कभी हमारा देश आर्य संस्कृति को अपनाकर गीता गाय , गंगा की रक्षा करने वाला देश हुआ करता था। स्वतंत्रता के पश्चात हमको ऊपरी तौर पर तो यह भ्रम बना रहा कि हम अब स्वतंत्र हैं । हमने सोचा कि अब गीता , गाय और गंगा की बातें देश में बढ़ – चढ़कर होंगी । […]
यह कैसी दूरदर्शिता ?
