सतयुग ,त्रेता, द्वापर एवं कलयुग चारों युगों का योग 43 लाख 20 सहस्त्र वर्ष होता है। ऐसी 71 चतुर्युगियों का एक मन्वंतर होता है। 14 मन्वन्तरों का सृष्टि काल होता है। 14 मन्वन्तरों को ब्रह्म का एक दिन कहते हैं। इन के पश्चात प्रलय काल हो जाता है ।इस प्रलय काल को ब्रह्म की रात्रि […]
महीना: जून 2020
कोरोना महामारी के कारण लगभग दो माह के लॉक डाउन के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था को वापिस पटरी पर लाने की चुनौती अब हम सभी के सामने है। न केवल भारत बल्कि विश्व में कई देशों द्वारा धीरे धीरे अपनी आर्थिक गतिविधियों को पुनः प्रारम्भ किया जा रहा है। हाल ही में भारत के प्रधान मंत्री […]
हम स्कूल गए। पढे। जिस अध्यापक ने हमे पढ़ाया वह भी कभी विद्यार्थी था। उसका अध्यापक भी कभी विद्यार्थी रहा था। प्रश्न उठता है जब दुनिया बनी तब सबसे पहला अध्यापक कौन था? इसका उत्तर योग दर्शन मे महर्षि पतंजलि देते हैं– क्लेश-कर्म-विपाक-आशयैः परामृष्टः पुरुषविशेषो ईश्वरः ।।24।। क्लेश-कर्म-विपाक और आशयों से रहित पुरुष विशेष ईश्वर […]
भारत और चीन सेना के बीच हुई आपसी झड़प में भारत के 20 सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए। वहीं चीन ने भी कमांडिग ऑफिसर समेत अपने 40 से ज्यादा सैनिकों को खोया। इस बीच भारत सरकार लगातार तनाव को खत्म करने की कोशिशों में जुटी रही। लेकिन विपक्ष ने राष्ट्रीय सुरक्षा मामले पर केवल राजनीति खेली और […]
Congress fossilised, can’t beat BJP with such laid-back approach: Party spokesperson Sanjay Jha In an interview to ThePrint, Congress national spokesperson Sanjay Jha hits out at his party for its ‘high command culture’ and for operating ‘only out of Delhi’. ThePrint पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करने पर संजय झा को कांग्रेस ने राष्ट्रीय […]
अधिकारों से पहले कर्तव्य , अध्याय — 7 <img class="i-amphtml-intrinsic-sizer" style="font-family: Roboto, 'Helvetica Neue', sans-serif; max-width: 100%; display: block !important;" role="presentation" src="data:;base64,” alt=”” aria-hidden=”true” /> भारत में ब्राह्मण , क्षत्रिय , वैश्य और शूद्र इन चार वर्णों की व्यवस्था की गई है । चारों ही वर्ण अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण हैं । प्राचीन काल […]
कोरोना वायरस महामारी के चलते लगभग 2 माह के लॉक डाउन के बाद भारत सहित विश्व के लगभग 75 प्रतिशत देश अपनी अर्थव्यवस्थाएँ धीरे धीरे खोलते जा रहे हैं। अब आर्थिक गतिविधियाँ पुनः तेज़ी से आगे बढ़ेंगी। परंतु लॉक डाउन के दौरान जब विनिर्माण सहित समस्त प्रकार की आर्थिक गतिविधियाँ बंद रहीं तब हम सभी […]
रमेश कुमार पहले जहाँ शिक्षा श्यामपट, कापी-पुस्तकों तक सीमित थी आज वह मोबाइल, टैब, लैपटाप, कंप्यूटर के जरिए जहाँ-तहाँ पहुँच गयी है। यही कारण है कि देश की अब तक की जितनी भी शिक्षा नीतियाँ हैं, वे तकनीकी व सांकेतिक रूप से शिक्षा को सुदृढ़ बनाने पर जोर देती रहीं। इस दुनिया में एक ही […]
संतोष पाठक पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भी सोमवार रात को चीन ने एक बार फिर से भारत को धोखा देने का प्रयास किया। बातचीत के लिए गए भारतीय सेना के अधिकारी पर धोखे से वार किया। हमला किया वो भी पीछे से और रॉड से। चीन ने एक बार फिर से भारत को […]
_____________________ गलतियां बांझ नहीं होती, उनके भी बच्चे होते हैं| पंडित नेहरू द्वारा की गई गलतियों के अब बच्चे हो गए हैं | दुनिया का सबसे ऊंचा पठार देश तिब्बत 1837 ईसवी तक तिब्बत भारत के अधीन रहा है महाराणा रंजीत सिंह के कमांडर हरि सिंह नलवा ने चीनियों को कूट-कूट कर लद्दाख को तो […]