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राजनीति

देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की मौत का सच : प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू का राष्ट्रपति के प्रति तानाशाही रवैया

—————————————- सोमनाथ मंदिर के लिए राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद जी व गृहमंत्री श्री सरदार पटेल जी को बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। ये जगजाहिर है कि प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू सोमनाथ मंदिर के पक्ष में नहीं थे। महात्मा गांधी जी की सहमति से सरदार पटेल ने सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण का काम शुरु किया था। पटेल की […]

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विविधा

लद्दाख के निर्माता कुशक बकुला रिनपोछे

19 मई/जन्म-दिवस भगवान बुद्ध के शरीर त्याग के समय उनके 16 शिष्यों ने प्रतिज्ञा ली थी कि जब तक उनके विचार पूरे विश्व में नहीं फैलेंगे, तब तक वे मोक्ष से दूर रहकर बार-बार जन्म लेंगे और यह काम पूरा करेंगे। इन 16 में से एक कुशोक बकुला अब तक 20 बार जन्म ले चुके […]

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संपादकीय

अधिकार से पहले कर्तव्य, अध्याय — 2 , संतान के प्रति माता पिता के कर्तव्य

संतान के प्रति माता पिता के कर्तव्य

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मुद्दा

21वीं सदी और देश का बचपन

डा. प्रदीप श्याम रंजन 21वीं सदी अपनी पूरी शक्ति से गतिमान है और इस वेग के बहाव में कई चीजें चाहे-अनचाहे अपना स्वरुप परिवर्तित कर रही हैं. संकुचित परिवार, ब्यस्त माता-पिता, ब्यस्तता से उपजा समयाभाव और समयाभाव की आभासी प्रतिपूर्ति करते तकनीकी साधनों पर अतिनिर्भरता के फलस्वरुप बचपन की एक विश॓ष किस्म विकसित होती जा […]

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विविधा

भविष्य बताना पाखंड मात्र है

  ज्योतिष के नाम पर विभिन्न प्रकार के प्रपंच समाज में देखने को मिलते हैं। प्राचीन काल में गणित ज्योतिष (Astronomy) का प्रचार था जिसका सम्बन्ध विभिन्न ग्रहों के परिभ्रमण, मौसम आदि में परिवर्तन, सूर्य-चन्द्रमा आदि के उदय-अस्त से सम्बंधित था। यह पूर्ण रूप से वैज्ञानिक एवं युक्तिसंगत था। कालांतर में फलित ज्योतिष प्रसिद्ध हो […]

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धर्म-अध्यात्म समाज

महर्षि मनु की सामाजिक व्यवस्था और कर्माशय

मनुस्मृति में उल्लेख मिलता है कि गुरुजन वृद्धजन, माता-पिता और सज्जन के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त करने से व्यक्ति की आयु ,विद्या ,यश और बल में वृद्धि होती है ।अद्भुत लाभों का वैज्ञानिक आधार व्यक्ति के द्वारा अभिवादन की विधि में सुरक्षित है। प्रत्येक मानव देह धारी के शरीर में विभिन्न प्रकार की शक्तियों […]

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आओ कुछ जाने स्वर्णिम इतिहास

इतिहास का सच : सिल्क रोड नहीं ,भारत का उत्तरापथ

लेखक:- रवि शंकर, कार्यकारी संपादक, भारतीय धरोहर चीनी साम्राज्यवादी ओबोर बनाम भारतीय सहकारवादी ओसोर ओबोर यानी वन बेल्ट वन रोड। वन रोड यानी सिल्क रोड। यह बड़ी हैरतअंगेज बात है कि चीन ने एक रूट को रोड बना दिया। सिल्क रोड कोई जगह नहीं थी सिल्क रूट था। यह कोई एक सड़क, एक सड़क पर […]

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इतिहास के पन्नों से

जब असहयोग आंदोलन के लिए अंग्रेजों से गांधी जी ने मांगी थी माफी

कांग्रेसी और उनके चाटुकार लोग सावरकर जी पर बार-बार यह आरोप लगाते हैं कि उन्होंने अंग्रेजों से माफी मांगी थी , जबकि अब यह इतिहास के तथ्यों से प्रमाणित हो चुका है कि उन्होंने माफी नहीं मांगी थी बल्कि गांधी जी के कहने से अपने विरुद्ध आए आदेश के विरुद्ध अपील की थी जिसमें उनके […]

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आर्थिकी/व्यापार

अभिनव आर्थिक उपायों से देश की अर्थव्यवस्था को दी जा रही है गति

विश्व में फैली कोरोना महामारी के बाद, अब केंद्र में मोदी सरकार द्वारा देश की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। सबसे पहिले तो माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपए के एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की। बाद में, देश की वित्त मंत्री […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

जारी है भारत में वैदिक संस्कृति को मिटाने का घातक षड्यंत्र

भारत में आज भी वैदिक संस्कृति को मिटाने का घातक षड्यंत्र जारी है । इसके लिए यदि हम सोशल मीडिया को देखें तो उस पर एक गैंग है जो लगा हुआ है , भारत की संस्कृति के खिलाफ दुष्प्रचार करने में । मेरे पास एक अधिकारी की ऐसी पोस्ट अक्सर आती रहती हैं । जिन्हें […]

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