्षणभंगुर है । जो था वह नहीं रहा और जो है वह नहीं रहेगा । बस केवल एक मृग […]
✍ ओ३म् सर्वेभ्यो नमः *समस्या* सबके जीवन में आती हैं, किसी के में कम, किसी के में ज्यादा। कई रोते हैं कम, तो कोई रोते हैं ज्यादा। जो रोते हैं अधिक जिस बात पर, वह तो समस्या ही नहीं थी। पता चला बाद में अम्मा ने, बाबा को एक अंतिम रोटी घी बूरे की शुगर […]
मनोज कुमार मिश्र भारतीय समाचार पत्र चीन के सीमा पर अतिक्रमण को लेकर संवादों से भरे पड़े हैं। ये अतिक्रमण का क्षेत्र लद्दाख और सिक्किम मे बताया जा रहा है। भारत के जनमानस मे कई तरह की शंकाओं के बीज बोने का प्रयास हो रहा है। ऐसे वक्त में जब भारतीय मीडिया को सरकार […]
डाॅ. कृष्णगोपाल मिश्र हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था के संघीय ढांचे की एक बड़ी कमी तब उभरकर सामने आयी है, जब दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली के अस्पतालों में केवल दिल्लीवासियों को ही उपचार उपलब्ध कराने का शासनादेश निर्गत कर वहाँ के समस्त प्रवासियों को महामारी के इस विकट संकटकाल में चिकित्सा […]
ईश्वर के प्रति हमारे कर्तव्य हमारा इस संसार में आना कोई आकस्मिक घटना नहीं है । इसके पीछे हमारे जन्म जन्मांतरों के संस्कार और प्रारब्ध का पूरा एक खेल है। जिसके परिणाम स्वरूप ईश्वर ने हमें यह मानव जन्म दिया है । ईश्वर ने संसार के समग्र ऐश्वर्यों को केवल हम मनुष्यों को ही भोगने […]