अजय कुमार कोरोना के कहर से जूझती मोदी सरकार के फैसलों पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेतृत्व और उसके दिग्गज नेताओं के द्वारा बार-बार उंगली उठाए जाने से तो यही लगता है कि कांग्रेसियों का मकसद देशहित से अधिक मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा करना है। जनता को भड़का और बरगला कर अपनी […]
Month: May 2020
संजय द्विवेदी यह जानना जरूरी है कि अपने विशाल भौगोलिक वृत्त में मध्य प्रदेश किस तरह चुनौतियों का सामना कर एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। इसके लिए मध्य प्रदेश ने एक साथ कई मोर्चों पर काम प्रारंभ किया और सबमें सफलता पाई। मध्य प्रदेश उन राज्यों में है जहां कोरोना का संकट कम नहीं […]
संजय सक्सेना मुसलमानों को कोरोना नहीं हो सकता है यह गलतफहमी दूर करने के लिए पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोरोना पीड़ित जमातियों को निकाल कर अस्पताल ले जाने की कोशिश की तो इस पर बवाल खड़ा हो गया। पुलिस और मेडिकल टीम पर जमाती हमला करने लगे। कोरोना काल ने देश को […]
गीता के 11 अध्याय में अध्याय में श्रीकृष्णजी ने अर्जुन को स्पष्ट किया कि ये जो हमारे चर्मचक्षु हैं ना-ये हमें इस भौतिक संसार को ही दिखाते हैं और हम ये मान बैठते हैं कि वह दिव्य शक्ति परमात्मा कोई और है, और यह संसार कुछ और है। जबकि इस संसार के रूप में ही […]
बी पी मेनन भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के निजी सचिव थे । उन्होंने कहा था कि जो राष्ट्र अपना इतिहास तथा अपना भूगोल भूल जाता है उस राष्ट्र का विनाश अटल है। आज के संदर्भ में भी मेनन के उपरोक्त शब्द अक्षरश: सत्य सिद्ध होते हैं । संसार के किसी […]
जितने विद्या अभ्यास सुविचार ईश्वर उपासना धर्म अनुष्ठान सत्य का संग ब्रह्मचर्य जितेंद्रतादि उत्तम कर्म है वह सब तीर्थ कहाते हैं। क्योंकि इन करके जीव दुख सागर से तर सकते हैं नमः पार्याय चावार्याय च नमःप्रतरणाय चोत्तरणाय च। नमः तीर्थ्याय च कुलयाय च नमः शष्प्याय च फेन्याय च।।यजु•16/42 यजुर्वेद के इस मंत्र का भाष्य लिखते […]
साभार रामचरितमानस का एक वृतांत है। […]
क्रान्तदर्शी होना कवि का स्वाभाविक गुण है , उसकी प्रकृति है , उसे नैसर्गिक रूप से मिला हुआ एक वरदान है । कहने का अभिप्राय है कि क्रांतदर्शिता के अभाव में कोई व्यक्ति कवि नहीं हो सकता । जैसे विधाता की रचना और सृष्टा की सृष्टि का होना तभी संभव है , जब रचना और […]
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कोरोना (corona) से लड़ने के लिए दुनिया की बड़ी आबादी क्वारंटाइन (quarantine) में रह रही है. बेहद जरूरी कामों के लिए बाहर निकलने वाले सोशल डिस्टेंसिंग (social distancing) रख रहे हैं. 21वीं सदी में वायरस से बचा रहा ये तरीका असल में लगभग 700 साल पुराना है. तब भी लोग काला अजार (black death or […]