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राजनीति

न्यायपालिका को सत्ता की पटरानी बनाने के पुराने तरीके

डॉ अजय खेमरिय सुप्रीम कोर्ट ने लॉक डाउन के दौरान मोदी सरकार के विरुद्ध लाई गईं तीन याचिकाएँ न केवल खारिज की है बल्कि प्रशांत भूषण जैसे वकील को चेतावनी जारी कर यहां तक कहा कि आप पीआईएल लेकर आये है या पब्लिसिटी याचिका।सप्रीम कोर्ट का यह कहना कि अगर हम आपके मन मुताबिक निर्णय […]

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भारतीय संस्कृति

साधना और आत्मज्ञान

(मधुकथा १८०५११) जाने अनजाने विश्व में हम सब साधक हैं व सबके अपने अपने बहुमूल्य अनुभव व अनुभूतियाँ हैं। सभी साधनाओं का समापन आत्मज्ञान में है । आत्मज्ञान के बाद विधि गौण हो जाती है एवं अध्यात्म के विषय में भी बात करने की इच्छा अनिच्छा नहीं रहती। कोई कुछ पूछते हैं तो सहज ही […]

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भारतीय संस्कृति

मनुष्य को सत्य धर्म का अनुसरण कर उसी का पालन करना चाहिए

हमें मनुष्य का जन्म क्यों प्राप्त हुआ है? इसके पीछे कौन सी अदृश्य सत्ता व शक्ति है जिसने निश्चित किया कि हमारी आत्मा को मनुष्य जन्म मिले? इसका उत्तर वैदिक साहित्य को पढ़ने से मिलता है। मनुष्य को मनुष्य जन्म उसकी आत्मा के पूर्वजन्म के कर्मों के आधार पर मिलता है। इन कर्मों को जीवात्मा […]

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भाषा

आदि भाषा संस्कृत का प्रकाश और स्वरूप

✍🏻 लेखक – पदवाक्यप्रमाणज्ञ पण्डित ब्रह्मदत्तजी जिज्ञासु प्रस्तुति – 🌺 ‘अवत्सार’ अब हम आदि-भाषा के स्वरूप पर कुछ विचार उपस्थित करते हैं। जब आदि-ज्ञान के स्वरूप को जान लिया जावे, तो आरम्भ में भाषा का व्यवहार कैसे चला होगा? ऐसी आकाङ्क्षा प्रत्येक व्यक्ति को होनी स्वाभाविक ही है। यह नियम है कि मनुष्यों में ज्ञान […]

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धर्म-अध्यात्म

जीवात्मा के बारे में विशेष जानकारी

1) जीवात्मा किसे कहते है ? उत्तर = एक ऐसी वस्तु जो अत्यंत सूक्ष्म है, अत्यंत छोटी है , एक जगह रहने वाली है, जिसमें ज्ञान अर्थात् अनुभूति का गुण है, जिस में रंग रूप गंध भार (वजन) नहीं है, कभी नाश नहीं होता, जो सदा से है और सदा रहेगी, जो मनुष्य-पक्षी-पशु आदि का […]

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भारतीय संस्कृति

सांसारिक दुर्गुणों से मुक्ति ही मोक्ष का द्वार खोलती है

मदांधता काम , क्रोध , मद , लोभ ,मोह यह 5 अवगुण व्यक्ति के व्यक्तित्व के शत्रु हैं। यह 5 व्यक्ति के स्वाभाविक एवं प्राकृतिक गुण नहीं हैं। इनमें से मद को अहंकार भी ही कहते हैं और अहंकार हमारे पतन का कारण होता है। यह मनुष्य द्वारा स्व अर्जित मनोरोग है । यह मनुष्य […]

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राजनीति

संघ व कट्टरपन्थी हिंदुओं का आर्य समाज के प्रति दृष्टिकोण

संघ के संस्थापक डॉ.हेडगेवार सच्चे देशभक्त थे | उन्होंने राष्ट्र के संगठन के लिये जो कार्य किये उसकी जितनी प्रशंसा की जाये कम है | उनके उत्तराधिकारी श्री गोलवलकर गुरूजी ने संघ को जो विस्तार दिया,शक्ति बढ़ाई, वह भी अच्छी बात है | परन्तु डॉ.हेडगेवार से हटकर गुरूजी में जो बात थी वह यह कि […]

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महत्वपूर्ण लेख

भारत सरकार ने आधिकारिक रूप से पीओके गिलगित बालटिस्तान के भारतीय क्षेत्र को खाली करने की सूचना पाकिस्तान सरकार को दे दी है

तो आइए POK क्षेत्र के विषय में अपनी जानकारी बढ़ाएं, क्योंकि अब हम सभी देशवासियों को संपूर्ण जम्मू कश्मीर के इतिहास और भूगोल की सत्यता के बारे में बातचीत करने की जरूरत है विशेषकर POK और अक्साई चीन (cok) के बारे में । गिलगित जो अभी POK के रुप में है वह विश्व में एकमात्र […]

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कविता

सत्यार्थ प्रकाश नवम समुल्लास, 21 वीं कड़ी

महर्षि दयानंद सरस्वती ने सत्यार्थ प्रकाश ग्रन्थ को बनाने में कितनी मेहनत की होगी सोचो, उन्होंने प्रश्नोत्तर के माध्यम से सत्य ज्ञान को हम तक पहुंचाने में एक बार अपनी सामान्य बुद्धि की होगी प्रश्न पूछने, तो दूसरी बार सैद्धांतिक बुद्धि से उत्तर दे समझाने का भरपूर प्रयास, अनेकानेक आर्ष ग्रन्थों के प्रमाण व तर्कों […]

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समाज

शराब सभी विकारों का मूल है

प्रस्तुति : आर्य सागर खारी एक वाटिका के चार द्वार थे । एक पर दूध देनेवाली गाय बैठी थी । वाटिका के मालिक की आज्ञा थी कि जो इसके चार लात मारे , वही भीतर आये । दूसरे द्वार पर कबाब रक्खे हुए थे । उनके लिए आज्ञा थी कि जो मनुष्य कबाब खाये , […]

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