भारत में आंकड़ों के खेल के जादूगर बहुत हैं। ये जादूगर बड़ी होशियारी से आंकड़ों का ऐसा खेल बनाते दिखाते हैं कि अच्छे से अच्छा विशेषज्ञ या विवेकशील व्यक्ति भी इनमें उलझकर रह जाएगा। उसका सिर भी चकरा जाएगा और वह भी आंकड़ों के जादूगर को उसके बौद्घिक कौशल के लिए बधाई दिये बिना नही […]
Month: August 2015
मैं ब्रह्म नहीं अपितु एक जीवात्मा हूं
मैं कौन हूं? यह प्रश्न कभी न कभी हम सबके जीवन में उत्पन्न होता है। कुछ उत्तर न सूझने के कारण व अन्य विषयों में मन के व्यस्त हो जाने के कारण हम इसकी उपेक्षा कर विस्मृत कर देते हैं। हमें विद्यालयों में जो कुछ पढ़ाया जाता है, उसमें भी यह विषय व इससे सम्बन्धित […]
शिवदेव आर्य भारत एक शान्तिप्रिय व सद्व्यवहार को बढ़ावा देने वाला देश है। जो प्रति क्षण प्रत्येक की उन्नति में स्वयं की उन्नति को स्वीकार करता है। शायद इसी कारण से भारत की ओर से पाकिस्तान के साथ दोनों देशों में शान्ति बनायें रखने के लिए वार्ता करने की कोशिश की जाती रही है। लिखित […]
मनमोहन सिंह आर्य हम अल्पज्ञ जीवात्मा हैं इस कारण हमारा ज्ञान अल्प होता है। ईश्वर जिसने इस सृष्टि को बनाया व इसका संचालन कर रहा हैए वह हमारी तरह अल्पज्ञ नहीं अपितु सर्वज्ञ है। सर्वज्ञ का अर्थ होता है कि जिसे सब प्रकार का पूर्ण ज्ञान हो। जो अतीत के बारे में भी जानता हो […]
वर्ष 2015-16 के नये शैक्षिक सत्र का आगाज हो गया है। प्रदेश का शिक्षा विभाग हर वर्ष लम्बे -चैड़े वायदों व नारों के साथ शैक्षणिक कार्यो का प्रारम्भ करवाता है। स्कूल जाने वाले बच्चों व नये प्रवेश लेने वाले बच्चों के लिये तमाम तरह की योजनाओं की घोषणा की जाती है व सरकार हर वर्ष […]
पंचवार्षिक योजनाएं एवं ग्रामीण विकास
डाँ. रमेश प्रसाद द्विवेदी भारत आजादी के समय से ही कल्याणकारी देश रहा है और सभी सरकारी प्रयासों का मूलभूत उद्देश्य देश की जनता का कल्याण करना रहा है। स्वतंत्रता के पश्चात् ग्रामीण विकास के लिए विविध कार्यक्रमों, योजनाओं, पंचावार्षिक योजनाओं के माध्यम से किये गये विकास कार्यों का मूल्यांकन से स्पष्ट होता है कि […]
अशोक प्रवृद्ध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबी हटाओ अभियान के तहत विश्व युवा कौशल दिवस 15 जुलाई को स्किल इंडिया मिशन अर्थात भारत कौशल विकास अभियान की शुरुआत कर भारत में युवा कौशल विकास का न केवल शंखनाद कर दिया है बल्कि संसार को इस बात का अहसास करा दिया है कि संसार के विकसित […]
देश को क्यों बांट रहा है मीडिया
संजय द्विवेदी काफी समय हुआ पटना में एक आयोजन में माओवाद पर बोलने का प्रसंग था। मैंने अपना वक्तव्य पूरा किया तो प्रश्नों का समय आया। राज्य के बहुत वरिष्ठ नेता, उस समय विधान परिषद के सभापति रहे स्व.श्री ताराकांत झा भी उस सभा में थे, उन्होंने मुझे जैसे बहुत कम आयु और अनुभव में […]
अनंत, व्योम, आकाश गंगा, इनका है आधार क्या?अपने पथ में सब ग्रह घूमते, टकराते नही चमत्कार क्या? यदि भू से भिन्न सभ्यता है, उनका है व्यवहार क्या?सूक्ष्म में स्थूल समाया, जिज्ञासा है आकार क्या? कार्य और कारण से पहले, था ऐसा संसार क्या?मोक्ष अवस्था में था जीव, तब करता था व्यापार क्या? तू ईश एक […]
जब वहां की संसद के ‘हाउस ऑफ लार्ड्स’ ने तत्कालीन प्रधानमंत्री एच.एच. एसक्विथ द्वारा प्रस्तुत किये गये बजट पर अपनी ओर से ‘अड़ंगा’ डाल दिया था। तब प्रधानमंत्री ने पहले तो त्यागपत्र दिया और फिर जनता के न्यायालय में जाकर इस बात पर जनता का फैसला अपने पक्ष में कराने में सफलता प्राप्त की कि […]