-श्याम सुंदर पोद्दार ( श्री श्याम सुंदर पोद्दार जी एक ऐसे राष्ट्रवादी चिंतक व लेखक हैं जो वीर सावरकर जी के चिंतन और विचारधारा के प्रति पूर्णतया समर्पित हैं । उनके भीतर वही तड़प और वही आग है जो भारत की एकता व अखंडता को लेकर सावरकर जी के भीतर थी । उनके लेखों में […]
महीना: जून 2020
काशी विश्वनाथ मंदिर (बाएँ), मथुरा कृष्ण जन्मभूमि मंदिर (दाएँ) आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार अयोध्या विवाद के निपटारे के बाद अब सुप्रीम कोर्ट में काशी-मथुरा को लेकर भी याचिकाओं का सिलसिला शुरू हो गया है। हिन्दू पक्ष की याचिका के बाद अब मुस्लिम पक्ष भी सुप्रीम कोर्ट पहुँचा है। जमीयत-उलेमा-ए-हिंद ने वकील एजाज मकबूल के माध्यम से […]
अरविंद जयतिलक गत दिवस पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्काॅट मारिसन के बीच संपन्न हुए पहले वर्चुअल शिखर सम्मेलन ने दोनों देशों के रिश्ते को मिठास से भर दिया है। दोनों देशों ने कोरोना महामारी से निपटने के अलावा सात महत्वपूर्ण समझौते को आयाम दिया है। इन समझौतों के मुताबिक अब दोनों […]
ब्रह्म ने अपने अंदर व्याप्य प्रकृति और परमाणु से स्थूल जगत को बनाकर बाहर स्थूल रूप कर और आप उसी में व्यापक होकर साक्षी भूत आनंदमय हो रहा है। जब जगत उत्पन्न होता है तभी जीवों के विचार, ज्ञान ,ध्यान, उपदेश श्रवण में परमेश्वर प्रसिद्ध और बहुत स्थूल पदार्थों से सह वर्तमान होता है ।लेकिन […]
चीन प्रारंभ से ही भारत को एशिया में दबाकर रखना चाहता रहा है । विश्व का नेतृत्व अपने हाथों में लेने के लिए वह हरसंभव यह प्रयास करता है कि भारत किसी भी रूप में उभरने न पाए । इसके लिए उसने पाकिस्तान को भारत के विरुद्ध हर समय उकसाने में कभी कोई कमी नहीं […]
गर्मी के मौसम में ठंडा पानी न मिले तो मानो प्यास ही नहीं बुझती। इसी कारण अक्सर आपने लोगों को देखा होगा कि कहीं से आते ही वे सीधे फ्रिज के पास पहुंच जाते हैं, लेकिन जब फ्रिज नहीं थे, तब भी लोग पानी को ठंडा करके ही पीते थे। फर्क सिर्फ इतना था कि […]
लौंग ——- हमारा रसोईघर स्वतः प्राकृतिक औषधि भण्डार है।लौंग में कुछ ऐसे अंश होते हैं जो रोगों का सामना करने में सहायता करते हैं।आहार की सुगंधि बढ़ाने के साथ साथ, इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं।लौंग तेल की कुछ बूँदों को दाँत प्रभावित क्षेत्र में लगाने से दर्द में बहुत राहत मिलती है।इसके तेल से […]
डॉ विवेक आर्य 1921 में गाँधी ने अंग्रेजी कपड़ों के बहिष्कार का ऐलान किया। उन्होंने विदेशी कपड़ों की होली जलाने का निर्णय लिया। स्वामी श्रद्धानन्द को जब यह पता चला तो उन्होंने महात्मा गाँधी को तार भेजा। उसमें उन्होंने गाँधी जी से कहा कि आप विदेशी कपड़ों को जलाकर अंग्रेजों के प्रति शत्रुभाव को बढ़ावा […]
कोरोना महामारी से निपटने के नाम पर जिस प्रकार की अव्यवस्था, अराजकता व अंधेरगर्दी इस देश में देखने को मिल रही है वह शायद ही विश्व में कहीं अन्यत्र देखने को मिले। कोरोना को नियंत्रित करने के नाम पर लाकडाउन का निर्णय बहुत जल्दबाजी व बिना योजना तथा तैयारी के लिए लिया गया। 135 […]
ओ३म् ============ मनुष्य को यह जन्म उसके पूर्वजन्मों के पाप-पुण्यरूपी कर्मों के आधार पर मिला है। वह इस जन्म में जो पाप व पुण्य कर्म करेगा, उससे उसका भावी जन्म निर्धारित होगा। जिस प्रकार फल पकने के बाद वृक्ष से अलग होता है, इसी प्रकार हम भी ज्ञान प्राप्ति और शुभ कर्मों को करके ही […]