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संपादकीय

भारत किस विदेशी सत्ता या आक्रांता का कितनी देर गुलाम रहा? 2

जौनपुर इलाहाबाद की भांति ही जौनपुर भी अकबर के काल तक अपनी स्वतंत्रता को बचाये रहा पर 1583 में यहां भी मुगल सत्ता के रूप में विदेशी शासन स्थापित हो गया जो 1856 तक जारी रहा । 1856 से 1947 तक यहां ब्रिटिश शासन स्थापित रहा । जबकि सल्तनत काल मे यहां केसरिया फहराता रहा […]

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राजनीति

हिंदुस्तान की राजनीति का शेर कौन है? लोमड़ी और भेड़िया कौन है?

डॉ. मनीष कुमार जब से अमित शाह ने जानवरों से नेताओं की तुलना की तो विवाद बन गया. लेकिन इस पोस्ट का जानवरों से लेना देना नहीं है. शीर्षक में लिखे जानवरों के नाम पर न जाएं. ये किसी नेता को नीचा दिखाने के लिए नहीं बल्कि राजनीति शास्त्र के मानक सिद्धांतों पर नेताओं के […]

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स्वर्णिम इतिहास

भारत के प्रथम हिंदू हृदय सम्राट शिवाजी ने सच्चे अर्थों में सुराज दिया

महाराष्ट्र के ही नहीं अपितु पूरे भारत के महानायक थे वीर छत्रपति शिवाजी महाराज। वह एक अत्यंत महान कुशल योद्धा और रणनीतिकार थे। वीर माता जीजाबाई के सुपुत्र वीर शिवाजी का जन्म ऐसे समय में हुआ था जब महाराष्ट्र ही नहीं अपितु पूरा भारत मुगल आक्रमणकारियों की बर्बरता से आक्रांत हो रहा था। चारों ओर […]

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स्वास्थ्य

स्वास्थ्य से संबंधित कुछ विशेष जानकारियां

1- 90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं। पेट में कब्ज नहीं रहना चाहिए। अन्यथा रोगों की कभी कमी नहीं रहेगी। 2- कुल 13 अधारणीय वेग हैं 3-160 रोग केवल मांसाहार से होते है 4- 103 रोग भोजन के बाद जल पीने से होते हैं। भोजन के 1 घंटे बाद ही जल पीना चाहिये। […]

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गीता का कर्मयोग और आज का विश्व संपादकीय

गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-98

गीता का अठारहवां अध्याय यहां पर श्रीकृष्णजी ने अपनी सुंदर शैली में यह स्पष्ट कर दिया है कि संसार के लोग मोहवश चाहे किसी काम को न कर सकें-परन्तु कर्मशील लोग संसार के सभी कार्यों को वैसे ही पूर्ण करते हैं-जैसी उनसे अपेक्षा की जाती है। ईश्वर की शरण का गुह्म उपदेश ईश्वर की शरण […]

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महत्वपूर्ण लेख

जिहादी जनून से जलता कश्मीर

क्या यह उचित है कि दुश्मन के छदम युद्धों का सिलसिला बना रहें और हम उसे कायराना हमला कहकर निंदा करके अपने दायित्वों से भागते रहें? यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि शनिवार 10 फरवरी को सुबह जम्मू में सेना की सुंजवां ब्रिगेड पर हुए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के हमले को अभी नियंत्रित भी नही कर […]

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संपादकीय स्वर्णिम इतिहास

भारत किस विदेशी सत्ता या आक्रांता का कितनी देर गुलाम रहा?

भारत किस विदेशी सत्ता या आक्रांता का कितनी देर गुलाम रहा?भारत किस विदेशी सत्ता या आक्रांता का कितनी देर गुलाम रहा? इस पर मध्य प्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी द्वारा ‘भारत हजारों वर्षों की पराधीनता: एक औपनिवेशिक भ्रमजाल’ नामक ग्रंथ में शोधपूर्ण ढंग से बताया गया है। जिसमें पिछले 18000 वर्ष के कालखंड पर प्रकाश डाला […]

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संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा

वीर बंदा वैरागी के जीवन का सिंहावलोकन

हिंदुत्व से मुस्लिम बादशाहों की घृणा डा. ईश्वरी प्रसाद ने लिखा है-”विदेशी हमले के जवाब में मध्यकाल के हिंदुओं की व्यवस्थित सुसंस्कृत और राष्ट्रीय शक्ति का शानदार संघर्ष, देश की सांस्कृतिक अस्मिता को बचाने का प्रेरणा स्रोत रहेगा।” इस टिप्पणी के आलोक में या संदर्भ में हमें शाहिद रहीम साहब का यह कथन भी ध्यान […]

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गीता का कर्मयोग और आज का विश्व संपादकीय

गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-97

गीता का अठारहवां अध्याय इन्हीं की ओर संकेत करते हुए श्रीकृष्ण जी उपदेश दे रहे हैं कि अहंकार, दर्प, बल, काम, क्रोध और धन सम्पत्ति को छोडक़र ममता से रहित होकर जो शान्त स्वभाव का हो जाता है-वह -‘ब्रह्मभूय’- अर्थात ब्रह्म के साथ एकाकार होने के योग्य हो जाता है। इस प्रकार मानव जीवन के […]

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महत्वपूर्ण लेख

नौका शास्त्र आर्यवर्त की देन

एक , वामपंथी थे बाद में बौद्ध हुए हुआ करते थे जिनका नाम था राहुल सांकृत्यायन उर्फ केदारनाथ पांडेय ‘घुमक्कड़’ अपनी यात्रा वृतांत में लिखते है हिन्दू शाश्त्र कहते है कि समुद्र को पार मत करना लिखा है। जबकि मित्रो मेने कहि भी ऐसा नही पढ़ा कि कहि ऐसा लिखा हो खैर हम आते है […]

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