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देश विदेश

डॉ हर्षवर्धन ने बढ़ाया भारत का कद

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का 22 मई को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कार्यकारी बोर्ड अध्यक्ष का कार्यभार संभालेंगे। कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई को जिस कुशलता, कर्मठता एवं सूझबूझ से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डाॅ. हर्षवर्धन ने अंजाम दिया, उसे वैश्विक स्तर पर सराहा जा रहा है। भारत ने जिस […]

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धर्म-अध्यात्म

सत्यार्थ प्रकाश अविद्या दूर करने और विद्या वृद्धि करने वाला ग्रंथ है

सत्यार्थप्रकाश ऋषि दयानन्द द्वारा सन् 1874 में लिखा गया ग्रन्थ है। ऋषि दयानन्द ने सन् 1883 में इसको संशोधित किया जिसका प्रकाशन उनकी मृत्यु के पश्चात सन् 1884 में हुआ था। यही ग्रन्थ आजकल ऋषि की प्रतिनिधि संस्था आर्यसमाज द्वारा प्रचारित होता है। सत्यार्थप्रकाश का उद्देश्य इसके नाम में ही निहित है। असत्य को दूर […]

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इतिहास के पन्नों से

स्वामी श्रद्धानंद और महात्मा गांधी

जिन्होंने इतिहास के उन पन्नो को पलटा है, जब गांधी जी दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के विरुद्ध लड़ाई लड़ रहे थे, तब उन्होंने आर्थिक सहायता के लिये अभ्यर्थना भारत से की | उन दिनों गुरुकुल कांगड़ी में २-३ अंग्रेजी अख़बार आते थे | स्वामी श्रद्धानंद ने उन अखबारों के आधार पर गांधीजी की सहायता करने […]

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आओ कुछ जाने पर्यावरण

वृक्षों में जीव : सिद्धांत के पहले प्रतिपादक भीष्म पितामह थे

सुखदु:खयोश्च ग्रहणाच्छिन्नस्य च विरोहणात्| जीवं पश्यामि वृक्छाणामचैतन्यं न विघते|| शांति पर्व||10 मई 1901 को पूरी दुनिया के वनस्पति शास्त्री जीव वैज्ञानिक दांतो तले उंगलियां दबा लेते हैं जब प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु अपने द्वारा अविष्कार किए गए यंत्र क्रिस्कोग्राफ से वृक्षों में जीवन सिद्ध कर देते हैं | जगदीश चंद्र बोस के अनुसार […]

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भारतीय संस्कृति

प्रणाम अथवा अभिवादन का सही स्वरूप व अर्थ

यद्यपि अभिवादन शब्द का व्याख्यान पूर्ण में किया जा चुका है ,परंतु फिर भी प्रणाम का क्या अर्थ है और प्रणाम का क्या प्रभाव है। इस पर भी विचार करना अलग से आवश्यक है। मनुष्य अपने बड़ों के पास आने पर या बड़ों के पास से दूसरी जगह प्रस्थान करने से पूर्व उन्हें प्रणाम करता […]

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पर्यावरण

वृक्षारोपण , जल संरक्षण , तालाब पर भीष्म पितामह के उपदेश

न च मे प्रतिभा काचिदस्ति किञजित्प्रभाषितुम्| पीडय्मान्स्य गोविन्द विषानलसमै: शरै: ||( महाभारत शांति पर्व) आरामाणा तडागाना यत् फलं कुरुपुङव| तदहं ऋष्तुमिच्छामि त्वतोघ भरतषृभ|| (महाभारत अनुशासन पर्व) महाभारत के भीषण महा संग्राम में युद्ध के दसवें दिन 100 से अधिक बाण खाकर (भीष्म पर्व में तीरों की संख्या ,तीरों के प्रकार का उल्लेख है) भीष्म सरसैया […]

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महत्वपूर्ण लेख

कोरोना के नाम पर आत्मनिर्भरता या मजदूर बना रहे हैं गुलाम

-मुरली मनोहर श्रीवास्तव किसी भी देश का विकास देश के कृषकों और मजदूर पर निर्भर होती है। जिस प्रकार मकान बनाने में मजबूत नींव की आवश्यकता होती है उसी प्रकार मजदूरों की भूमिका किसी समाज, देश, उद्योग, संस्था, व्यवसाय को खड़ा करने में महत्वपूर्ण होती है। मगर देश में मजदूरों के कार्य करने के घंटों […]

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इतिहास के पन्नों से

अयोध्या में राम मंदिर के मिले अवशेष : के के मोहम्मद क्या कहते हैं

अयोध्या मे राम मन्दिर के निर्माण करते समय भूमि का समतलीकरण करते समय कुछ एतिहासिक अवशेष मिले हैं जो दोबारा फिर वामपंथी नकली इतिहासकारों के झूठ का पर्दाफाश कर रहे हैं। कुछ लोग आकाश मे सूरज देखकर भी रात बताते हैं। इसी तरह बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के जफरयाब जिलानी इन भ्ग्नावशेष मिलने को भी […]

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स्वास्थ्य

आयुर्वेद के अनुसार क्या है कोरोनावायरस

रामकुमार वर्मा वैद्य, हरिद्वार 9719546268, द्वारा: कोरोना एक कफ है, पर ये एक सूखा कफ है। हमारे डाक्टर जितनी भी एंटीबायटिक दवाईयां देते हैं वो कफ को सुखाने के लिए देते है लेकिन ये पहले ही सूखा हुआ कफ है तो इस पर कोई असर नहीं होता। इसी वजह से इसका इलाज अभी तक नहीं […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

रामकथा में अली मौला के साइड इफेक्ट

———————————————— एक बच्ची अचानक घर पर 15 पन्ने का एक पत्र छोड़कर गायब हो जाती है और पत्र में लिखती है:- ” जब हिंदू धर्म में अल्लाह को भी पूजने की इजाजत है तब मैं अल्लाह को ही क्यो न पूजूँ ? मैं घर छोड़कर इस्लाम कुबूल करने जा रही हूं।” पत्र में उसने यह […]

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